Saala sailun bi'athabin waqi'in
एक माँगनेवाले ने घटित होनेवाली यातना माँगी,
Lilkafireena laysa lahu dafi'un
जो इनकार करनेवालो के लिए होगी, उसे कोई टालनेवाला नहीं,
Mina Allahi thee alma'ariji
वह अल्लाह की ओर से होगी, जो चढ़ाव के सोपानों का स्वामी है
Ta'ruju almalaikatu waalrroohu ilayhi fee yawmin kana miqdaruhu khamseena alfa sanatin
फ़रिश्ते और रूह (जिबरील) उसकी ओर चढ़ते है, उस दिन में जिसकी अवधि पचास हज़ार वर्ष है
Faisbir sabran jameelan
अतः धैर्य से काम लो, उत्तम धैर्य
Innahum yarawnahu ba'eedan
वे उसे बहुत दूर देख रहे है,
Wanarahu qareeban
किन्तु हम उसे निकट देख रहे है
Yawma takoonu alssamao kaalmuhli
जिस दिन आकाश तेल की तलछट जैसा काला हो जाएगा,
Watakoonu aljibalu kaal'ihni
और पर्वत रंग-बिरंगे ऊन के सदृश हो जाएँगे
Wala yasalu hameemun hameeman
कोई मित्र किसी मित्र को न पूछेगा,
القرآن الكريم: | المعارج |
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आयत सजदा (سجدة): | - |
सूरा (latin): | Al-Ma'arij |
सूरा: | 70 |
कुल आयत: | 44 |
कुल शब्द: | 224 |
कुल वर्ण: | 920 |
रुकु: | 2 |
वर्गीकरण: | मक्कन सूरा |
Revelation Order: | 79 |
से शुरू आयत: | 5375 |