وَيَقُوْلُ الَّذِيْنَ كَفَرُوْا لَوْلَآ اُنْزِلَ عَلَيْهِ اٰيَةٌ مِّنْ رَّبِّهٖۗ اِنَّمَآ اَنْتَ مُنْذِرٌ وَّلِكُلِّ قَوْمٍ هَادٍ ࣖ ( الرعد: ٧ )
And say
وَيَقُولُ
और कहते हैं
those who
ٱلَّذِينَ
वो जिन्होंने
disbelieved
كَفَرُوا۟
कुफ़्र किया
"Why not
لَوْلَآ
क्यों नहीं
has been sent down
أُنزِلَ
उतारी गई
to him
عَلَيْهِ
उस पर
a sign
ءَايَةٌ
कोई निशानी
from
مِّن
उसके रब की तरफ़ से
his Lord?"
رَّبِّهِۦٓۗ
उसके रब की तरफ़ से
Only
إِنَّمَآ
बेशक
you
أَنتَ
आप तो
(are) a warner
مُنذِرٌۖ
डराने वाले हैं
and for every
وَلِكُلِّ
और वास्ते हर
people
قَوْمٍ
क़ौम के
(is) a guide
هَادٍ
एक हादी है
Wayaqoolu allatheena kafaroo lawla onzila 'alayhi ayatun min rabbihi innama anta munthirun walikulli qawmin hadin (ar-Raʿd 13:7)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
जिन्होंने इनकार किया, वे कहते हैं, 'उसपर उसके रब की ओर से कोई निशानी क्यों नहीं अवतरित हुई?' तुम तो बस एक चेतावनी देनेवाले हो और हर क़ौम के लिए एक मार्गदर्शक हुआ है
English Sahih:
And those who disbelieved say, "Why has a sign not been sent down to him from his Lord?" You are only a warner, and for every people is a guide. ([13] Ar-Ra'd : 7)