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إِنَّ
बेशक
ٱلَّذِينَ
वो जिन्होंने
ٱتَّقَوْا۟
तक़वा किया
إِذَا
जब
مَسَّهُمْ
छू जाता है उन्हें
طَٰٓئِفٌ
कोई ख़्याल
مِّنَ
शैतान की तरफ़ से
ٱلشَّيْطَٰنِ
शैतान की तरफ़ से
تَذَكَّرُوا۟
तो वो चौंक पड़ते हैं
فَإِذَا
फिर यकायक
هُم
वो
مُّبْصِرُونَ
देखने लगते हैं

Inna allatheena ittaqaw itha massahum taifun mina alshshaytani tathakkaroo faitha hum mubsiroona

जो डर रखते हैं, उन्हें जब शैतान की ओर से कोई ख़याल छू जाता है, तो वे चौंक उठते हैं। फिर वे साफ़ देखने लगते हैं

Tafseer (तफ़सीर )

وَإِخْوَٰنُهُمْ
और भाई उन (शैतानों) के
يَمُدُّونَهُمْ
वो खींचते हैं उन्हें
فِى
गुमराही में
ٱلْغَىِّ
गुमराही में
ثُمَّ
फिर
لَا
नहीं वो कमी करते
يُقْصِرُونَ
नहीं वो कमी करते

Waikhwanuhum yamuddoonahum fee alghayyi thumma la yuqsiroona

और उन (शैतानों) के भाई उन्हें गुमराही में खींचे लिए जाते हैं, फिर वे कोई कमी नहीं करते

Tafseer (तफ़सीर )

وَإِذَا
और जब
لَمْ
नहीं
تَأْتِهِم
आप लाते उनके पास
بِـَٔايَةٍ
कोई निशानी
قَالُوا۟
वो कहते हैं
لَوْلَا
क्यों ना
ٱجْتَبَيْتَهَاۚ
चुन लाया तू उसे
قُلْ
कह दीजिए
إِنَّمَآ
बेशक
أَتَّبِعُ
मैं पैरवी करता हूँ
مَا
उसकी जो
يُوحَىٰٓ
वही की जाती है
إِلَىَّ
तरफ़ मेरे
مِن
मेरे रब की तरफ़ से
رَّبِّىۚ
मेरे रब की तरफ़ से
هَٰذَا
ये
بَصَآئِرُ
बसीरत की बातें हैं
مِن
तुम्हारे रब की तरफ़ से
رَّبِّكُمْ
तुम्हारे रब की तरफ़ से
وَهُدًى
और हिदायत
وَرَحْمَةٌ
और रहमत है
لِّقَوْمٍ
उन लोगों के लिए
يُؤْمِنُونَ
जो ईमान लाते हैं

Waitha lam tatihim biayatin qaloo lawla ijtabaytaha qul innama attabi'u ma yooha ilayya min rabbee hatha basairu min rabbikum wahudan warahmatun liqawmin yuminoona

और जब तुम उनके सामने कोई निशानी नहीं लाते तो वे कहते हैं, 'तुम स्वयं कोई निशानी क्यों न छाँट लाए?' कह दो, 'मैं तो केवल उसी का अनुसरण करता हूँ जो मेरे रब की ओर से प्रकाशना की जाती है। यह तुम्हारे रब की ओर से अन्तर्दृष्टियों का प्रकाश-पुंज है, और ईमान लानेवालों के लिए मार्गदर्शन और दयालुता है।'

Tafseer (तफ़सीर )

وَإِذَا
और जब
قُرِئَ
पढ़ा जाए
ٱلْقُرْءَانُ
क़ुरआन
فَٱسْتَمِعُوا۟
पस ग़ौर से सुनो
لَهُۥ
उसे
وَأَنصِتُوا۟
और ख़ामोश रहो
لَعَلَّكُمْ
ताकि तुम
تُرْحَمُونَ
तुम रहम किए जाओ

Waitha quria alquranu faistami'oo lahu waansitoo la'allakum turhamoona

जब क़ुरआन पढ़ा जाए तो उसे ध्यानपूर्वक सुनो और चुप रहो, ताकि तुमपर दया की जाए

Tafseer (तफ़सीर )

وَٱذْكُر
और ज़िक्र कीजिए
رَّبَّكَ
अपने रब का
فِى
अपने दिल में
نَفْسِكَ
अपने दिल में
تَضَرُّعًا
आजिज़ी
وَخِيفَةً
और ख़ौफ़ से
وَدُونَ
और बग़ैर
ٱلْجَهْرِ
बुलन्द
مِنَ
आवाज़ के
ٱلْقَوْلِ
आवाज़ के
بِٱلْغُدُوِّ
सुबह के वक़्त
وَٱلْءَاصَالِ
और शाम के वक़्त
وَلَا
और ना
تَكُن
हों आप
مِّنَ
ग़ाफ़िलों में से
ٱلْغَٰفِلِينَ
ग़ाफ़िलों में से

Waothkur rabbaka fee nafsika tadarru'an wakheefatan wadoona aljahri mina alqawli bialghuduwwi waalasali wala takun mina alghafileena

अपने रब को अपने मन में प्रातः और संध्या के समयों में विनम्रतापूर्वक, डरते हुए और हल्की आवाज़ के साथ याद किया करो। और उन लोगों में से न हो जाओ जो ग़फ़लत में पड़े हुए है

Tafseer (तफ़सीर )

إِنَّ
बेशक
ٱلَّذِينَ
वो (फ़रिश्ते ) जो
عِندَ
आपके रब के पास हैं
رَبِّكَ
आपके रब के पास हैं
لَا
नहीं वो तकब्बुर करते
يَسْتَكْبِرُونَ
नहीं वो तकब्बुर करते
عَنْ
उसकी इबादत से
عِبَادَتِهِۦ
उसकी इबादत से
وَيُسَبِّحُونَهُۥ
और वो तस्बीह करते हैं उसकी
وَلَهُۥ
और उसी को
يَسْجُدُونَ۩
वो सजदा करते हैं

Inna allatheena 'inda rabbika la yastakbiroona 'an 'ibadatihi wayusabbihoonahu walahu yasjudoona

निस्संदेह जो तुम्हारे रब के पास है, वे उसकी बन्दगी के मुक़ाबले में अहंकार की नीति नहीं अपनाते; वे तो उसकी तसबीह (महिमागान) करते है और उसी को सजदा करते है

Tafseer (तफ़सीर )