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ٱنفِرُوا۟
निकलो
خِفَافًا
हल्के
وَثِقَالًا
और बोझल
وَجَٰهِدُوا۟
और जिहाद करो
بِأَمْوَٰلِكُمْ
साथ अपने मालों
وَأَنفُسِكُمْ
और अपने नफ़्सों के
فِى
अल्लाह के रास्ते में
سَبِيلِ
अल्लाह के रास्ते में
ٱللَّهِۚ
अल्लाह के रास्ते में
ذَٰلِكُمْ
ये बात
خَيْرٌ
बेहतर है
لَّكُمْ
तुम्हारे लिए
إِن
अगर
كُنتُمْ
हो तुम
تَعْلَمُونَ
तुम जानते

Infiroo khifafan wathiqalan wajahidoo biamwalikum waanfusikum fee sabeeli Allahi thalikum khayrun lakum in kuntum ta'lamoona

हलके और बोझिल निकल पड़ो और अल्लाह के मार्ग में अपने मालों और अपनी जानों के साथ जिहाद करो! यही तुम्हारे लिए उत्तम है, यदि तुम जानो

Tafseer (तफ़सीर )

لَوْ
अगर
كَانَ
होता
عَرَضًا
सामान
قَرِيبًا
क़रीब का
وَسَفَرًا
और सफ़र
قَاصِدًا
दर्मियाना
لَّٱتَّبَعُوكَ
अलबत्ता वो पैरवी करते आपकी
وَلَٰكِنۢ
और लेकिन
بَعُدَتْ
दूर हो गई
عَلَيْهِمُ
उन पर
ٱلشُّقَّةُۚ
मुसाफ़त
وَسَيَحْلِفُونَ
और अनक़रीब वो क़समें खाऐंगे
بِٱللَّهِ
अल्लाह की
لَوِ
अगर
ٱسْتَطَعْنَا
इस्तिताअत रखते हम
لَخَرَجْنَا
अलबत्ता निकलते हम
مَعَكُمْ
साथ तुम्हारे
يُهْلِكُونَ
वो हलाक कर रहे हैं
أَنفُسَهُمْ
अपने नफ़्सों को
وَٱللَّهُ
और अल्लाह
يَعْلَمُ
जानता है
إِنَّهُمْ
बेशक वो
لَكَٰذِبُونَ
अलबत्ता झूठे हैं

Law kana 'aradan qareeban wasafaran qasidan laittaba'ooka walakin ba'udat 'alayhimu alshshuqqatu wasayahlifoona biAllahi lawi istata'na lakharajna ma'akum yuhlikoona anfusahum waAllahu ya'lamu innahum lakathiboona

यदि निकट (भविष्य में) ही कुछ मिलनेवाला होता और सफ़र भी हलका होता तो वे अवश्य तुम्हारे पीछे चल पड़ते, किन्तु मार्ग की दूरी उन्हें कठिन और बहुत दीर्घ प्रतीत हुई। अब वे अल्लाह की क़समें खाएँगे कि, 'यदि हममें इसकी सामर्थ्य होती तो हम अवश्य तुम्हारे साथ निकलते।' वे अपने आपको तबाही में डाल रहे है और अल्लाह भली-भाँति जानता है कि निश्चय ही वे झूठे है

Tafseer (तफ़सीर )

عَفَا
माफ़ कर दिया
ٱللَّهُ
अल्लाह ने
عَنكَ
आपको
لِمَ
क्यों
أَذِنتَ
इजाज़त दी आपने
لَهُمْ
उन्हें
حَتَّىٰ
यहाँ तक कि
يَتَبَيَّنَ
ज़ाहिर हो जाते
لَكَ
आपके लिए
ٱلَّذِينَ
वो जिन्होंने
صَدَقُوا۟
सच कहा
وَتَعْلَمَ
और आप जान लेते
ٱلْكَٰذِبِينَ
झूठों को

'afa Allahu 'anka lima athinta lahum hatta yatabayyana laka allatheena sadaqoo wata'lama alkathibeena

अल्लाह ने तुम्हे क्षमा कर दिया! तुमने उन्हें क्यों अनुमति दे दी, यहाँ तक कि जो लोग सच्चे है वे तुम्हारे सामने प्रकट हो जाते और झूठों को भी तुम जान लेते?

Tafseer (तफ़सीर )

لَا
नहीं इजाज़त माँगते आपसे
يَسْتَـْٔذِنُكَ
नहीं इजाज़त माँगते आपसे
ٱلَّذِينَ
वो जो
يُؤْمِنُونَ
ईमान लाते हैं
بِٱللَّهِ
अल्लाह पर
وَٱلْيَوْمِ
और आख़िरी दिन पर
ٱلْءَاخِرِ
और आख़िरी दिन पर
أَن
कि
يُجَٰهِدُوا۟
वो जिहाद करें
بِأَمْوَٰلِهِمْ
साथ अपने मालों के
وَأَنفُسِهِمْۗ
और अपनी जानों के
وَٱللَّهُ
और अल्लाह
عَلِيمٌۢ
ख़ूब जानने वाला है
بِٱلْمُتَّقِينَ
मुत्तक़ी लोगों के

La yastathinuka allatheena yuminoona biAllahi waalyawmi alakhiri an yujahidoo biamwalihim waanfusihim waAllahu 'aleemun bialmuttaqeena

जो लोग अल्लाह और अंतिम दिन पर ईमान रखते है, वे तुमसे कभी यह नहीं चाहेंगे कि उन्हें अपने मालों और अपनी जानों के साथ जिहाद करने से माफ़ रखा जाए। और अल्लाह डर रखनेवालों को भली-भाँति जानता है

Tafseer (तफ़सीर )

إِنَّمَا
बेशक
يَسْتَـْٔذِنُكَ
इजाज़त माँगते हैं आपसे
ٱلَّذِينَ
वो जो
لَا
नही वो ईमान रखते
يُؤْمِنُونَ
नही वो ईमान रखते
بِٱللَّهِ
अल्लाह पर
وَٱلْيَوْمِ
और आख़िरी दिन पर
ٱلْءَاخِرِ
और आख़िरी दिन पर
وَٱرْتَابَتْ
और शक करते हैं
قُلُوبُهُمْ
दिल उनके
فَهُمْ
पस वो
فِى
अपने शक में
رَيْبِهِمْ
अपने शक में
يَتَرَدَّدُونَ
वो मुतरदिद/हैरान हैं

Innama yastathinuka allatheena la yuminoona biAllahi waalyawmi alakhiri wairtabat quloobuhum fahum fee raybihim yataraddadoona

तुमसे छुट्टी तो बस वही लोग माँगते है जो अल्लाह और अन्तिम दिन पर ईमान नहीं रखते, और जिनके दिल सन्देह में पड़े है, तो वे अपने सन्देह ही में डाँवाडोल हो रहे है

Tafseer (तफ़सीर )

وَلَوْ
और अगर
أَرَادُوا۟
वो इरादा करते
ٱلْخُرُوجَ
निकलने का
لَأَعَدُّوا۟
ज़रूर वो तैयार करते
لَهُۥ
उसके लिए
عُدَّةً
साज़ो सामान
وَلَٰكِن
और लेकिन
كَرِهَ
नापसंद किया
ٱللَّهُ
अल्लाह ने
ٱنۢبِعَاثَهُمْ
उठना उनका
فَثَبَّطَهُمْ
तो उसने रोक दिया उन्हें
وَقِيلَ
और कहा
ٱقْعُدُوا۟
बैठ जाओ
مَعَ
साथ बैठने वालों के
ٱلْقَٰعِدِينَ
साथ बैठने वालों के

Walaw aradoo alkhurooja laa'addoo lahu 'uddatan walakin kariha Allahu inbi'athahum fathabbatahum waqeela oq'udoo ma'a alqa'ideena

यदि वे निकलने का इरादा करते तो इसके लिए कुछ सामग्री जुटाते, किन्तु अल्लाह ने उनके उठने को नापसन्द किया तो उसने उन्हें रोक दिया। उनके कह दिया गया, 'बैठनेवालों के साथ बैठ रहो।'

Tafseer (तफ़सीर )

لَوْ
अगर
خَرَجُوا۟
वो निकलते
فِيكُم
तुम में
مَّا
ना
زَادُوكُمْ
वो ज़्यादा करते तुम्हें
إِلَّا
मगर
خَبَالًا
ख़राबी में
وَلَأَوْضَعُوا۟
और अलबत्ता वो (घोड़े) दौड़ाते
خِلَٰلَكُمْ
दर्मियान तुम्हारे
يَبْغُونَكُمُ
वो तलाश में रहते तुम में
ٱلْفِتْنَةَ
फ़ितने की
وَفِيكُمْ
और तुम में
سَمَّٰعُونَ
सुनने वाले (जासूस) हैं
لَهُمْۗ
उनके लिए
وَٱللَّهُ
और अल्लाह
عَلِيمٌۢ
ख़ूब जानने वाला है
بِٱلظَّٰلِمِينَ
ज़ालिमों को

Law kharajoo feekum ma zadookum illa khabalan walaawda'oo khilalakum yabghoonakumu alfitnata wafeekum samma'oona lahum waAllahu 'aleemun bialththalimeena

यदि वे तुम्हारे साथ निकलते भी तो तुम्हारे अन्दर ख़राबी के सिवा किसी और चीज़ की अभिवृद्धि नहीं करते। और वे तुम्हारे बीच उपद्रव मचाने के लिए दौड़-धूप करते और तुममें उनकी सुननेवाले है। और अल्लाह अत्याचारियों को भली-भाँति जानता है

Tafseer (तफ़सीर )

لَقَدِ
अलबत्ता तहक़ीक़
ٱبْتَغَوُا۟
उन्होंने (डालना) चाहा
ٱلْفِتْنَةَ
फ़ितना
مِن
इससे पहले
قَبْلُ
इससे पहले
وَقَلَّبُوا۟
और उलट-पुलट किए
لَكَ
आपके लिए
ٱلْأُمُورَ
मामलात
حَتَّىٰ
यहाँ तक कि
جَآءَ
आ गया
ٱلْحَقُّ
हक़
وَظَهَرَ
और ज़ाहिर हो गया
أَمْرُ
हुक्म
ٱللَّهِ
अल्लाह का
وَهُمْ
जबकि वो
كَٰرِهُونَ
नापसंद करने वाले थे

Laqadi ibtaghawoo alfitnata min qablu waqallaboo laka alomoora hatta jaa alhaqqu wathahara amru Allahi wahum karihoona

उन्होंने तो इससे पहले भी उपद्रव मचाना चाहा था और वे तुम्हारे विरुद्ध घटनाओं और मामलों के उलटने-पलटने में लगे रहे, यहाँ तक कि हक़ आ गया और अल्लाह को आदेश प्रकट होकर रहा, यद्यपि उन्हें अप्रिय ही लगता रहा

Tafseer (तफ़सीर )

وَمِنْهُم
और उनमें से कोई है
مَّن
जो
يَقُولُ
कहता है
ٱئْذَن
इजाज़त दीजिए
لِّى
मुझे
وَلَا
और ना
تَفْتِنِّىٓۚ
आप फ़ितने में डालिए मुझे
أَلَا
ख़बरदार
فِى
फ़ितने में तो
ٱلْفِتْنَةِ
फ़ितने में तो
سَقَطُوا۟ۗ
वो पड़ चुके हैं
وَإِنَّ
और बेशक
جَهَنَّمَ
जहन्नम
لَمُحِيطَةٌۢ
अलबत्ता घेरने वाली है
بِٱلْكَٰفِرِينَ
काफ़िरों को

Waminhum man yaqoolu ithan lee wala taftinnee ala fee alfitnati saqatoo wainna jahannama lamuheetatun bialkafireena

उनमें कोई है, जो कहता है, 'मुझे इजाज़त दे दीजिए, मुझे फ़ितने में न डालिए।' जान लो कि वे फ़ितने में तो पड़ ही चुके है और निश्चय ही जहन्नम भी इनकार करनेवालों को घेर रही है

Tafseer (तफ़सीर )

إِن
अगर
تُصِبْكَ
पहुँचती है आपको
حَسَنَةٌ
कोई भलाई
تَسُؤْهُمْۖ
वो बुरी लगती है उन्हें
وَإِن
और अगर
تُصِبْكَ
पहुँचती है आपको
مُصِيبَةٌ
कोई मुसीबत
يَقُولُوا۟
वो कहते हैं
قَدْ
तहक़ीक़
أَخَذْنَآ
संभाल लिया हमने
أَمْرَنَا
मामला अपना
مِن
पहले से
قَبْلُ
पहले से
وَيَتَوَلَّوا۟
और वो मुँह मोड़ जाते हैं
وَّهُمْ
इस हाल में कि वो
فَرِحُونَ
ख़ुश होने वाले हैं

In tusibka hasanatun tasuhum wain tusibka museebatun yaqooloo qad akhathna amrana min qablu wayatawallaw wahum farihoona

यदि तुम्हें कोई अच्छी हालत पेश आती है, तो उन्हें बुरा लगता है औऱ यदि तुम पर कोई मुसीबत आ जाती है, तो वे कहते है, 'हमने तो अपना काम पहले ही सँभाल लिया था।' और वे ख़ुश होते हुए पलटते है

Tafseer (तफ़सीर )