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اَكُفَّارُكُمْ خَيْرٌ مِّنْ اُولٰۤىِٕكُمْ اَمْ لَكُمْ بَرَاۤءَةٌ فِى الزُّبُرِۚ  ( القمر: ٤٣ )

Are your disbelievers
أَكُفَّارُكُمْ
क्या क़ुफ़्फ़ार तुम्हारे
better
خَيْرٌ
बेहतर हैं
than
مِّنْ
उन लोगों से
those
أُو۟لَٰٓئِكُمْ
उन लोगों से
or
أَمْ
या
for you
لَكُم
तुम्हारे लिए
(is) an exemption
بَرَآءَةٌ
कोई छुटकारा पाना है
in
فِى
(पहली) किताबों में
the Scriptures?
ٱلزُّبُرِ
(पहली) किताबों में

Akuffarukum khayrun min olaikum am lakum baraatun fee alzzuburi (al-Q̈amar 54:43)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

क्या तुम्हारे काफ़िर कुछ उन लोगो से अच्छे है या किताबों में तुम्हारे लिए कोई छुटकारा लिखा हुआ है?

English Sahih:

Are your disbelievers better than those [former ones], or have you immunity in the scriptures? ([54] Al-Qamar : 43)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

(ऐ अहले मक्का) क्या उन लोगों से भी तुम्हारे कुफ्फार बढ़ कर हैं या तुम्हारे वास्ते (पहली) किताबों में माफी (लिखी हुई) है