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رَبَّنَا اكْشِفْ عَنَّا الْعَذَابَ اِنَّا مُؤْمِنُوْنَ   ( الدخان: ١٢ )

"Our Lord!
رَّبَّنَا
ऐ हमारे रब
Remove
ٱكْشِفْ
हटा दे
from us
عَنَّا
हम से
the punishment;
ٱلْعَذَابَ
अज़ाब को
indeed we
إِنَّا
बेशक हम
(are) believers"
مُؤْمِنُونَ
ईमान लाने वाले हैं

Rabbana ikshif 'anna al'athaba inna muminoona (ad-Dukhān 44:12)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

वे कहेंगे, 'ऐ हमारे रब! हमपर से यातना हटा दे। हम ईमान लाते है।'

English Sahih:

[They will say], "Our Lord, remove from us the torment; indeed, we are believers." ([44] Ad-Dukhan : 12)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

कुफ्फ़ार भी घबराकर कहेंगे कि परवरदिगार हमसे अज़ाब को दूर दफ़ा कर दे हम भी ईमान लाते हैं