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وَمَا جَعَلَهُ اللّٰهُ اِلَّا بُشْرٰى لَكُمْ وَلِتَطْمَىِٕنَّ قُلُوْبُكُمْ بِهٖ ۗ وَمَا النَّصْرُ اِلَّا مِنْ عِنْدِ اللّٰهِ الْعَزِيْزِ الْحَكِيْمِۙ  ( آل عمران: ١٢٦ )

And not
وَمَا
और नहीं
made it
جَعَلَهُ
बनाया उसे
Allah
ٱللَّهُ
अल्लाह ने
except
إِلَّا
मगर
(as) good news
بُشْرَىٰ
ख़ुशख़बरी
for you
لَكُمْ
तुम्हारे लिए
and to reassure
وَلِتَطْمَئِنَّ
और ताकि मुत्मईन हो जाऐं
your hearts
قُلُوبُكُم
दिल तुम्हारे
with it
بِهِۦۗ
साथ इसके
And (there is) no
وَمَا
और नहीं
[the] victory
ٱلنَّصْرُ
मदद
except
إِلَّا
मगर
from
مِنْ
अल्लाह के पास से
[near]
عِندِ
अल्लाह के पास से
Allah
ٱللَّهِ
अल्लाह के पास से
the All-Mighty
ٱلْعَزِيزِ
जो बहुत ज़बरदस्त है
the All-Wise
ٱلْحَكِيمِ
बहुत हिकमत वाला है

Wama ja'alahu Allahu illa bushra lakum walitatmainna quloobukum bihi wama alnnasru illa min 'indi Allahi al'azeezi alhakeemi (ʾĀl ʿImrān 3:126)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

अल्लाह ने तो इसे तुम्हारे लिए बस एक शुभ-सूचना बनाया और इसलिए कि तुम्हारे दिल सन्तुष्ट हो जाएँ - सहायता तो बस अल्लाह ही के यहाँ से आती है जो अत्यन्त प्रभुत्वशाली, तत्वदर्शी है

English Sahih:

And Allah made it not except as [a sign of] good tidings for you and to reassure your hearts thereby. And victory is not except from Allah, the Exalted in Might, the Wise – ([3] Ali 'Imran : 126)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और ताकि इससे तुम्हारे दिल की ढारस हो और (ये तो ज़ाहिर है कि) मदद जब होती है तो ख़ुदा ही की तरफ़ से जो सब पर ग़ालिब (और) हिकमत वाला है