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وَاِذَا قِيْلَ لَهُمُ اتَّقُوْا مَا بَيْنَ اَيْدِيْكُمْ وَمَا خَلْفَكُمْ لَعَلَّكُمْ تُرْحَمُوْنَ  ( يس: ٤٥ )

And when
وَإِذَا
और जब
it is said
قِيلَ
कहा जाता है
to them
لَهُمُ
उन्हें
"Fear
ٱتَّقُوا۟
डरो
what
مَا
उससे जो
(is) before you
بَيْنَ
तुम्हारे सामने है
(is) before you
أَيْدِيكُمْ
तुम्हारे सामने है
and what
وَمَا
और जो
(is) behind you
خَلْفَكُمْ
तुम्हारे पीछे है
so that you may
لَعَلَّكُمْ
ताकि तुम
receive mercy"
تُرْحَمُونَ
तुम रहम किए जाओ

Waitha qeela lahumu ittaqoo ma bayna aydeekum wama khalfakum la'allakum turhamoona (Yāʾ Sīn 36:45)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

और जब उनसे कहा जाता है कि उस चीज़ का डर रखो, जो तुम्हारे आगे है और जो तुम्हारे पीछे है, ताकि तुमपर दया कि जाए! (तो चुप्पी साझ लेते है)

English Sahih:

But when it is said to them, "Beware of what is before you and what is behind you; perhaps you will receive mercy..." ([36] Ya-Sin : 45)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और जब उन कुफ्फ़ार से कहा जाता है कि इस (अज़ाब से) बचो (हर वक्त तुम्हारे साथ-साथ) तुम्हारे सामने और तुम्हारे पीछे (मौजूद) है ताकि तुम पर रहम किया जाए