وَتَرَى الْجِبَالَ تَحْسَبُهَا جَامِدَةً وَّهِيَ تَمُرُّ مَرَّ السَّحَابِۗ صُنْعَ اللّٰهِ الَّذِيْٓ اَتْقَنَ كُلَّ شَيْءٍۗ اِنَّهٗ خَبِيْرٌ ۢبِمَا تَفْعَلُوْنَ ( النمل: ٨٨ )
Watara aljibala tahsabuha jamidatan wahiya tamurru marra alssahabi sun'a Allahi allathee atqana kulla shayin innahu khabeerun bima taf'aloona (an-Naml 27:88)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
और तुम पहाड़ों को देखकर समझते हो कि वे जमे हुए है, हालाँकि वे चल रहे होंगे, जिस प्रकार बादल चलते है। यह अल्लाह की कारीगरी है, जिसने हर चीज़ को सुदृढ़ किया। निस्संदेह वह उसकी ख़बर रखता है, जो कुछ तुम करते हो
English Sahih:
And you see the mountains, thinking them motionless, while they will pass as the passing of clouds. [It is] the work of Allah, who perfected all things. Indeed, He is Aware of that which you do. ([27] An-Naml : 88)