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يَٰقَوْمَنَآ
ऐ हमारी क़ौम
أَجِيبُوا۟
जवाब दो
دَاعِىَ
अल्लाह के दाई को
ٱللَّهِ
अल्लाह के दाई को
وَءَامِنُوا۟
और ईमान ले आओ
بِهِۦ
उस पर
يَغْفِرْ
वो बख़्श देगा
لَكُم
तुम्हारे लिए
مِّن
तुम्हारे गुनाहों को
ذُنُوبِكُمْ
तुम्हारे गुनाहों को
وَيُجِرْكُم
और वो पनाह देगा तुम्हें
مِّنْ
दर्दनाक अज़ाब से
عَذَابٍ
दर्दनाक अज़ाब से
أَلِيمٍ
दर्दनाक अज़ाब से

Ya qawmana ajeeboo da'iya Allahi waaminoo bihi yaghfir lakum min thunoobikum wayujirkum min 'athabin aleemin

ऐ हमारी क़ौम के लोगो! अल्लाह के आमंत्रणकर्त्ता का आमंत्रण स्वीकार करो और उसपर ईमान लाओ। अल्लाह तुम्हें क्षमा करके गुनाहों से तुम्हें पाक कर देगा और दुखद यातना से तुम्हें बचाएगा

Tafseer (तफ़सीर )

وَمَن
और जो
لَّا
ना जवाब दे
يُجِبْ
ना जवाब दे
دَاعِىَ
अल्लाह के दाई को
ٱللَّهِ
अल्लाह के दाई को
فَلَيْسَ
तो नहीं है वो
بِمُعْجِزٍ
आजिज़ करने वाला
فِى
ज़मीन में
ٱلْأَرْضِ
ज़मीन में
وَلَيْسَ
और नहीं
لَهُۥ
उसके लिए
مِن
उसके सिवा
دُونِهِۦٓ
उसके सिवा
أَوْلِيَآءُۚ
कोई मददगार
أُو۟لَٰٓئِكَ
यही लोग हैं
فِى
गुमराही में
ضَلَٰلٍ
गुमराही में
مُّبِينٍ
खुली

Waman la yujib da'iya Allahi falaysa bimu'jizin fee alardi walaysa lahu min doonihi awliyaa olaika fee dalalin mubeenin

और जो कोई अल्लाह के आमंत्रणकर्त्ता का आमंत्रण स्वीकार नहीं करेगा तो वह धरती में क़ाबू से बच निकलनेवाला नहीं है और न अल्लाह से हटकर उसके संरक्षक होंगे। ऐसे ही लोग खुली गुमराही में हैं।'

Tafseer (तफ़सीर )

أَوَلَمْ
क्या भला नहीं
يَرَوْا۟
उन्होंने देखा
أَنَّ
बेशक
ٱللَّهَ
अल्लाह
ٱلَّذِى
वो है जिसने
خَلَقَ
पैदा किया
ٱلسَّمَٰوَٰتِ
आसमानों
وَٱلْأَرْضَ
और ज़मीन को
وَلَمْ
और नहीं
يَعْىَ
वो थका
بِخَلْقِهِنَّ
उनको पैदा करने से
بِقَٰدِرٍ
क़ादिर है
عَلَىٰٓ
इस पर
أَن
कि
يُحْۦِىَ
वो ज़िन्दा करे
ٱلْمَوْتَىٰۚ
मुर्दों को
بَلَىٰٓ
क्यों नहीं
إِنَّهُۥ
बेशक वो
عَلَىٰ
ऊपर
كُلِّ
हर
شَىْءٍ
चीज़ के
قَدِيرٌ
ख़ूब क़ुदरत रखने वाला है

Awalam yaraw anna Allaha allathee khalaqa alssamawati waalarda walam ya'ya bikhalqihinna biqadirin 'ala an yuhyiya almawta bala innahu 'ala kulli shayin qadeerun

क्या उन्होंने देखा नहीं कि जिस अल्लाह ने आकाशों और धरती को पैदा किया और उनके पैदा करने से थका नहीं; क्या ऐसा नहीं कि वह मुर्दों को जीवित कर दे? क्यों नहीं, निश्चय ही उसे हर चीज़ की सामर्थ्य प्राप्त है

Tafseer (तफ़सीर )

وَيَوْمَ
और जिस दिन
يُعْرَضُ
पेश किए जाऐंगे
ٱلَّذِينَ
वो जिन्होंने
كَفَرُوا۟
कुफ़्र किया
عَلَى
आग पर
ٱلنَّارِ
आग पर
أَلَيْسَ
क्या नहीं है
هَٰذَا
ये
بِٱلْحَقِّۖ
हक़
قَالُوا۟
वो कहेंगे
بَلَىٰ
क्यों नहीं
وَرَبِّنَاۚ
क़सम हमारे रब की
قَالَ
वो फ़रमायगा
فَذُوقُوا۟
पस चखो
ٱلْعَذَابَ
अज़ाब
بِمَا
बवजह उसक जो
كُنتُمْ
थे तुम
تَكْفُرُونَ
तुम कुफ़्र करते

Wayawma yu'radu allatheena kafaroo 'ala alnnari alaysa hatha bialhaqqi qaloo bala warabbina qala fathooqoo al'athaba bima kuntum takfuroona

और याद करो जिस दिन वे लोग, जिन्होंने इनकार किया, आग के सामने पेश किए जाएँगे, (कहा जाएगा) 'क्या यह सत्य नहीं है?' वे कहेंगे, 'नहीं, हमारे रब की क़सम!' वह कहेगा, 'तो अब यातना का मज़ा चखो, उउस इनकार के बदले में जो तुम करते रहे थे।'

Tafseer (तफ़सीर )

فَٱصْبِرْ
पस सब्र कीजिए
كَمَا
जैसा कि
صَبَرَ
सब्र किया
أُو۟لُوا۟
उलुल अज़म /हिम्मत वालों ने
ٱلْعَزْمِ
उलुल अज़म /हिम्मत वालों ने
مِنَ
रसूलों में से
ٱلرُّسُلِ
रसूलों में से
وَلَا
और ना
تَسْتَعْجِل
आप जल्दी तलब कीजिए
لَّهُمْۚ
उनके लिए
كَأَنَّهُمْ
गोया कि वो
يَوْمَ
जिस दिन
يَرَوْنَ
वो देखेंगे
مَا
जो
يُوعَدُونَ
वो वादा किए जाते हैं
لَمْ
नहीं
يَلْبَثُوٓا۟
वो ठहरे
إِلَّا
मगर
سَاعَةً
एक घड़ी
مِّن
दिन की
نَّهَارٍۭۚ
दिन की
بَلَٰغٌۚ
पहुँचा देना है
فَهَلْ
तो नहीं
يُهْلَكُ
हलाक किया जाएगा
إِلَّا
मगर
ٱلْقَوْمُ
उन लोगों को
ٱلْفَٰسِقُونَ
जो फ़ासिक़ हैं

Faisbir kama sabara oloo al'azmi mina alrrusuli wala tasta'jil lahum kaannahum yawma yarawna ma yoo'adoona lam yalbathoo illa sa'atan min naharin balaghun fahal yuhlaku illa alqawmu alfasiqoona

अतः धैर्य से काम लो, जिस प्रकार संकल्पवान रसूलों ने धैर्य से काम लिया। और उनके लिए जल्दी न करो। जिस दिन वे लोग उस चीज़ को देख लेंगे जिसका उनसे वादा किया जाता है, तो वे महसूस करेंगे कि जैसे वे बस दिन की एक घड़ी भर ही ठहरे थे। यह (संदेश) साफ़-साफ़ पहुँचा देना है। अब क्या अवज्ञाकारी लोगों के अतिरिक्त कोई और विनष्ट होगा?

Tafseer (तफ़सीर )