Skip to main content

يَّهْدِيْ بِهِ اللّٰهُ مَنِ اتَّبَعَ رِضْوَانَهٗ سُبُلَ السَّلٰمِ وَيُخْرِجُهُمْ مِّنَ الظُّلُمٰتِ اِلَى النُّوْرِ بِاِذْنِهٖ وَيَهْدِيْهِمْ اِلٰى صِرَاطٍ مُّسْتَقِيْمٍ  ( المائدة: ١٦ )

Guides
يَهْدِى
हिदायत देता है
with it
بِهِ
साथ उसके
Allah
ٱللَّهُ
अल्लाह
(those) who
مَنِ
उसको जो
seek
ٱتَّبَعَ
पैरवी करे
His pleasure
رِضْوَٰنَهُۥ
उसकी रज़ामन्दी की
(to the) ways
سُبُلَ
रास्तों की (तरफ़)
(of) the peace
ٱلسَّلَٰمِ
सलामती के
and brings them out
وَيُخْرِجُهُم
और वो निकालता है उन्हें
from
مِّنَ
अंधेरों से
the darknessess
ٱلظُّلُمَٰتِ
अंधेरों से
to
إِلَى
तरफ़ रोशनी के
the light
ٱلنُّورِ
तरफ़ रोशनी के
by His permission
بِإِذْنِهِۦ
अपने इज़्न से
and guides them
وَيَهْدِيهِمْ
और वो हिदायत देता है उन्हें
to
إِلَىٰ
तरफ़ रास्ते
(the) way
صِرَٰطٍ
तरफ़ रास्ते
(the) straight
مُّسْتَقِيمٍ
सीधे के

Yahdee bihi Allahu mani ittaba'a ridwanahu subula alssalami wayukhrijuhum mina alththulumati ila alnnoori biithnihi wayahdeehim ila siratin mustaqeemin (al-Māʾidah 5:16)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

जिसके द्वारा अल्लाह उस व्यक्ति को जो उसकी प्रसन्नता का अनुगामी है, सलामती की राहें दिखा रहा है और अपनी अनुज्ञा से ऐसे लोगों को अँधेरों से निकालकर उजाले की ओर ला रहा है और उन्हें सीधे मार्ग पर चला रहा है

English Sahih:

By which Allah guides those who pursue His pleasure to the ways of peace and brings them out from darknesses into the light, by His permission, and guides them to a straight path. ([5] Al-Ma'idah : 16)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

जो लोग ख़ुदा की ख़ुशनूदी के पाबन्द हैं उनको तो उसके ज़रिए से राहे निजात की हिदायत करता है और अपने हुक्म से (कुफ़्र की) तारीकी से निकालकर (ईमान की) रौशनी में लाता है और राहे रास्त पर पहुंचा देता है