Waathinat lirabbiha wahuqqat
और वह अपने रब की सुनेगा, और उसे यही चाहिए भी
Waitha alardu muddat
जब धरती फैला दी जाएगी
Waalqat ma feeha watakhallat
और जो कुछ उसके भीतर है उसे बाहर डालकर खाली हो जाएगी
Waathinat lirabbiha wahuqqat
और वह अपने रब की सुनेगी, और उसे यही चाहिए भी
Ya ayyuha alinsanu innaka kadihun ila rabbika kadhan famulaqeehi
ऐ मनुष्य! तू मशक़्क़त करता हुआ अपने रब ही की ओर खिंचा चला जा रहा है और अन्ततः उससे मिलने वाला है
Faama man ootiya kitabahu biyameenihi
फिर जिस किसी को उसका कर्म-पत्र उसके दाहिने हाथ में दिया गया,
Fasawfa yuhasabu hisaban yaseeran
तो उससे आसान, सरसरी हिसाब लिया जाएगा
Wayanqalibu ila ahlihi masrooran
और वह अपने लोगों की ओर ख़ुश-ख़ुश पलटेगा
Waamma man ootiya kitabahu waraa thahrihi
और रह वह व्यक्ति जिसका कर्म-पत्र (उसके बाएँ हाथ में) उसकी पीठ के पीछे से दिया गया,
القرآن الكريم: | الإنشقاق |
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आयत सजदा (سجدة): | 21 |
सूरा (latin): | Al-Insyiqaq |
सूरा: | 84 |
कुल आयत: | 25 |
कुल शब्द: | 107 |
कुल वर्ण: | 430 |
रुकु: | 1 |
वर्गीकरण: | मक्कन सूरा |
Revelation Order: | 83 |
से शुरू आयत: | 5884 |