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يُبَشِّرُهُمْ
ख़ुशख़बरी देता है उन्हें
رَبُّهُم
रब उनका
بِرَحْمَةٍ
रहमत की
مِّنْهُ
अपनी तरफ़ से
وَرِضْوَٰنٍ
और रज़ामन्दी की
وَجَنَّٰتٍ
और बाग़ात की
لَّهُمْ
उनके लिए
فِيهَا
उनमें
نَعِيمٌ
नेअमतें हैं
مُّقِيمٌ
क़ायम रहने वाली

Yubashshiruhum rabbuhum birahmatin minhu waridwanin wajannatin lahum feeha na'eemun muqeemun

उन्हें उनका रब अपना दयालुता और प्रसन्नता और ऐसे बाग़ों की शुभ-सूचना देता है, जिनमें उनके लिए स्थायी सुख-सामग्री है

Tafseer (तफ़सीर )

خَٰلِدِينَ
हमेशा रहने वाले हैं
فِيهَآ
उनमें
أَبَدًاۚ
हमेशा-हमेशा
إِنَّ
बेशक
ٱللَّهَ
अल्लाह
عِندَهُۥٓ
उसके पास
أَجْرٌ
अजर है
عَظِيمٌ
बहुत बड़ा

Khalideena feeha abadan inna Allaha 'indahu ajrun 'atheemun

उनमें वे सदैव रहेंगे। निस्संदेह अल्लाह के पास बड़ा बदला है

Tafseer (तफ़सीर )

يَٰٓأَيُّهَا
ऐ लोगो जो
ٱلَّذِينَ
ऐ लोगो जो
ءَامَنُوا۟
ईमान लाए हो
لَا
ना तुम बनाओ
تَتَّخِذُوٓا۟
ना तुम बनाओ
ءَابَآءَكُمْ
अपने आबा ओ अजदाद को
وَإِخْوَٰنَكُمْ
और अपने भाईयों को
أَوْلِيَآءَ
दोस्त
إِنِ
अगर
ٱسْتَحَبُّوا۟
वो तरजीह दें
ٱلْكُفْرَ
कुफ़्र को
عَلَى
ईमान पर
ٱلْإِيمَٰنِۚ
ईमान पर
وَمَن
और जो कोई
يَتَوَلَّهُم
दोस्त रखेगा उन्हें
مِّنكُمْ
तुम में से
فَأُو۟لَٰٓئِكَ
तो यही लोग हैं
هُمُ
वो
ٱلظَّٰلِمُونَ
जो ज़ालिम हैं

Ya ayyuha allatheena amanoo la tattakhithoo abaakum waikhwanakum awliyaa ini istahabboo alkufra 'ala aleemani waman yatawallahum minkum faolaika humu alththalimoona

ऐ ईमान लानेवालो! अपने बाप और अपने भाइयों को अपने मित्र न बनाओ यदि ईमान के मुक़ाबले में कुफ़्र उन्हें प्रिय हो। तुममें से जो कोई उन्हें अपना मित्र बनाएगा, तो ऐसे ही लोग अत्याचारी होंगे

Tafseer (तफ़सीर )

قُلْ
कह दीजिए
إِن
अगर
كَانَ
हैं
ءَابَآؤُكُمْ
आबा ओ अजदाद तुम्हारे
وَأَبْنَآؤُكُمْ
और बेटे तुम्हारे
وَإِخْوَٰنُكُمْ
और भाई तुम्हारे
وَأَزْوَٰجُكُمْ
और बीवियाँ तुम्हारी
وَعَشِيرَتُكُمْ
और ख़ानदान तुम्हारे
وَأَمْوَٰلٌ
और माल
ٱقْتَرَفْتُمُوهَا
कमाया तुमने जिन्हें
وَتِجَٰرَةٌ
और तिजारत
تَخْشَوْنَ
तुम डरते हो
كَسَادَهَا
उसके मन्दा होने से
وَمَسَٰكِنُ
और घर
تَرْضَوْنَهَآ
तुम पसंद करते हो जिन्हें
أَحَبَّ
ज़्यादा महबूब हैं
إِلَيْكُم
तरफ़ तुम्हारे
مِّنَ
अल्लाह से
ٱللَّهِ
अल्लाह से
وَرَسُولِهِۦ
और उसके रसूल से
وَجِهَادٍ
और जिहाद से
فِى
उसके रास्ते में
سَبِيلِهِۦ
उसके रास्ते में
فَتَرَبَّصُوا۟
तो इन्तिज़ार करो
حَتَّىٰ
यहाँ तक कि
يَأْتِىَ
ले आए
ٱللَّهُ
अल्लाह
بِأَمْرِهِۦۗ
फ़ैसला अपना
وَٱللَّهُ
और अल्लाह
لَا
नहीं वो हिदायत देता
يَهْدِى
नहीं वो हिदायत देता
ٱلْقَوْمَ
उन लोगों को
ٱلْفَٰسِقِينَ
जो फ़ासिक़ हैं

Qul in kana abaokum waabnaokum waikhwanukum waazwajukum wa'asheeratukum waamwalun iqtaraftumooha watijaratun takhshawna kasadaha wamasakinu tardawnaha ahabba ilaykum mina Allahi warasoolihi wajihadin fee sabeelihi fatarabbasoo hatta yatiya Allahu biamrihi waAllahu la yahdee alqawma alfasiqeena

कह दो, 'यदि तुम्हारे बाप, तुम्हारे बेटे, तुम्हारे भाई, तुम्हारी पत्नि यों और तुम्हारे रिश्ते-नातेवाले और माल, जो तुमने कमाए है और कारोबार जिसके मन्दा पड़ जाने का तुम्हें भय है और घर जिन्हें तुम पसन्द करते हो, तुम्हे अल्लाह और उसके रसूल और उसके मार्ग में जिहाद करने से अधिक प्रिय है तो प्रतीक्षा करो, यहाँ तक कि अल्लाह अपना फ़ैसला ले आए। औऱ अल्लाह अवज्ञाकारियों को मार्ग नहीं दिखाता।'

Tafseer (तफ़सीर )

لَقَدْ
अलबत्ता तहक़ीक़
نَصَرَكُمُ
मदद की तुम्हारी
ٱللَّهُ
अल्लाह ने
فِى
जगहों में
مَوَاطِنَ
जगहों में
كَثِيرَةٍۙ
बहुत सी
وَيَوْمَ
और हुनैन के दिन
حُنَيْنٍۙ
और हुनैन के दिन
إِذْ
जब
أَعْجَبَتْكُمْ
भली लगी तुम्हें
كَثْرَتُكُمْ
कसरत तुम्हारी
فَلَمْ
पस ना
تُغْنِ
उसने फ़ायदा दिया
عَنكُمْ
तुम्हें
شَيْـًٔا
कुछ भी
وَضَاقَتْ
और तंग हो गई
عَلَيْكُمُ
तुम पर
ٱلْأَرْضُ
ज़मीन
بِمَا
बावजूद उसके जो
رَحُبَتْ
कुशादा थी
ثُمَّ
फिर
وَلَّيْتُم
फिर गए तुम
مُّدْبِرِينَ
पीठ फेर कर

Laqad nasarakumu Allahu fee mawatina katheeratin wayawma hunaynin ith a'jabatkum kathratukum falam tughni 'ankum shayan wadaqat 'alaykumu alardu bima rahubat thumma wallaytum mudbireena

अल्लाह बहुत-से अवसरों पर तुम्हारी सहायता कर चुका है और हुनैन (की लड़ाई) के दिन भी, जब तुम अपनी अधिकता पर फूल गए, तो वह तुम्हारे कुछ काम न आई और धरती अपनी विशालता के बावजूद तुम पर तंग हो गई। फिर तुम पीठ फेरकर भाग खड़े हुए

Tafseer (तफ़सीर )

ثُمَّ
फिर
أَنزَلَ
उतारी
ٱللَّهُ
अल्लाह ने
سَكِينَتَهُۥ
सकीनत अपनी
عَلَىٰ
अपने रसूल पर
رَسُولِهِۦ
अपने रसूल पर
وَعَلَى
और मोमिनों पर
ٱلْمُؤْمِنِينَ
और मोमिनों पर
وَأَنزَلَ
और उसने उतारे
جُنُودًا
ऐसे लश्कर
لَّمْ
नहीं
تَرَوْهَا
नहीं देखा तुमने उन्हें
وَعَذَّبَ
और उसने अज़ाब दिया
ٱلَّذِينَ
उनको जिन्होंने
كَفَرُوا۟ۚ
कुफ़्र किया
وَذَٰلِكَ
और यही है
جَزَآءُ
बदला
ٱلْكَٰفِرِينَ
काफ़िरों का

Thumma anzala Allahu sakeenatahu 'ala rasoolihi wa'ala almumineena waanzala junoodan lam tarawha wa'aththaba allatheena kafaroo wathalika jazao alkafireena

अन्ततः अल्लाह ने अपने रसूल पर और मोमिनों पर अपनी सकीनत (प्रशान्ति) उतारी और ऐसी सेनाएँ उतारी जिनको तुमने नहीं देखा। और इनकार करनेवालों को यातना दी, और यही इनकार करनेवालों का बदला है

Tafseer (तफ़सीर )

ثُمَّ
फिर
يَتُوبُ
मेहरबान होगा
ٱللَّهُ
अल्लाह
مِنۢ
बाद
بَعْدِ
बाद
ذَٰلِكَ
इसके
عَلَىٰ
जिस पर
مَن
जिस पर
يَشَآءُۗ
वो चाहेगा
وَٱللَّهُ
और अल्लाह
غَفُورٌ
बहुत बख़्शने वाला है
رَّحِيمٌ
निहायत रहम करने वाला है

Thumma yatoobu Allahu min ba'di thalika 'ala man yashao waAllahu ghafoorun raheemun

फिर इसके बाद अल्लाह जिसको चाहता है उसे तौबा नसीब करता है। अल्लाह बड़ा क्षमाशील, दयावान है

Tafseer (तफ़सीर )

يَٰٓأَيُّهَا
ऐ लोगो जो
ٱلَّذِينَ
ऐ लोगो जो
ءَامَنُوٓا۟
ईमान लाए हो
إِنَّمَا
बेशक
ٱلْمُشْرِكُونَ
मुशरिकीन
نَجَسٌ
नापाक हैं
فَلَا
तो ना
يَقْرَبُوا۟
वो क़रीब आऐं
ٱلْمَسْجِدَ
मस्जिदे
ٱلْحَرَامَ
हराम के
بَعْدَ
बाद
عَامِهِمْ
अपने इस साल के
هَٰذَاۚ
अपने इस साल के
وَإِنْ
और अगर
خِفْتُمْ
ख़ौफ़ हो तुम्हें
عَيْلَةً
मुफ़लिसी का
فَسَوْفَ
तो अनक़रीब
يُغْنِيكُمُ
ग़नी कर देगा तुम्हें
ٱللَّهُ
अल्लाह
مِن
अपने फ़ज़ल से
فَضْلِهِۦٓ
अपने फ़ज़ल से
إِن
अगर
شَآءَۚ
वो चाहे
إِنَّ
बेशक
ٱللَّهَ
अल्लाह
عَلِيمٌ
ख़ूब इल्म वाला है
حَكِيمٌ
बहत हिकमत वाला है

Ya ayyuha allatheena amanoo innama almushrikoona najasun fala yaqraboo almasjida alharama ba'da 'amihim hatha wain khiftum 'aylatan fasawfa yughneekumu Allahu min fadlihi in shaa inna Allaha 'aleemun hakeemun

ऐ ईमान लानेवालो! मुशरिक तो बस अपवित्र ही है। अतः इस वर्ष के पश्चात वे मस्जिदे हराम के पास न आएँ। और यदि तुम्हें निर्धनता का भय हो तो आगे यदि अल्लाह चाहेगा तो तुम्हें अपने अनुग्रह से समृद्ध कर देगा। निश्चय ही अल्लाह सब कुछ जाननेवाला, अत्यन्त तत्वदर्शी है

Tafseer (तफ़सीर )

قَٰتِلُوا۟
जंग करो
ٱلَّذِينَ
उनसे जो
لَا
नहीं
يُؤْمِنُونَ
नहीं वो ईमान रखते
بِٱللَّهِ
अल्लाह पर
وَلَا
और ना
بِٱلْيَوْمِ
आख़िरी दिन पर
ٱلْءَاخِرِ
आख़िरी दिन पर
وَلَا
और नहीं
يُحَرِّمُونَ
वो हराम समझते
مَا
जो
حَرَّمَ
हराम किया
ٱللَّهُ
अल्लाह ने
وَرَسُولُهُۥ
और उसके रसूल ने
وَلَا
और नहीं
يَدِينُونَ
वो दीन बनाते
دِينَ
दीने
ٱلْحَقِّ
हक़ को
مِنَ
उनमें से जो
ٱلَّذِينَ
उनमें से जो
أُوتُوا۟
दिए गए
ٱلْكِتَٰبَ
किताब
حَتَّىٰ
यहाँ तक कि
يُعْطُوا۟
वो दे दें
ٱلْجِزْيَةَ
जिज़या
عَن
हाथ से
يَدٍ
हाथ से
وَهُمْ
इस हाल में कि वो
صَٰغِرُونَ
ज़लील हों

Qatiloo allatheena la yuminoona biAllahi wala bialyawmi alakhiri wala yuharrimoona ma harrama Allahu warasooluhu wala yadeenoona deena alhaqqi mina allatheena ootoo alkitaba hatta yu'too aljizyata 'an yadin wahum saghiroona

वे किताबवाले जो न अल्लाह पर ईमान रखते है और न अन्तिम दिन पर और न अल्लाह और उसके रसूल के हराम ठहराए हुए को हराम ठहराते है और न सत्यधर्म का अनुपालन करते है, उनसे लड़ो, यहाँ तक कि वे सत्ता से विलग होकर और छोटे (अधीनस्थ) बनकर जिज़्या देने लगे

Tafseer (तफ़सीर )

وَقَالَتِ
और कहा
ٱلْيَهُودُ
यहूद ने
عُزَيْرٌ
उज़ैर
ٱبْنُ
बेटे हैं
ٱللَّهِ
अल्लाह के
وَقَالَتِ
और कहा
ٱلنَّصَٰرَى
नसारा ने
ٱلْمَسِيحُ
मसीह
ٱبْنُ
बेटे हैं
ٱللَّهِۖ
अल्लाह के
ذَٰلِكَ
ये
قَوْلُهُم
बात है उनकी
بِأَفْوَٰهِهِمْۖ
उनके मुँहों से
يُضَٰهِـُٔونَ
वो नक़ल करते हैं
قَوْلَ
बात
ٱلَّذِينَ
उनकी जिन्होंने
كَفَرُوا۟
कुफ़्र किया
مِن
इससे पहले
قَبْلُۚ
इससे पहले
قَٰتَلَهُمُ
हलाक करे उन्हें
ٱللَّهُۚ
अल्लाह
أَنَّىٰ
कहाँ से
يُؤْفَكُونَ
वो फेरे जाते हैं

Waqalati alyahoodu 'uzayrun ibnu Allahi waqalati alnnasara almaseehu ibnu Allahi thalika qawluhum biafwahihim yudahioona qawla allatheena kafaroo min qablu qatalahumu Allahu anna yufakoona

यहूदी करते है, 'उज़ैर अल्लाह का बेटा है।' और ईसाई कहते है, 'मसीह अल्लाह का बेटा है।' ये उनकी अपने मुँह की बातें हैं। ये उन लोगों की-सी बातें कर रहे है जो इससे पहले इनकार कर चुके है। अल्लाह की मार इन पर! ये कहाँ से औधे हुए जा रहे हैं!

Tafseer (तफ़सीर )