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bismillah

إِذَا
जब
ٱلسَّمَآءُ
आसमान
ٱنشَقَّتْ
फट जाऐगा

Itha alssamao inshaqqat

जबकि आकाश फट जाएगा,

Tafseer (तफ़सीर )

وَأَذِنَتْ
और वो कान लगाए हुए है
لِرَبِّهَا
अपने रब के लिए
وَحُقَّتْ
और वो हक़ दिया गया है

Waathinat lirabbiha wahuqqat

और वह अपने रब की सुनेगा, और उसे यही चाहिए भी

Tafseer (तफ़सीर )

وَإِذَا
और जब
ٱلْأَرْضُ
ज़मीन
مُدَّتْ
फैला दी जाएगी

Waitha alardu muddat

जब धरती फैला दी जाएगी

Tafseer (तफ़सीर )

وَأَلْقَتْ
और वो डाल देगी
مَا
जो कुछ
فِيهَا
उसमें है
وَتَخَلَّتْ
और वो ख़ाली हो जाएगी

Waalqat ma feeha watakhallat

और जो कुछ उसके भीतर है उसे बाहर डालकर खाली हो जाएगी

Tafseer (तफ़सीर )

وَأَذِنَتْ
और वो कान लगाए हुए है
لِرَبِّهَا
अपने रब के लिए
وَحُقَّتْ
और वो हक़ दी गई है

Waathinat lirabbiha wahuqqat

और वह अपने रब की सुनेगी, और उसे यही चाहिए भी

Tafseer (तफ़सीर )

يَٰٓأَيُّهَا
ٱلْإِنسَٰنُ
इन्सान
إِنَّكَ
बेशक तू
كَادِحٌ
मेहनत करने वाला है
إِلَىٰ
तरफ़ अपने रब के
رَبِّكَ
तरफ़ अपने रब के
كَدْحًا
सख़्त मेहनत
فَمُلَٰقِيهِ
फिर मिलने वाला है उससे

Ya ayyuha alinsanu innaka kadihun ila rabbika kadhan famulaqeehi

ऐ मनुष्य! तू मशक़्क़त करता हुआ अपने रब ही की ओर खिंचा चला जा रहा है और अन्ततः उससे मिलने वाला है

Tafseer (तफ़सीर )

فَأَمَّا
तो रहा
مَنْ
वो जो
أُوتِىَ
दिया गया
كِتَٰبَهُۥ
किताब अपनी
بِيَمِينِهِۦ
अपने दाऐं हाथ में

Faama man ootiya kitabahu biyameenihi

फिर जिस किसी को उसका कर्म-पत्र उसके दाहिने हाथ में दिया गया,

Tafseer (तफ़सीर )

فَسَوْفَ
तो अनक़रीब
يُحَاسَبُ
वो हिसाब लिया जाएग
حِسَابًا
हिसाब
يَسِيرًا
निहायत आसान

Fasawfa yuhasabu hisaban yaseeran

तो उससे आसान, सरसरी हिसाब लिया जाएगा

Tafseer (तफ़सीर )

وَيَنقَلِبُ
और वो लौटेगा
إِلَىٰٓ
तरफ़ अपने घर वालों के
أَهْلِهِۦ
तरफ़ अपने घर वालों के
مَسْرُورًا
मसरूर/ ख़ुश

Wayanqalibu ila ahlihi masrooran

और वह अपने लोगों की ओर ख़ुश-ख़ुश पलटेगा

Tafseer (तफ़सीर )

وَأَمَّا
और रहा
مَنْ
वो जो
أُوتِىَ
दिया गया
كِتَٰبَهُۥ
किताब अपनी
وَرَآءَ
पीछे से
ظَهْرِهِۦ
अपनी पुश्त के

Waamma man ootiya kitabahu waraa thahrihi

और रह वह व्यक्ति जिसका कर्म-पत्र (उसके बाएँ हाथ में) उसकी पीठ के पीछे से दिया गया,

Tafseer (तफ़सीर )
कुरान की जानकारी :
अल-इन्शिकाक
القرآن الكريم:الإنشقاق
आयत सजदा (سجدة):21
सूरा (latin):Al-Insyiqaq
सूरा:84
कुल आयत:25
कुल शब्द:107
कुल वर्ण:430
रुकु:1
वर्गीकरण:मक्कन सूरा
Revelation Order:83
से शुरू आयत:5884