يُطَافُ عَلَيْهِمْ بِصِحَافٍ مِّنْ ذَهَبٍ وَّاَكْوَابٍ ۚوَفِيْهَا مَا تَشْتَهِيْهِ الْاَنْفُسُ وَتَلَذُّ الْاَعْيُنُ ۚوَاَنْتُمْ فِيْهَا خٰلِدُوْنَۚ ( الزخرف: ٧١ )
Will be circulated
يُطَافُ
गर्दिश कराया जाएगा
for them
عَلَيْهِم
उन पर
plates
بِصِحَافٍ
रिकाबियों को
of
مِّن
सोने के
gold
ذَهَبٍ
सोने के
and cups
وَأَكْوَابٍۖ
और साग़र
And therein
وَفِيهَا
और उसमें होगा
(is) what
مَا
वो जो
desires
تَشْتَهِيهِ
ख़्वाहिश करेंगे जिसकी
the souls
ٱلْأَنفُسُ
दिल
and delights
وَتَلَذُّ
और लज़्ज़त पाऐंगी
the eyes
ٱلْأَعْيُنُۖ
निगाहें
and you
وَأَنتُمْ
और तुम
therein
فِيهَا
उनमें
will abide forever
خَٰلِدُونَ
हमेशा रहने वाले हो
Yutafu 'alayhim bisihafin min thahabin waakwabin wafeeha ma tashtaheehi alanfusu watalaththu ala'yunu waantum feeha khalidoona (az-Zukhruf 43:71)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
उनके आगे सोने की तशतरियाँ और प्याले गर्दिश करेंगे और वहाँ वह सब कुछ होगा, जो दिलों को भाए और आँखे जिससे लज़्ज़त पाएँ। 'और तुम उसमें सदैव रहोगे
English Sahih:
Circulated among them will be plates and vessels of gold. And therein is whatever the souls desire and [what] delights the eyes, and you will abide therein eternally. ([43] Az-Zukhruf : 71)