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bismillah

وَٱلصَّٰٓفَّٰتِ
क़सम है सफ़ बाँधने वालों की
صَفًّا
ख़ूब सफ़ बाँधना

Waalssaffati saffan

गवाह है परा जमाकर पंक्तिबद्ध होनेवाले;

Tafseer (तफ़सीर )

فَٱلزَّٰجِرَٰتِ
फिर डाँटने वालों की
زَجْرًا
सख़्त डाँटना

Faalzzajirati zajran

फिर डाँटनेवाले;

Tafseer (तफ़सीर )

فَٱلتَّٰلِيَٰتِ
फिर तिलावत करने वालों की
ذِكْرًا
ज़िक्र (क़ुरान) की

Faalttaliyati thikran

फिर यह ज़िक्र करनेवाले

Tafseer (तफ़सीर )

إِنَّ
बेशक
إِلَٰهَكُمْ
इलाह तुम्हारा
لَوَٰحِدٌ
यक़ीनन एक ही है

Inna ilahakum lawahidun

कि तुम्हारा पूज्य-प्रभु अकेला है।

Tafseer (तफ़सीर )

رَّبُّ
रब
ٱلسَّمَٰوَٰتِ
आसमानों
وَٱلْأَرْضِ
और ज़मीन का
وَمَا
और जो
بَيْنَهُمَا
दर्मियान है उन दोनों के
وَرَبُّ
और रब
ٱلْمَشَٰرِقِ
मशरिक़ों का

Rabbu alssamawati waalardi wama baynahuma warabbu almashariqi

वह आकाशों और धरती और जो कुछ उनके बीच है सबका रब है और पूर्व दिशाओं का भी रब है

Tafseer (तफ़सीर )

إِنَّا
बेशक हम
زَيَّنَّا
मुज़य्यन किया हमने
ٱلسَّمَآءَ
आसमाने
ٱلدُّنْيَا
दुनिया को
بِزِينَةٍ
ज़ीनत से
ٱلْكَوَاكِبِ
सितारों की

Inna zayyanna alssamaa alddunya bizeenatin alkawakibi

हमने दुनिया के आकाश को सजावट अर्थात तारों से सुसज्जित किया, (रात में मुसाफ़िरों को मार्ग दिखाने के लिए)

Tafseer (तफ़सीर )

وَحِفْظًا
और हिफ़ाज़त के लिए
مِّن
हर शैतान से
كُلِّ
हर शैतान से
شَيْطَٰنٍ
हर शैतान से
مَّارِدٍ
जो सरकश है

Wahifthan min kulli shaytanin maridin

और प्रत्येक सरकश शैतान से सुरक्षित रखने के लिए

Tafseer (तफ़सीर )

لَّا
नहीं वो कान लगाकर सुन सकते
يَسَّمَّعُونَ
नहीं वो कान लगाकर सुन सकते
إِلَى
तरफ़ मलाए आला/मुक़र्रिब फ़रिश्तों के
ٱلْمَلَإِ
तरफ़ मलाए आला/मुक़र्रिब फ़रिश्तों के
ٱلْأَعْلَىٰ
तरफ़ मलाए आला/मुक़र्रिब फ़रिश्तों के
وَيُقْذَفُونَ
और वो फेंके जाते हैं
مِن
हर तरफ़ से
كُلِّ
हर तरफ़ से
جَانِبٍ
हर तरफ़ से

La yassamma'oona ila almalai ala'la wayuqthafoona min kulli janibin

वे (शैतान) 'मलए आला' की ओर कान नहीं लगा पाते और हर ओर से फेंक मारे जाते है भगाने-धुतकारने के लिए।

Tafseer (तफ़सीर )

دُحُورًاۖ
भगाने के लिए
وَلَهُمْ
और उनके लिए
عَذَابٌ
अज़ाब है
وَاصِبٌ
मुसलसल

Duhooran walahum 'athabun wasibun

और उनके लिए अनवरत यातना है

Tafseer (तफ़सीर )

إِلَّا
मगर
مَنْ
जो कोई
خَطِفَ
उचक ले जाए
ٱلْخَطْفَةَ
उचक ले जाना
فَأَتْبَعَهُۥ
तो पीछा करता है उसका
شِهَابٌ
एक शोला
ثَاقِبٌ
चमकता हुआ

Illa man khatifa alkhatfata faatba'ahu shihabun thaqibun

किन्तु यह और बात है कि कोई कुछ उचक ले, इस दशा में एक तेज़ दहकती उल्का उसका पीछा करती है

Tafseer (तफ़सीर )
कुरान की जानकारी :
अस-सफ्फात
القرآن الكريم:الصافات
आयत सजदा (سجدة):-
सूरा (latin):As-Saffat
सूरा:37
कुल आयत:182
कुल शब्द:860
कुल वर्ण:3826
रुकु:5
वर्गीकरण:मक्कन सूरा
Revelation Order:56
से शुरू आयत:3788