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وَاَمَّآ اِذَا مَا ابْتَلٰىهُ فَقَدَرَ عَلَيْهِ رِزْقَهٗ ەۙ فَيَقُوْلُ رَبِّيْٓ اَهَانَنِۚ  ( الفجر: ١٦ )

But
وَأَمَّآ
और लेकिन
when
إِذَا
जब कभी
does
مَا
जब कभी
He try him
ٱبْتَلَىٰهُ
वो आज़माता है उसे
and restricts
فَقَدَرَ
फिर वो तंग कर देता है
for him
عَلَيْهِ
उस पर
his provision
رِزْقَهُۥ
रिज़्क़ उसका
then he says
فَيَقُولُ
तो वो कहता है
"My Lord
رَبِّىٓ
मेरे रब ने
(has) humiliated me"
أَهَٰنَنِ
ज़लील कर दिया मुझे

Waamma itha ma ibtalahu faqadara 'alayhi rizqahu fayaqoolu rabbee ahanani (al-Fajr 89:16)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

किन्तु जब कभी वह उसकी परीक्षा इस प्रकार करता है कि उसकी रोज़ी नपी-तुली कर देता है, तो वह कहता है, 'मेरे रब ने मेरा अपमान किया।'

English Sahih:

But when He tries him and restricts his provision, he says, "My Lord has humiliated me." ([89] Al-Fajr : 16)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

मगर जब उसको (इस तरह) आज़माता है कि उस पर रोज़ी को तंग कर देता है बोल उठता है कि मेरे परवरदिगार ने मुझे ज़लील किया