Inna fatahna laka fathan mubeenan
निश्चय ही हमने तुम्हारे लिए एक खुली विजय प्रकट की,
Liyaghfira laka Allahu ma taqaddama min thanbika wama taakhkhara wayutimma ni'matahu 'alayka wayahdiyaka siratan mustaqeeman
ताकि अल्लाह तुम्हारे अगले और पिछले गुनाहों को क्षमा कर दे और तुमपर अपनी अनुकम्पा पूर्ण कर दे और तुम्हें सीधे मार्ग पर चलाए,
Wayansuraka Allahu nasran 'azeezan
और अल्लाह तुम्हें प्रभावकारी सहायता प्रदान करे
Huwa allathee anzala alssakeenata fee quloobi almumineena liyazdadoo eemanan ma'a eemanihim walillahi junoodu alssamawati waalardi wakana Allahu 'aleeman hakeeman
वहीं है जिसने ईमानवालों के दिलों में सकीना (प्रशान्ति) उतारी, ताकि अपने ईमान के साथ वे और ईमान की अभिवृद्धि करें - आकाशों और धरती की सभी सेनाएँ अल्लाह ही की है, और अल्लाह सर्वज्ञ, तत्वदर्शी है। -
Liyudkhila almumineena waalmuminati jannatin tajree min tahtiha alanharu khalideena feeha wayukaffira 'anhum sayyiatihim wakana thalika 'inda Allahi fawzan 'atheeman
ताकि वह मोमिन पुरुषों औप मोमिन स्त्रियों को ऐसे बाग़ों में दाख़िल करे जिनके नीचे नहरें बहती होंगी कि वे उनमें सदैव रहें और उनसे उनकी बुराईयाँ दूर कर दे - यह अल्लाह के यहाँ बड़ी सफलता है। -
Wayu'aththiba almunafiqeena waalmunafiqati waalmushrikeena waalmushrikati alththanneena biAllahi thanna alssawi 'alayhim dairatu alssawi waghadiba Allahu 'alayhim wala'anahum waa'adda lahum jahannama wasaat maseeran
और कपटाचारी पुरुषों और कपटाचारी स्त्रियों और बहुदेववादी पुरुषों और बहुदेववादी स्त्रियों को, जो अल्लाह के बारे में बुरा गुमान रखते है, यातना दे। उन्हीं पर बुराई की गर्दिश है। उनपर अल्लाह का क्रोध हुआ और उसने उनपर लानत की, और उसने उनके लिए जहन्नम तैयार कर रखा है, और वह अत्यन्त बुरा ठिकाना है!
Walillahi junoodu alssamawati waalardi wakana Allahu 'azeezan hakeeman
आकाशों और धरती की सब सेनाएँ अल्लाह ही की है। अल्लाह प्रभुत्वशाली, अत्यन्त तत्वदर्शी है
Inna arsalnaka shahidan wamubashshiran wanatheeran
निश्चय ही हमने तुम्हें गवाही देनेवाला और शुभ सूचना देनेवाला और सचेतकर्त्ता बनाकर भेजा,
Lituminoo biAllahi warasoolihi watu'azziroohu watuwaqqiroohu watusabbihoohu bukratan waaseelan
ताकि तुम अल्लाह और उसके रसूल पर ईमान लाओ, उसे सहायता पहुँचाओ और उसका आदर करो, और प्रातःकाल और संध्या समय उसकी तसबीह करते रहो
Inna allatheena yubayi'oonaka innama yubayi'oona Allaha yadu Allahi fawqa aydeehim faman nakatha fainnama yankuthu 'ala nafsihi waman awfa bima 'ahada 'alayhu Allaha fasayuteehi ajran 'atheeman
(ऐ नबी) वे लोग जो तुमसे बैअत करते है वे तो वास्तव में अल्लाह ही से बैअत करते है। उनके हाथों के ऊपर अल्लाह का हाथ होता है। फिर जिस किसी ने वचन भंग किया तो वह वचन भंग करके उसका बवाल अपने ही सिर लेता है, किन्तु जिसने उस प्रतिज्ञा को पूरा किया जो उसने अल्लाह से की है तो उसे वह बड़ा बदला प्रदान करेगा
القرآن الكريم: | الفتح |
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आयत सजदा (سجدة): | - |
सूरा (latin): | Al-Fath |
सूरा: | 48 |
कुल आयत: | 29 |
कुल शब्द: | 568 |
कुल वर्ण: | 2559 |
रुकु: | 4 |
वर्गीकरण: | मदीनन सूरा |
Revelation Order: | 111 |
से शुरू आयत: | 4583 |