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مَثَلُ
मिसाल
ٱلَّذِينَ
उनकी जिन्होंने
ٱتَّخَذُوا۟
बना लिए
مِن
सिवाए
دُونِ
सिवाए
ٱللَّهِ
अल्लाह के
أَوْلِيَآءَ
कुछ वली/ दोस्त
كَمَثَلِ
मानिन्द मिसाल
ٱلْعَنكَبُوتِ
एक मकड़ी के है
ٱتَّخَذَتْ
जिसने बना लिया
بَيْتًاۖ
एक घर
وَإِنَّ
और बेशक
أَوْهَنَ
सब से कमज़ोर
ٱلْبُيُوتِ
घरों में
لَبَيْتُ
अलबत्ता घर है
ٱلْعَنكَبُوتِۖ
मकड़ी का
لَوْ
काश कि
كَانُوا۟
होते वो
يَعْلَمُونَ
वो इल्म रखते

Mathalu allatheena ittakhathoo min dooni Allahi awliyaa kamathali al'ankabooti ittakhathat baytan wainna awhana albuyooti labaytu al'ankabooti law kanoo ya'lamoona

जिन लोगों ने अल्लाह से हटकर अपने दूसरे संरक्षक बना लिए है उनकी मिसाल मकड़ी जैसी है, जिसने अपना एक घर बनाया, और यह सच है कि सब घरों से कमज़ोर घर मकड़ी का घर ही होता है। क्या ही अच्छा होता कि वे जानते!

Tafseer (तफ़सीर )

إِنَّ
बेशक
ٱللَّهَ
अल्लाह
يَعْلَمُ
वो जानता है
مَا
जिसे
يَدْعُونَ
वो पुकारते हैं
مِن
उसके सिवा
دُونِهِۦ
उसके सिवा
مِن
किसी भी चीज़ को
شَىْءٍۚ
किसी भी चीज़ को
وَهُوَ
और वो ही है
ٱلْعَزِيزُ
बहुत ज़बरदस्त
ٱلْحَكِيمُ
ख़ूब हिकमत वाला

Inna Allaha ya'lamu ma yad'oona min doonihi min shayin wahuwa al'azeezu alhakeemu

निस्संदेह अल्लाह उन चीज़ों को भली-भाँति जानता है, जिन्हें ये उससे हटकर पुकारते है। वह तो अत्यन्त प्रभुत्वशाली, तत्वदर्शी है

Tafseer (तफ़सीर )

وَتِلْكَ
और ये
ٱلْأَمْثَٰلُ
मिसालें हैं
نَضْرِبُهَا
हम बयान करते हैं उन्हें
لِلنَّاسِۖ
लोगों के लिए
وَمَا
और नहीं
يَعْقِلُهَآ
समझते उन्हें
إِلَّا
मगर
ٱلْعَٰلِمُونَ
इल्म रखने वाले

Watilka alamthalu nadribuha lilnnasi wama ya'qiluha illa al'alimoona

ये मिसालें हम लोगों के लिए पेश करते है, परन्तु इनको ज्ञानवान ही समझते है

Tafseer (तफ़सीर )

خَلَقَ
पैदा किया
ٱللَّهُ
अल्लाह ने
ٱلسَّمَٰوَٰتِ
आसमानों को
وَٱلْأَرْضَ
और ज़मीन को
بِٱلْحَقِّۚ
साथ हक़ के
إِنَّ
यक़ीनन
فِى
इसमें
ذَٰلِكَ
इसमें
لَءَايَةً
अलबत्ता एक निशानी है
لِّلْمُؤْمِنِينَ
ईमान लाने वालों के लिए

Khalaqa Allahu alssamawati waalarda bialhaqqi inna fee thalika laayatan lilmumineena

अल्लाह ने आकाशों और धरती को सत्य के साथ पैदा किया। निश्चय ही इसमें ईमानवालों के लिए एक बड़ी निशानी है

Tafseer (तफ़सीर )

ٱتْلُ
तिलावत कीजिए
مَآ
जो
أُوحِىَ
वही किया गया
إِلَيْكَ
आपकी तरफ़
مِنَ
किताब में से
ٱلْكِتَٰبِ
किताब में से
وَأَقِمِ
और क़ायम कीजिए
ٱلصَّلَوٰةَۖ
नमाज़
إِنَّ
बेशक
ٱلصَّلَوٰةَ
नमाज़
تَنْهَىٰ
रोकती है
عَنِ
बेहयाई से
ٱلْفَحْشَآءِ
बेहयाई से
وَٱلْمُنكَرِۗ
और बुराई से
وَلَذِكْرُ
और अलबत्ता ज़िक्र
ٱللَّهِ
अल्लाह का
أَكْبَرُۗ
सबसे बड़ा है
وَٱللَّهُ
और अल्लाह
يَعْلَمُ
वो जानता है
مَا
जो कुछ
تَصْنَعُونَ
तुम करते हो

Otlu ma oohiya ilayka mina alkitabi waaqimi alssalata inna alssalata tanha 'ani alfahshai waalmunkari walathikru Allahi akbaru waAllahu ya'lamu ma tasna'oona

उस किताब को पढ़ो जो तुम्हारी ओर प्रकाशना के द्वारा भेजी गई है, और नमाज़ का आयोजन करो। निस्संदेह नमाज़ अश्लीलता और बुराई से रोकती है। और अल्लाह का याद करना तो बहुत बड़ी चीज़ है। अल्लाह जानता है जो कुछ तुम रचते और बनाते हो

Tafseer (तफ़सीर )

وَلَا
और ना
تُجَٰدِلُوٓا۟
तुम झगड़ा करो
أَهْلَ
अहले किताब से
ٱلْكِتَٰبِ
अहले किताब से
إِلَّا
मगर
بِٱلَّتِى
उस तरीक़े से जो
هِىَ
वो
أَحْسَنُ
सबसे अच्छा है
إِلَّا
सिवाए
ٱلَّذِينَ
उनके जिन्होंने
ظَلَمُوا۟
ज़ुल्म किया
مِنْهُمْۖ
उनमें से
وَقُولُوٓا۟
और कहो
ءَامَنَّا
ईमान लाए हम
بِٱلَّذِىٓ
उस पर जो
أُنزِلَ
नाज़िल किया गया
إِلَيْنَا
हमारी तरफ़
وَأُنزِلَ
और नाज़िल किया गया
إِلَيْكُمْ
तुम्हारी तरफ़
وَإِلَٰهُنَا
और इलाह हमारा
وَإِلَٰهُكُمْ
और इलाह तुम्हारा
وَٰحِدٌ
एक ही है
وَنَحْنُ
और हम
لَهُۥ
उसी के
مُسْلِمُونَ
फ़रमाबरदार हैं

Wala tujadiloo ahla alkitabi illa biallatee hiya ahsanu illa allatheena thalamoo minhum waqooloo amanna biallathee onzila ilayna waonzila ilaykum wailahuna wailahukum wahidun wanahnu lahu muslimoona

और किताबवालों से बस उत्तम रीति ही से वाद-विवाद करो - रहे वे लोग जो उनमें ज़ालिम हैं, उनकी बात दूसरी है - और कहो - 'हम ईमान लाए उस चीज़ पर जो अवतरित हुई और तुम्हारी ओर भी अवतरित हुई। और हमारा पूज्य और तुम्हारा पूज्य अकेला ही है और हम उसी के आज्ञाकारी है।'

Tafseer (तफ़सीर )

وَكَذَٰلِكَ
और इसी तरह
أَنزَلْنَآ
नाज़िल की हमने
إِلَيْكَ
तरफ़ आपके
ٱلْكِتَٰبَۚ
किताब
فَٱلَّذِينَ
पस वो लोग जो
ءَاتَيْنَٰهُمُ
दी हमने उन्हें
ٱلْكِتَٰبَ
किताब
يُؤْمِنُونَ
वो ईमान लाते हैं
بِهِۦۖ
उस पर
وَمِنْ
और उनमें से भी हैं
هَٰٓؤُلَآءِ
और उनमें से भी हैं
مَن
जो
يُؤْمِنُ
ईमान लाते हैं
بِهِۦۚ
इस पर
وَمَا
और नहीं
يَجْحَدُ
इन्कार करते
بِـَٔايَٰتِنَآ
हमारी आयात का
إِلَّا
मगर
ٱلْكَٰفِرُونَ
जो काफ़िर हैं

Wakathalika anzalna ilayka alkitaba faallatheena ataynahumu alkitaba yuminoona bihi wamin haolai man yuminu bihi wama yajhadu biayatina illa alkafiroona

इसी प्रकार हमने तुम्हारी ओर किताब अवतरित की है, तो जिन्हें हमने किताब प्रदान की है वे उसपर ईमान लाएँगे। उनमें से कुछ उसपर ईमान ला भी रहे है। हमारी आयतों का इनकार तो केवल न माननेवाले ही करते है

Tafseer (तफ़सीर )

وَمَا
और ना
كُنتَ
थे आप
تَتْلُوا۟
आप पढ़ते
مِن
इससे पहले
قَبْلِهِۦ
इससे पहले
مِن
कोई किताब
كِتَٰبٍ
कोई किताब
وَلَا
और ना
تَخُطُّهُۥ
आप लिखते थे उसे
بِيَمِينِكَۖ
अपने दाऐं हाथ से
إِذًا
तब
لَّٱرْتَابَ
अलबत्ता शक में पड़ जाते
ٱلْمُبْطِلُونَ
बातिल परस्त

Wama kunta tatloo min qablihi min kitabin wala takhuttuhu biyameenika ithan lairtaba almubtiloona

इससे पहले तुम न कोई किताब पढ़ते थे और न उसे अपने हाथ से लिखते ही थे। ऐसा होता तो ये मिथ्यावादी सन्देह में पड़ सकते थे

Tafseer (तफ़सीर )

بَلْ
बल्कि
هُوَ
वो
ءَايَٰتٌۢ
आयात हैं
بَيِّنَٰتٌ
वाज़ेह
فِى
सीनों में
صُدُورِ
सीनों में
ٱلَّذِينَ
उन लोगों के जो
أُوتُوا۟
दिए गए
ٱلْعِلْمَۚ
इल्म
وَمَا
और नहीं
يَجْحَدُ
इन्कार करते
بِـَٔايَٰتِنَآ
हमारी आयात का
إِلَّا
मगर
ٱلظَّٰلِمُونَ
जो ज़ालिम हैं

Bal huwa ayatun bayyinatun fee sudoori allatheena ootoo al'ilma wama yajhadu biayatina illa alththalimoona

नहीं, बल्कि वे तो उन लोगों के सीनों में विद्यमान खुली निशानियाँ है, जिन्हें ज्ञान प्राप्त हुआ है। हमारी आयतों का इनकार तो केवल ज़ालिम ही करते है

Tafseer (तफ़सीर )

وَقَالُوا۟
और उन्होंने कहा
لَوْلَآ
क्यों नहीं
أُنزِلَ
उतारी गईं
عَلَيْهِ
उस पर
ءَايَٰتٌ
निशानियाँ
مِّن
उसके रब की तरफ़ से
رَّبِّهِۦۖ
उसके रब की तरफ़ से
قُلْ
कह दीजिए
إِنَّمَا
बेशक
ٱلْءَايَٰتُ
निशानियाँ
عِندَ
पास हैं
ٱللَّهِ
अल्लाह के
وَإِنَّمَآ
और बेशक
أَنَا۠
मैं तो
نَذِيرٌ
डराने वाला हूँ
مُّبِينٌ
खुल्लम-खुल्ला

Waqaloo lawla onzila 'alayhi ayatun min rabbihi qul innama alayatu 'inda Allahi wainnama ana natheerun mubeenun

उनका कहना है कि 'उसपर उसके रब की ओर से निशानियाँ क्यों नहीं अवतरित हुई?' कह दो, 'निशानियाँ तो अल्लाह ही के पास है। मैं तो केवल स्पष्ट रूप से सचेत करनेवाला हूँ।'

Tafseer (तफ़सीर )