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bismillah

لَمْ
नहीं
يَكُنِ
थे
ٱلَّذِينَ
वो जिन्होंने
كَفَرُوا۟
कुफ़्र किया
مِنْ
अहले किताब में से
أَهْلِ
अहले किताब में से
ٱلْكِتَٰبِ
अहले किताब में से
وَٱلْمُشْرِكِينَ
और मुशरिकीन में से
مُنفَكِّينَ
बाज़ आने वाले
حَتَّىٰ
यहाँ तक कि
تَأْتِيَهُمُ
आ जाए उनके पास
ٱلْبَيِّنَةُ
वाज़ेह दलील

Lam yakuni allatheena kafaroo min ahli alkitabi waalmushrikeena munfakkeena hatta tatiyahumu albayyinatu

किताबवालों और मुशरिकों (बहुदेववादियों) में से जिन लोगों ने इनकार किया वे कुफ़्र (इनकार) से अलग होनेवाले नहीं जब तक कि उनके पास स्पष्ट प्रमाण न आ जाए;

Tafseer (तफ़सीर )

رَسُولٌ
एक रसूल
مِّنَ
अल्लाह की तरफ़ से
ٱللَّهِ
अल्लाह की तरफ़ से
يَتْلُوا۟
जो पढ़ता है
صُحُفًا
सहीफ़े
مُّطَهَّرَةً
पाकीज़ा

Rasoolun mina Allahi yatloo suhufan mutahharatan

अल्लाह की ओर से एक रसूल पवित्र पृष्ठों को पढ़ता हुआ;

Tafseer (तफ़सीर )

فِيهَا
उसमें
كُتُبٌ
तहरीरें हैं
قَيِّمَةٌ
दुरुस्त

Feeha kutubun qayyimatun

जिनमें ठोस और ठीक आदेश अंकित हों,

Tafseer (तफ़सीर )

وَمَا
और नहीं
تَفَرَّقَ
तफ़रक़ा किया
ٱلَّذِينَ
उन लोगों ने जो
أُوتُوا۟
दिए गए
ٱلْكِتَٰبَ
किताब
إِلَّا
मगर
مِنۢ
बाद उसके
بَعْدِ
बाद उसके
مَا
जो
جَآءَتْهُمُ
आई उनके पास
ٱلْبَيِّنَةُ
खुली दलील

Wama tafarraqa allatheena ootoo alkitaba illa min ba'di ma jaathumu albayyinatu

हालाँकि जिन्हें किताब दी गई थी। वे इसके पश्चात फूट में पड़े कि उनके पास स्पष्ट प्रमाण आ चुका था

Tafseer (तफ़सीर )

وَمَآ
और नहीं
أُمِرُوٓا۟
वो हुक्म दिए गए थे
إِلَّا
मगर
لِيَعْبُدُوا۟
ये कि वो इबादत करें
ٱللَّهَ
अल्लाह की
مُخْلِصِينَ
ख़ालिस करने वाले
لَهُ
उसके लिए
ٱلدِّينَ
दीन को
حُنَفَآءَ
यक्सू हो कर
وَيُقِيمُوا۟
और वो क़ायम करें
ٱلصَّلَوٰةَ
नमाज़
وَيُؤْتُوا۟
और वो अदा करे
ٱلزَّكَوٰةَۚ
ज़कात
وَذَٰلِكَ
और ये है
دِينُ
दीन
ٱلْقَيِّمَةِ
दुरुस्त

Wama omiroo illa liya'budoo Allaha mukhliseena lahu alddeena hunafaa wayuqeemoo alssalata wayutoo alzzakata wathalika deenu alqayyimati

और उन्हें आदेश भी बस यही दिया गया था कि वे अल्लाह की बन्दगी करे निष्ठा एवं विनयशीलता को उसके लिए विशिष्ट करके, बिलकुल एकाग्र होकर, और नमाज़ की पाबन्दी करें और ज़कात दे। और यही है सत्यवादी समुदाय का धर्म

Tafseer (तफ़सीर )

إِنَّ
बेशक
ٱلَّذِينَ
वो जिन्होंने
كَفَرُوا۟
कुफ़्र किया
مِنْ
अहले किताब में से
أَهْلِ
अहले किताब में से
ٱلْكِتَٰبِ
अहले किताब में से
وَٱلْمُشْرِكِينَ
और मुशरिकीन
فِى
आग में होंगे
نَارِ
आग में होंगे
جَهَنَّمَ
जहन्नम की
خَٰلِدِينَ
हमेशा रहने वाले
فِيهَآۚ
उसमें
أُو۟لَٰٓئِكَ
यही लोग हैं
هُمْ
वो
شَرُّ
बदतरीन
ٱلْبَرِيَّةِ
मख़लूक़

Inna allatheena kafaroo min ahli alkitabi waalmushrikeena fee nari jahannama khalideena feeha olaika hum sharru albariyyati

निस्संदेह किताबवालों और मुशरिकों (बहुदेववादियों) में से जिन लोगों ने इनकार किया है, वे जहन्नम की आग में पड़ेगे; उसमें सदैव रहने के लिए। वही पैदा किए गए प्राणियों में सबसे बुरे है

Tafseer (तफ़सीर )

إِنَّ
बेशक
ٱلَّذِينَ
वो लोग जो
ءَامَنُوا۟
ईमान लाए
وَعَمِلُوا۟
और उन्होंने अमल किए
ٱلصَّٰلِحَٰتِ
नेक
أُو۟لَٰٓئِكَ
यही लोग हैं
هُمْ
वो
خَيْرُ
बेहतरीन
ٱلْبَرِيَّةِ
मख़लूक़

Inna allatheena amanoo wa'amiloo alssalihati olaika hum khayru albariyyati

किन्तु निश्चय ही वे लोग, जो ईमान लाए और उन्होंने अच्छे कर्म किए पैदा किए गए प्राणियों में सबसे अच्छे है

Tafseer (तफ़सीर )

جَزَآؤُهُمْ
बदला उनका
عِندَ
पास है
رَبِّهِمْ
उनके रब के
جَنَّٰتُ
बाग़ात
عَدْنٍ
हमेशगी के
تَجْرِى
बहती हैं
مِن
उनके नीचे से
تَحْتِهَا
उनके नीचे से
ٱلْأَنْهَٰرُ
नहरें
خَٰلِدِينَ
हमेशा रहने वाले हैं
فِيهَآ
उनमें
أَبَدًاۖ
हमेशा-हमेशा
رَّضِىَ
राज़ी हो गया
ٱللَّهُ
अल्लाह
عَنْهُمْ
उनसे
وَرَضُوا۟
और वो राज़ी हो गए
عَنْهُۚ
उससे
ذَٰلِكَ
ये
لِمَنْ
उसके लिए जो
خَشِىَ
डर गया
رَبَّهُۥ
अपने रब से

Jazaohum 'inda rabbihim jannatu 'adnin tajree min tahtiha alanharu khalideena feeha abadan radiya Allahu 'anhum waradoo 'anhu thalika liman khashiya rabbahu

उनका बदला उनके अपने रब के पास सदाबहार बाग़ है, जिनके नीचे नहरें बह रही होंगी। उनमें वे सदैव रहेंगे। अल्लाह उनसे राज़ी हुआ और वे उससे राज़ी हुए। यह कुछ उसके लिए है, जो अपने रब से डरा

Tafseer (तफ़सीर )
कुरान की जानकारी :
अल-बय्यिना
القرآن الكريم:البينة
आयत सजदा (سجدة):-
सूरा (latin):Al-Bayyinah
सूरा:98
कुल आयत:8
कुल शब्द:94
कुल वर्ण:399
रुकु:1
वर्गीकरण:मदीनन सूरा
Revelation Order:100
से शुरू आयत:6130