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قَالَ
उसने कहा
نَكِّرُوا۟
अनजाना कर दो
لَهَا
उसके लिए
عَرْشَهَا
तख़्त उसका
نَنظُرْ
हम देखते हैं
أَتَهْتَدِىٓ
क्या वो हिदायत पाती है
أَمْ
या
تَكُونُ
होती है वो
مِنَ
उन में से जो
ٱلَّذِينَ
उन में से जो
لَا
नहीं वो हिदायत पाते
يَهْتَدُونَ
नहीं वो हिदायत पाते

Qala nakkiroo laha 'arshaha nanthur atahtadee am takoonu mina allatheena la yahtadoona

उसने कहा, 'उसके पास उसके सिंहासन का रूप बदल दो। देंखे वह वास्तविकता को पा लेती है या उन लोगों में से होकर रह जाती है, जो वास्तविकता को पा लेती है या उन लोगों में से होकर जाती है, जो वास्तविकता को पा लेती है या उन लोगों में से होकर रह जाती है, जो वास्तविकता को नहीं पाते।'

Tafseer (तफ़सीर )

فَلَمَّا
तो जब
جَآءَتْ
वो आ गई
قِيلَ
कहा गया
أَهَٰكَذَا
क्या इसी तरह का है
عَرْشُكِۖ
तख़्त तेरा
قَالَتْ
वो बोली
كَأَنَّهُۥ
गोया कि वो
هُوَۚ
वो ही है
وَأُوتِينَا
और दिए गए थे हम
ٱلْعِلْمَ
इल्म
مِن
इससे पहले ही
قَبْلِهَا
इससे पहले ही
وَكُنَّا
और थे हम
مُسْلِمِينَ
फ़रमाबरदार

Falamma jaat qeela ahakatha 'arshuki qalat kaannahu huwa waooteena al'ilma min qabliha wakunna muslimeena

जब वह आई तो कहा गया, 'क्या तुम्हारा सिंहासन ऐसा ही है?' उसने कहा, 'यह तो जैसे वही है, और हमें तो इससे पहले ही ज्ञान प्राप्त हो चुका था; और हम आज्ञाकारी हो गए थे।'

Tafseer (तफ़सीर )

وَصَدَّهَا
और रोक रखा था उसे
مَا
जिसकी
كَانَت
थी वो
تَّعْبُدُ
वो इबादत करती
مِن
सिवाए
دُونِ
सिवाए
ٱللَّهِۖ
अल्लाह के
إِنَّهَا
बेशक वो
كَانَتْ
थी वो
مِن
क़ौम से
قَوْمٍ
क़ौम से
كَٰفِرِينَ
काफ़िरों की

Wasaddaha ma kanat ta'budu min dooni Allahi innaha kanat min qawmin kafireena

अल्लाह से हटकर वह दूसरे को पूजती थी। इसी चीज़ ने उसे रोक रखा था। निस्संदेह वह एक इनकार करनेवाली क़ौम में से थी

Tafseer (तफ़सीर )

قِيلَ
कहा गया
لَهَا
उसे
ٱدْخُلِى
दाख़िल हो जाओ
ٱلصَّرْحَۖ
महल में
فَلَمَّا
तो जब
رَأَتْهُ
उसने देखा उसे
حَسِبَتْهُ
वो समझी उसे
لُجَّةً
गहरा पानी
وَكَشَفَتْ
और उसने खोल दीं
عَن
पिंडलियाँ अपनी
سَاقَيْهَاۚ
पिंडलियाँ अपनी
قَالَ
उसने कहा
إِنَّهُۥ
बेशक वो
صَرْحٌ
महल है
مُّمَرَّدٌ
चिकना
مِّن
(बनाया गया) शीशों से
قَوَارِيرَۗ
(बनाया गया) शीशों से
قَالَتْ
वो कहने लगी
رَبِّ
ऐ मेरे रब
إِنِّى
बेशक मैं
ظَلَمْتُ
ज़ुल्म किया मैं ने
نَفْسِى
अपनी जान पर
وَأَسْلَمْتُ
और इस्लाम ले आई मैं
مَعَ
साथ
سُلَيْمَٰنَ
सुलैमान के
لِلَّهِ
अल्लाह के लिए
رَبِّ
जो रब है
ٱلْعَٰلَمِينَ
तमाम जहानों का

Qeela laha odkhulee alssarha falamma raathu hasibathu lujjatan wakashafat 'an saqayha qala innahu sarhun mumarradun min qawareera qalat rabbi innee thalamtu nafsee waaslamtu ma'a sulaymana lillahi rabbi al'alameena

उससे कहा गया कि 'महल में प्रवेश करो।' तो जब उसने उसे देखा तो उसने उसको गहरा पानी समझा और उसने अपनी दोनों पिंडलियाँ खोल दी। उसने कहा, 'यह तो शीशे से निर्मित महल है।' बोली, 'ऐ मेरे रब! निश्चय ही मैंने अपने आपपर ज़ुल्म किया। अब मैंने सुलैमान के साथ अपने आपको अल्लाह के समर्पित कर दिया, जो सारे संसार का रब है।'

Tafseer (तफ़सीर )

وَلَقَدْ
और अलबत्ता तहक़ीक
أَرْسَلْنَآ
भेजा हमने
إِلَىٰ
तरफ़ समूद के
ثَمُودَ
तरफ़ समूद के
أَخَاهُمْ
उनके भाई
صَٰلِحًا
सालेह को
أَنِ
कि
ٱعْبُدُوا۟
इबादत करो
ٱللَّهَ
अल्लाह की
فَإِذَا
तो यकायक
هُمْ
वो
فَرِيقَانِ
दो फ़रीक़ हो कर
يَخْتَصِمُونَ
वो झगड़ रहे थे

Walaqad arsalna ila thamooda akhahum salihan ani o'budoo Allaha faitha hum fareeqani yakhtasimoona

और समूद की ओर हमने उनके भाई सालेह को भेजा कि 'अल्लाह की बन्दगी करो।' तो क्या देखते है कि वे दो गिरोह होकर आपस में झगड़ने लगे

Tafseer (तफ़सीर )

قَالَ
उसने कहा
يَٰقَوْمِ
ऐ मेरी क़ौम
لِمَ
क्यों
تَسْتَعْجِلُونَ
तुम जल्दी माँगते हो
بِٱلسَّيِّئَةِ
बुराई को
قَبْلَ
क़ब्ल
ٱلْحَسَنَةِۖ
भलाई से
لَوْلَا
क्यों नहीं
تَسْتَغْفِرُونَ
तुम बख़्शिश माँगते
ٱللَّهَ
अल्लाह से
لَعَلَّكُمْ
ताकि तुम
تُرْحَمُونَ
तुम रहम किए जाओ

Qala ya qawmi lima tasta'jiloona bialssayyiati qabla alhasanati lawla tastaghfiroona Allaha la'allakum turhamoona

उसने कहा, 'ऐ मेरी क़ौम के लोगों, तुम भलाई से पहले बुराई के लिए क्यों जल्दी मचा रहे हो? तुम अल्लाह से क्षमा याचना क्यों नहीं करते? कदाचित तुमपर दया की जाए।'

Tafseer (तफ़सीर )

قَالُوا۟
उन्होंने कहा
ٱطَّيَّرْنَا
बुरा शगून लिया हमने
بِكَ
तुझसे
وَبِمَن
और उनसे जो
مَّعَكَۚ
साथ हैं तेरे
قَالَ
कहा
طَٰٓئِرُكُمْ
बदशगूनी तुम्हारी
عِندَ
अल्लाह के पास है
ٱللَّهِۖ
अल्लाह के पास है
بَلْ
बल्कि
أَنتُمْ
तुम
قَوْمٌ
ऐसे लोग हो
تُفْتَنُونَ
तुम आज़माए जा रहे हो

Qaloo ittayyarna bika wabiman ma'aka qala tairukum 'inda Allahi bal antum qawmun tuftanoona

उन्होंने कहा, 'हमने तुम्हें और तुम्हारे साथवालों को अपशकुन पाया है।' उसने कहा, 'तुम्हारा शकुन-अपशकुन तो अल्लाह के पास है, बल्कि बात यह है कि तुम लोग आज़माए जा रहे हो।'

Tafseer (तफ़सीर )

وَكَانَ
और थे
فِى
शहर में
ٱلْمَدِينَةِ
शहर में
تِسْعَةُ
नौ
رَهْطٍ
गिरोह
يُفْسِدُونَ
वो फ़साद करते थे
فِى
ज़मीन में
ٱلْأَرْضِ
ज़मीन में
وَلَا
और ना
يُصْلِحُونَ
वो इस्लाह करते थे

Wakana fee almadeenati tis'atu rahtin yufsidoona fee alardi wala yuslihoona

नगर में नौ जत्थेदार थे जो धरती में बिगाड़ पैदा करते थे, सुधार का काम नहीं करते थे

Tafseer (तफ़सीर )

قَالُوا۟
उन्होंने कहा
تَقَاسَمُوا۟
आपस में क़सम खाओ
بِٱللَّهِ
अल्लाह की
لَنُبَيِّتَنَّهُۥ
अलबत्ता हम ज़रूर रात को हमला करेंगे उस पर
وَأَهْلَهُۥ
और उसके घर वालों पर
ثُمَّ
फिर
لَنَقُولَنَّ
अलबत्ता हम ज़रूर कहेंगे
لِوَلِيِّهِۦ
उसके सरपरस्त से
مَا
नहीं
شَهِدْنَا
मौजूद थे हम
مَهْلِكَ
हलाकत के वक़्त
أَهْلِهِۦ
उसके ख़ानदान की
وَإِنَّا
और बेशक हम
لَصَٰدِقُونَ
अलबत्ता सच्चे हैं

Qaloo taqasamoo biAllahi lanubayyitannahu waahlahu thumma lanaqoolanna liwaliyyihi ma shahidna mahlika ahlihi wainna lasadiqoona

वे आपस में अल्लाह की क़समें खाकर बोले, 'हम अवश्य उसपर और उसके घरवालों पर रात को छापा मारेंगे। फिर उसके वली (परिजन) से कह देंगे कि हम उसके घरवालों के विनाश के अवसर पर मौजूद न थे। और हम बिलकुल सच्चे है।'

Tafseer (तफ़सीर )

وَمَكَرُوا۟
और उन्होंने चाल चली
مَكْرًا
एक चाल
وَمَكَرْنَا
और तदबीर की हमने
مَكْرًا
एक तदबीर
وَهُمْ
और वो
لَا
ना वो शऊर रखते थे
يَشْعُرُونَ
ना वो शऊर रखते थे

Wamakaroo makran wamakarna makran wahum la yash'uroona

वे एक चाल चले और हमने भी एक चाल चली और उन्हें ख़बर तक न हुई

Tafseer (तफ़सीर )