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أَمْ
या
حَسِبَ
समझ रखा है
ٱلَّذِينَ
उन लोगों ने जिन्होंने
ٱجْتَرَحُوا۟
इर्तिकाब किया
ٱلسَّيِّـَٔاتِ
बुराइयों का
أَن
कि
نَّجْعَلَهُمْ
हम कर देंगे उन्हें
كَٱلَّذِينَ
उन लोगों कि तरह जो
ءَامَنُوا۟
ईमान लाए
وَعَمِلُوا۟
और उन्होंने अमल किए
ٱلصَّٰلِحَٰتِ
नेक
سَوَآءً
बराबर है
مَّحْيَاهُمْ
जीना उनका
وَمَمَاتُهُمْۚ
और मरना उनका
سَآءَ
कितना बुरा है
مَا
जो
يَحْكُمُونَ
वो फ़ैसला करते हैं

Am hasiba allatheena ijtarahoo alssayyiati an naj'alahum kaallatheena amanoo wa'amiloo alssalihati sawaan mahyahum wamamatuhum saa ma yahkumoona

(क्या मार्गदर्शन और पथभ्रष्ट ता समान है) या वे लोग, जिन्होंने बुराइयाँ कमाई है, यह समझ बैठे हैं कि हम उन्हें उन लोगों जैसा कर देंगे जो ईमान लाए और उन्होंने अच्छे कर्म किए कि उनका जीना और मरना समान हो जाए? बहुत ही बुरा है जो निर्णय वे करते है!

Tafseer (तफ़सीर )

وَخَلَقَ
और पैदा किया
ٱللَّهُ
अल्लाह ने
ٱلسَّمَٰوَٰتِ
आसमानों
وَٱلْأَرْضَ
और ज़मीन को
بِٱلْحَقِّ
हक़ के साथ
وَلِتُجْزَىٰ
और ताकि बदला दिया जाए
كُلُّ
हर
نَفْسٍۭ
नफ़्स को
بِمَا
उसका जो
كَسَبَتْ
उसने कमाई की
وَهُمْ
और वो
لَا
वो ज़ुल्म ना किए जाऐंगे
يُظْلَمُونَ
वो ज़ुल्म ना किए जाऐंगे

Wakhalaqa Allahu alssamawati waalarda bialhaqqi walitujza kullu nafsin bima kasabat wahum la yuthlamoona

अल्लाह ने आकाशों और धरती को हक़ के साथ पैदा किया और इसलिए कि प्रत्येक व्यक्ति को उसकी कमाई का बदला दिया जाए और उनपर ज़ुल्म न किया जाए

Tafseer (तफ़सीर )

أَفَرَءَيْتَ
क्या फिर देखा आपने
مَنِ
उसे जिसने
ٱتَّخَذَ
बना लिया
إِلَٰهَهُۥ
इलाह अपना
هَوَىٰهُ
अपनी ख़्वाहिशे नफ़्स को
وَأَضَلَّهُ
और भटका दिया उसे
ٱللَّهُ
अल्लाह ने
عَلَىٰ
इल्म के बावजूद
عِلْمٍ
इल्म के बावजूद
وَخَتَمَ
और उसने मोहर लगा दी
عَلَىٰ
उसके कान पर
سَمْعِهِۦ
उसके कान पर
وَقَلْبِهِۦ
और उसके दिल पर
وَجَعَلَ
और उसने डाल दिया
عَلَىٰ
उसकी आँख पर
بَصَرِهِۦ
उसकी आँख पर
غِشَٰوَةً
एक पर्दा
فَمَن
तो कौन
يَهْدِيهِ
हिदायत देगा उसे
مِنۢ
बाद
بَعْدِ
बाद
ٱللَّهِۚ
अल्लाह के
أَفَلَا
क्या भला नहीं
تَذَكَّرُونَ
तुम नसीहत पकड़ते

Afaraayta mani ittakhatha ilahahu hawahu waadallahu Allahu 'ala 'ilmin wakhatama 'ala sam'ihi waqalbihi waja'ala 'ala basarihi ghishawatan faman yahdeehi min ba'di Allahi afala tathakkaroona

क्या तुमने उस व्यक्ति को नहीं देखा जिसने अपनी इच्छा ही को अपना उपास्य बना लिया? अल्लाह ने (उसकी स्थिति) जानते हुए उसे गुमराही में डाल दिया, और उसके कान और उसके दिल पर ठप्पा लगा दिया और उसकी आँखों पर परदा डाल दिया। फिर अब अल्लाह के पश्चात कौन उसे मार्ग पर ला सकता है? तो क्या तुम शिक्षा नहीं ग्रहण करते?

Tafseer (तफ़सीर )

وَقَالُوا۟
और उन्होंने कहा
مَا
नहीं है
هِىَ
ये
إِلَّا
मगर
حَيَاتُنَا
ज़िन्दगी हमारी
ٱلدُّنْيَا
दुनिया की
نَمُوتُ
हम मरते हैं
وَنَحْيَا
और हम जीते हैं
وَمَا
और नहीं
يُهْلِكُنَآ
हलाक करता हमें
إِلَّا
मगर
ٱلدَّهْرُۚ
ज़माना
وَمَا
और नहीं
لَهُم
उन्हें
بِذَٰلِكَ
उसका
مِنْ
कोई इल्म
عِلْمٍۖ
कोई इल्म
إِنْ
नहीं हैं
هُمْ
वो
إِلَّا
मगर
يَظُنُّونَ
वो गुमान करते

Waqaloo ma hiya illa hayatuna alddunya namootu wanahya wama yuhlikuna illa alddahru wama lahum bithalika min 'ilmin in hum illa yathunnoona

वे कहते है, 'वह तो बस हमारा सांसारिक जीवन ही है। हम मरते और जीते है। हमें तो बस काल (समय) ही विनष्ट करता है।' हालाँकि उनके पास इसका कोई ज्ञान नहीं। वे तो बस अटकलें ही दौड़ाते है

Tafseer (तफ़सीर )

وَإِذَا
और जब
تُتْلَىٰ
पढ़ी जाती हैं
عَلَيْهِمْ
उन पर
ءَايَٰتُنَا
आयात हमारी
بَيِّنَٰتٍ
वाज़ेह
مَّا
नहीं
كَانَ
होती
حُجَّتَهُمْ
हुज्जत उनकी
إِلَّآ
मगर
أَن
ये कि
قَالُوا۟
वो कहते हैं
ٱئْتُوا۟
ले आओ
بِـَٔابَآئِنَآ
हमारे आबा ओ अजदाद को
إِن
अगर
كُنتُمْ
हो तुम
صَٰدِقِينَ
सच्चे

Waitha tutla 'alayhim ayatuna bayyinatin ma kana hujjatahum illa an qaloo itoo biabaina in kuntum sadiqeena

और जब उनके सामने हमारी स्पष्ट आयतें पढ़ी जाती है, तो उनकी हुज्जत इसके सिवा कुछ और नहीं होती कि वे कहते है, 'यदि तुम सच्चे हो तो हमारे बाप-दादा को ले आओ।'

Tafseer (तफ़सीर )

قُلِ
कह दीजिए कि
ٱللَّهُ
अल्लाह
يُحْيِيكُمْ
वो ज़िन्दा करता है तुम्हें
ثُمَّ
फिर
يُمِيتُكُمْ
वो मौत देता है तुम्हें
ثُمَّ
फिर
يَجْمَعُكُمْ
वो जमा करेगा तुम्हें
إِلَىٰ
तरफ़ दिन
يَوْمِ
तरफ़ दिन
ٱلْقِيَٰمَةِ
क़यामत के
لَا
नहीं कोई शक
رَيْبَ
नहीं कोई शक
فِيهِ
जिसमें
وَلَٰكِنَّ
और लेकिन
أَكْثَرَ
अक्सर
ٱلنَّاسِ
लोग
لَا
नहीं वे इल्म रखते
يَعْلَمُونَ
नहीं वे इल्म रखते

Quli Allahu yuhyeekum thumma yumeetukum thumma yajma'ukum ila yawmi alqiyamati la rayba feehi walakinna akthara alnnasi la ya'lamoona

कह दो, 'अल्लाह ही तुम्हें जीवन प्रदान करता है। फिर वहीं तुम्हें मृत्यु देता है। फिर वही तुम्हें क़ियामत के दिन तक इकट्ठा कर रहा है, जिसमें कोई संदेह नहीं। किन्तु अधिकतर लोग जानते नहीं

Tafseer (तफ़सीर )

وَلِلَّهِ
और अल्लाह ही के लिए है
مُلْكُ
बादशाहत
ٱلسَّمَٰوَٰتِ
आसमानों
وَٱلْأَرْضِۚ
और ज़मीन की
وَيَوْمَ
और जिस दिन
تَقُومُ
क़ायम होगी
ٱلسَّاعَةُ
क़यामत
يَوْمَئِذٍ
उस दिन
يَخْسَرُ
ख़सारा पाऐंगे
ٱلْمُبْطِلُونَ
बातिल परस्त

Walillahi mulku alssamawati waalardi wayawma taqoomu alssa'atu yawmaithin yakhsaru almubtiloona

आकाशों और धरती की बादशाही अल्लाह ही की है। और जिस दिन वह घड़ी घटित होगी उस दिन झूठवाले घाटे में होंगे

Tafseer (तफ़सीर )

وَتَرَىٰ
और आप देखेंगे
كُلَّ
हर
أُمَّةٍ
उम्मत को
جَاثِيَةًۚ
घुटनों के बल गिरी हुई
كُلُّ
हर
أُمَّةٍ
उम्मत
تُدْعَىٰٓ
बुलाई जाएगी
إِلَىٰ
तरफ़ अपनी किताब के
كِتَٰبِهَا
तरफ़ अपनी किताब के
ٱلْيَوْمَ
आज के दिन
تُجْزَوْنَ
तुम बदला दिए जाओगे
مَا
उसका जो
كُنتُمْ
थे तुम
تَعْمَلُونَ
तुम अमल करते

Watara kulla ommatin jathiyatan kullu ommatin tud'a ila kitabiha alyawma tujzawna ma kuntum ta'maloona

और तुम प्रत्येक गिरोह को घुटनों के बल झुका हुआ देखोगे। प्रत्येक गिरोह अपनी किताब की ओर बुलाया जाएगा, 'आज तुम्हें उसी का बदला दिया जाएगा, जो तुम करते थे

Tafseer (तफ़सीर )

هَٰذَا
ये है
كِتَٰبُنَا
किताब हमारी
يَنطِقُ
जो बोलती है
عَلَيْكُم
तुम पर
بِٱلْحَقِّۚ
साथ हक़ के
إِنَّا
बेशक हम
كُنَّا
थे हम
نَسْتَنسِخُ
हम लिखवाते
مَا
जो
كُنتُمْ
थे तुम
تَعْمَلُونَ
तुम अमल करते

Hatha kitabuna yantiqu 'alaykum bialhaqqi inna kunna nastansikhu ma kuntum ta'maloona

'यह हमारी किताब है, जो तुम्हारे मुक़ाबले में ठीक-ठीक बोल रही है। निश्चय ही हम लिखवाते रहे हैं जो कुछ तुम करते थे।'

Tafseer (तफ़सीर )

فَأَمَّا
तो रहे
ٱلَّذِينَ
वो जो
ءَامَنُوا۟
ईमान लाए
وَعَمِلُوا۟
और उन्होंने अमल किए
ٱلصَّٰلِحَٰتِ
नेक
فَيُدْخِلُهُمْ
तो दाख़िल करेगा उन्हें
رَبُّهُمْ
रब उनका
فِى
अपनी रहमत में
رَحْمَتِهِۦۚ
अपनी रहमत में
ذَٰلِكَ
ये है
هُوَ
वो ही
ٱلْفَوْزُ
कामयाबी
ٱلْمُبِينُ
वाज़ेह

Faamma allatheena amanoo wa'amiloo alssalihati fayudkhiluhum rabbuhum fee rahmatihi thalika huwa alfawzu almubeenu

अतः जो लोग ईमान लाए और उन्होंने अच्छे कर्म किए उन्हें उनका रब अपनी दयालुता में दाख़िल करेगा, यही स्पष्ट सफलता है

Tafseer (तफ़सीर )