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وَقَاسَمَهُمَآ اِنِّيْ لَكُمَا لَمِنَ النّٰصِحِيْنَۙ  ( الأعراف: ٢١ )

And he swore (to) both of them
وَقَاسَمَهُمَآ
और उसने क़सम खाई उन दोनों से
"Indeed I am
إِنِّى
बेशक मैं
to both of you
لَكُمَا
तुम दोनों के लिए
among
لَمِنَ
अलबत्ता ख़ैरख़्वाहों में से हूँ
the sincere advisers"
ٱلنَّٰصِحِينَ
अलबत्ता ख़ैरख़्वाहों में से हूँ

Waqasamahuma innee lakuma lamina alnnasiheena (al-ʾAʿrāf 7:21)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

और उसने उन दोनों के आगे क़समें खाई कि 'निश्चय ही मैं तुम दोनों का हितैषी हूँ।'

English Sahih:

And he swore [by Allah] to them, "Indeed, I am to you from among the sincere advisors." ([7] Al-A'raf : 21)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और उन दोनों के सामने क़समें खायीं कि मैं यक़ीनन तुम्हारा ख़ैर ख्वाह हूँ