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رَبَّنَآ اِنَّكَ مَنْ تُدْخِلِ النَّارَ فَقَدْ اَخْزَيْتَهٗ ۗ وَمَا لِلظّٰلِمِيْنَ مِنْ اَنْصَارٍ  ( آل عمران: ١٩٢ )

Our Lord
رَبَّنَآ
ऐ हमारे रब
indeed [You]
إِنَّكَ
बेशक तू
whom
مَن
जिसे
You admit
تُدْخِلِ
तू दाख़िल करेगा
(to) the Fire
ٱلنَّارَ
आग में
then surely
فَقَدْ
पस तहक़ीक़
You (have) disgraced him
أَخْزَيْتَهُۥۖ
रुस्वा कर दिया तूने उसे
and not
وَمَا
और नहीं
for the wrongdoers
لِلظَّٰلِمِينَ
ज़ालिमों के लिए
(are) any
مِنْ
कोई मददगार
helpers
أَنصَارٍ
कोई मददगार

Rabbana innaka man tudkhili alnnara faqad akhzaytahu wama lilththalimeena min ansarin (ʾĀl ʿImrān 3:192)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

'हमारे रब, तूने जिसे आग में डाला, उसे रुसवा कर दिया। और ऐसे ज़ालिमों का कोई सहायक न होगा

English Sahih:

Our Lord, indeed whoever You admit to the Fire – You have disgraced him, and for the wrongdoers there are no helpers. ([3] Ali 'Imran : 192)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

ऐ हमारे पालने वाले जिसको तूने दोज़ख़ में डाला तो यक़ीनन उसे रूसवा कर डाला और जुल्म करने वाले का कोई मददगार नहीं