وَٱلنَّٰزِعَٰتِ
क़सम है (उन फ़रिश्तों की ) जो खींचने वाले हैं
غَرْقًا
डूब कर
Waalnnazi'ati gharqan
गवाह है वे (हवाएँ) जो ज़ोर से उखाड़ फैंके,
وَٱلنَّٰشِطَٰتِ
और जो आसानी से निकालने वाले हैं
نَشْطًا
आसानी से निकालना
Waalnnashitati nashtan
और गवाह है वे (हवाएँ) जो नर्मी के साथ चलें,
وَٱلسَّٰبِحَٰتِ
और जो तैरने वाले हैं
سَبْحًا
तेज़ी से तैरना
Waalssabihati sabhan
और गवाह है वे जो वायुमंडल में तैरें,
فَٱلسَّٰبِقَٰتِ
फिर जो सबक़त करने वाले हैं
سَبْقًا
सबक़त करना
Faalssabiqati sabqan
फिर एक-दूसरे से अग्रसर हों,
فَٱلْمُدَبِّرَٰتِ
फिर जो तदबीर करने वाले हैं
أَمْرًا
किसी काम की
Faalmudabbirati amran
और मामले की तदबीर करें
يَوْمَ
जिस दिन
تَرْجُفُ
काँपेगी
ٱلرَّاجِفَةُ
काँपने वाली
Yawma tarjufu alrrajifatu
जिस दिन हिला डालेगी हिला डालनेवाले घटना,
تَتْبَعُهَا
पीछे आएगी उसके
ٱلرَّادِفَةُ
पीछे आने वाली
Tatba'uha alrradifatu
उसके पीछ घटित होगी दूसरी (घटना)
قُلُوبٌ
कुछ दिल
يَوْمَئِذٍ
उस दिन
وَاجِفَةٌ
धड़कने वाले होंगे
Quloobun yawmaithin wajifatun
कितने ही दिल उस दिन काँप रहे होंगे,
أَبْصَٰرُهَا
निगाहें उनकी
خَٰشِعَةٌ
झुकी होंगी
Absaruha khashi'atun
उनकी निगाहें झुकी होंगी
يَقُولُونَ
वो कहते हैं
أَءِنَّا
क्या बेशक हम
لَمَرْدُودُونَ
अलबत्ता फेरे जाने वाले हैं
فِى
पहली हालत में
ٱلْحَافِرَةِ
पहली हालत में
Yaqooloona ainna lamardoodoona fee alhafirati
वे कहते है, 'क्या वास्तव में हम पहली हालत में फिर लौटाए जाएँगे?
القرآن الكريم: | النازعات |
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आयत सजदा (سجدة): | - |
सूरा (latin): | An-Nazi'at |
सूरा: | 79 |
कुल आयत: | 46 |
कुल शब्द: | 197 |
कुल वर्ण: | 753 |
रुकु: | 2 |
वर्गीकरण: | मक्कन सूरा |
Revelation Order: | 81 |
से शुरू आयत: | 5712 |