وَيْلٌ
हलाकत है
لِّكُلِّ
वास्ते हर
هُمَزَةٍ
ऐब लगाने वाले
لُّمَزَةٍ
ग़ीबत करने वाले के
Waylun likulli humazatin lumazatin
तबाही है हर कचो के लगानेवाले, ऐब निकालनेवाले के लिए,
ٱلَّذِى
वो जिसने
جَمَعَ
जमा किया
مَالًا
माल
وَعَدَّدَهُۥ
और उसने गिन-गिन कर रखा उसे
Allathee jama'a malan wa'addadahu
जो माल इकट्ठा करता और उसे गिनता रहा
يَحْسَبُ
वो समझता है
أَنَّ
कि बेशक
مَالَهُۥٓ
माल उसका
أَخْلَدَهُۥ
हमेशगी बख़्शेगा उसे
Yahsabu anna malahu akhladahu
समझता है कि उसके माल ने उसे अमर कर दिया
كَلَّاۖ
हरगिज़ नहीं
لَيُنۢبَذَنَّ
अलबत्ता वो ज़रूर डाला जाएगा
فِى
हुतामा में
ٱلْحُطَمَةِ
हुतामा में
Kalla layunbathanna fee alhutamati
कदापि नहीं, वह चूर-चूर कर देनेवाली में फेंक दिया जाएगा,
وَمَآ
और क्या चीज़
أَدْرَىٰكَ
बताए आपको
مَا
क्या है
ٱلْحُطَمَةُ
हुतामा
Wama adraka ma alhutamatu
और तुम्हें क्या मालूम कि वह चूर-चूर कर देनेवाली क्या है?
نَارُ
आग है
ٱللَّهِ
अल्लाह की
ٱلْمُوقَدَةُ
भड़काई हुई
Naru Allahi almooqadatu
वह अल्लाह की दहकाई हुई आग है,
ٱلَّتِى
वो जो
تَطَّلِعُ
चढ़ आती है
عَلَى
दिलों पर
ٱلْأَفْـِٔدَةِ
दिलों पर
Allatee tattali'u 'ala alafidati
जो झाँक लेती है दिलों को
إِنَّهَا
बेशक वो
عَلَيْهِم
उन पर
مُّؤْصَدَةٌ
बन्द की हुई है
lnnaha 'alayhim musadatun
वह उनपर ढाँककर बन्द कर दी गई होगी,
فِى
सुतूनों में
عَمَدٍ
सुतूनों में
مُّمَدَّدَةٍۭ
लम्बे-लम्बे
Fee 'amadin mumaddadatin
लम्बे-लम्बे स्तम्भों में
القرآن الكريم: | الهمزة |
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आयत सजदा (سجدة): | - |
सूरा (latin): | Al-Humazah |
सूरा: | 104 |
कुल आयत: | 9 |
कुल शब्द: | 30 |
कुल वर्ण: | 130 |
रुकु: | 1 |
वर्गीकरण: | मक्कन सूरा |
Revelation Order: | 32 |
से शुरू आयत: | 6179 |