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اِنْ هِيَ اِلَّا مَوْتَتُنَا الْاُوْلٰى وَمَا نَحْنُ بِمُنْشَرِيْنَ   ( الدخان: ٣٥ )

"Not
إِنْ
नहीं
it
هِىَ
ये
(is) but
إِلَّا
मगर
our death
مَوْتَتُنَا
मौत हमारी
the first
ٱلْأُولَىٰ
पहली
and not
وَمَا
और नहीं
we
نَحْنُ
हम
(will be) raised again
بِمُنشَرِينَ
उठाए जाने वाले

In hiya illa mawtatuna aloola wama nahnu bimunshareena (ad-Dukhān 44:35)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

'बस यह हमारी पहली मृत्यु ही है, हम दोबारा उठाए जानेवाले नहीं हैं

English Sahih:

"There is not but our first death, and we will not be resurrected. ([44] Ad-Dukhan : 35)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

कि हमें तो सिर्फ एक बार मरना है और फिर हम दोबारा (ज़िन्दा करके) उठाए न जाएँगे