Skip to main content

ذَٰلِكَ
ये (इस लिए)
أَن
कि
لَّمْ
नहीं
يَكُن
है
رَّبُّكَ
रब आपका
مُهْلِكَ
हलाक करने वाला
ٱلْقُرَىٰ
बस्तियों को
بِظُلْمٍ
साथ ज़ुल्म के
وَأَهْلُهَا
जब कि हों उनके रहने वाले
غَٰفِلُونَ
ग़ाफ़िल

Thalika an lam yakun rabbuka muhlika alqura bithulmin waahluha ghafiloona

यह जान लो कि तुम्हारा रब ज़ुल्म करके बस्तियों को विनष्ट करनेवाला न था, जबकि उनके निवासी बेसुध रहे हों

Tafseer (तफ़सीर )

وَلِكُلٍّ
और हर एक के लिए
دَرَجَٰتٌ
दरजात हैं
مِّمَّا
उसमें से जो
عَمِلُوا۟ۚ
उन्होंने अमल किए
وَمَا
और नहीं
رَبُّكَ
रब आपका
بِغَٰفِلٍ
ग़ाफ़िल
عَمَّا
उससे जो
يَعْمَلُونَ
वो अमल करते हैं

Walikullin darajatun mimma 'amiloo wama rabbuka bighafilin 'amma ya'maloona

सभी के दर्जें उनके कर्मों के अनुसार है। और जो कुछ वे करते है, उससे तुम्हारा रब अनभिज्ञ नहीं है

Tafseer (तफ़सीर )

وَرَبُّكَ
और रब आपका
ٱلْغَنِىُّ
बहुत बेनियाज़ है
ذُو
रहमत वाला है
ٱلرَّحْمَةِۚ
रहमत वाला है
إِن
अगर
يَشَأْ
वो चाहे
يُذْهِبْكُمْ
वो ले जाए तुम सबको
وَيَسْتَخْلِفْ
और वो जानशीन बना दे
مِنۢ
तुम्हारे बाद
بَعْدِكُم
तुम्हारे बाद
مَّا
जिसको
يَشَآءُ
वो चाहे
كَمَآ
जैसा कि
أَنشَأَكُم
उसने उठाया तुम्हें
مِّن
नस्ल से
ذُرِّيَّةِ
नस्ल से
قَوْمٍ
दूसरी क़ौम की
ءَاخَرِينَ
दूसरी क़ौम की

Warabbuka alghaniyyu thoo alrrahmati in yasha yuthhibkum wayastakhlif min ba'dikum ma yashao kama anshaakum min thurriyyati qawmin akhareena

तुम्हारा रब निस्पृह, दयावान है। यदि वह चाहे तो तुम्हें (दुनिया से) ले जाए और तुम्हारे स्थान पर जिसको चाहे तुम्हारे बाद ले आए, जिस प्रकार उसने तुम्हें कुछ और लोगों की सन्तति से उठाया है

Tafseer (तफ़सीर )

إِنَّ
बेशक
مَا
जो
تُوعَدُونَ
तुम वादा दिए जाते हो
لَءَاتٍۖ
अलबत्ता आने वाला है
وَمَآ
और नहीं
أَنتُم
तुम
بِمُعْجِزِينَ
आजिज़ करने वाले

Inna ma too'adoona laatin wama antum bimu'jizeena

जिस चीज़ का तुमसे वादा किया जाता है, उसे अवश्य आना है और तुममें उसे मात करने की सामर्थ्य नहीं

Tafseer (तफ़सीर )

قُلْ
कह दीजिए
يَٰقَوْمِ
ऐ मेरी क़ौम
ٱعْمَلُوا۟
अमल करो
عَلَىٰ
अपनी जगह पर
مَكَانَتِكُمْ
अपनी जगह पर
إِنِّى
बेशक मैं
عَامِلٌۖ
अमल करने वाला हूँ
فَسَوْفَ
पस अनक़रीब
تَعْلَمُونَ
तुम जान लोगे
مَن
कौन
تَكُونُ
है
لَهُۥ
जिसके लिए
عَٰقِبَةُ
अंजाम है
ٱلدَّارِۗ
घर का (आख़िरत के)
إِنَّهُۥ
बेशक वो
لَا
नहीं वो फ़लाह पाते
يُفْلِحُ
नहीं वो फ़लाह पाते
ٱلظَّٰلِمُونَ
जो ज़ालिम हैं

Qul ya qawmi i'maloo 'ala makanatikum innee 'amilun fasawfa ta'lamoona man takoonu lahu 'aqibatu alddari innahu la yuflihu alththalimoona

कह दो, 'ऐ मेरी क़ौम के लोगो! तुम अपनी जगह कर्म करते रहो, मैं भी अपनी जगह कर्मशील हूँ। शीघ्र ही तुम्हें मालूम हो जाएगा कि घर (लोक-परलोक) का परिणाम किसके हित में होता है। निश्चय ही अत्याचारी सफल नहीं होते।'

Tafseer (तफ़सीर )

وَجَعَلُوا۟
और उन्होंने मुक़र्रर कर लिया
لِلَّهِ
अल्लाह के लिए
مِمَّا
उसमें से जो
ذَرَأَ
उसने पैदा किया
مِنَ
खेती से
ٱلْحَرْثِ
खेती से
وَٱلْأَنْعَٰمِ
और मवेशियों से
نَصِيبًا
एक हिस्सा
فَقَالُوا۟
तो उन्होंने कहा
هَٰذَا
ये
لِلَّهِ
अल्लाह के लिए है
بِزَعْمِهِمْ
उनके गुमान के मुताबिक़
وَهَٰذَا
और ये
لِشُرَكَآئِنَاۖ
हमारे शरीकों के लिए है
فَمَا
पस जो (हिस्सा)
كَانَ
है
لِشُرَكَآئِهِمْ
उनके शरीकों के लिए
فَلَا
तो नहीं
يَصِلُ
वो पहुँचता
إِلَى
तरफ़ अल्लाह के
ٱللَّهِۖ
तरफ़ अल्लाह के
وَمَا
और जो
كَانَ
है
لِلَّهِ
अल्लाह के लिए
فَهُوَ
तो वो
يَصِلُ
वो पहुँच जाता है
إِلَىٰ
तरफ़ उनके शरीकों के
شُرَكَآئِهِمْۗ
तरफ़ उनके शरीकों के
سَآءَ
कितना बुरा है
مَا
जो
يَحْكُمُونَ
वो फ़ैसला करते हैं

Waja'aloo lillahi mimma tharaa mina alharthi waalan'ami naseeban faqaloo hatha lillahi biza'mihim wahatha lishurakaina fama kana lishurakaihim fala yasilu ila Allahi wama kana lillahi fahuwa yasilu ila shurakaihim saa ma yahkumoona

उन्होंने अल्लाह के लिए स्वयं उसी की पैदा की हुई खेती और चौपायों में से एक भाग निश्चित किया है और अपने ख़याल से कहते है, 'यह किस्सा अल्लाह का है और यह हमारे ठहराए हुए साझीदारों का है।' फिर जो उनके साझीदारों का (हिस्सा) है, वह अल्लाह को नहीं पहुँचता, परन्तु जो अल्लाह का है, वह उनके साझीदारों को पहुँच जाता है। कितना बुरा है, जो फ़ैसला वे करते है!

Tafseer (तफ़सीर )

وَكَذَٰلِكَ
और इसी तरह
زَيَّنَ
मुज़य्यन कर दिया
لِكَثِيرٍ
अक्सरियत के लिए
مِّنَ
मुशरिकीन में से
ٱلْمُشْرِكِينَ
मुशरिकीन में से
قَتْلَ
क़त्ल करना
أَوْلَٰدِهِمْ
अपनी औलाद का
شُرَكَآؤُهُمْ
उनके शरीकों ने
لِيُرْدُوهُمْ
ताकि वो हलाकत में डालें उन्हें
وَلِيَلْبِسُوا۟
और ताकि वो मुश्तबा कर दें
عَلَيْهِمْ
उन पर
دِينَهُمْۖ
उनके दीन को
وَلَوْ
और अगर
شَآءَ
चाहता
ٱللَّهُ
अल्लाह
مَا
ना
فَعَلُوهُۖ
वो करते उसे
فَذَرْهُمْ
पस छोड़ दीजिए उन्हें
وَمَا
और जो कुछ
يَفْتَرُونَ
वो झूठ गढ़ते हैं

Wakathalika zayyana likatheerin mina almushrikeena qatla awladihim shurakaohum liyurdoohum waliyalbisoo 'alayhim deenahum walaw shaa Allahu ma fa'aloohu fatharhum wama yaftaroona

इसी प्रकार बहुत-से बहुदेववादियों के लिए उनके लिए साझीदारों ने उनकी अपनी सन्तान की हत्या को सुहाना बना दिया है, ताकि उन्हें विनष्ट कर दें और उनके लिए उनके धर्म को संदिग्ध बना दें। यदि अल्लाह चाहता तो वे ऐसा न करते; तो छोड़ दो उन्हें और उनके झूठ घड़ने को

Tafseer (तफ़सीर )

وَقَالُوا۟
और उन्होंने कहा
هَٰذِهِۦٓ
ये
أَنْعَٰمٌ
मवेशी
وَحَرْثٌ
और खेती
حِجْرٌ
ममनूअ हैं
لَّا
नहीं खा सकता उन्हें
يَطْعَمُهَآ
नहीं खा सकता उन्हें
إِلَّا
मगर
مَن
वो जिसे
نَّشَآءُ
हम चाहें
بِزَعْمِهِمْ
उनके गुमान के मुताबिक़
وَأَنْعَٰمٌ
और कुछ मवेशी
حُرِّمَتْ
हराम की गईं
ظُهُورُهَا
पुश्तें उनकी
وَأَنْعَٰمٌ
और कुछ मवेशी
لَّا
नहीं वो ज़िक्र करते
يَذْكُرُونَ
नहीं वो ज़िक्र करते
ٱسْمَ
नाम
ٱللَّهِ
अल्लाह का
عَلَيْهَا
उन पर
ٱفْتِرَآءً
झूठ गढ़ते हुए
عَلَيْهِۚ
उस पर
سَيَجْزِيهِم
अनक़रीब वो बदला देगा उन्हें
بِمَا
बवजह उसके जो
كَانُوا۟
थे वो
يَفْتَرُونَ
वो झूठ गढ़ते

Waqaloo hathihi an'amun waharthun hijrun la yat'amuha illa man nashao biza'mihim waan'amun hurrimat thuhooruha waan'amun la yathkuroona isma Allahi 'alayha iftiraan 'alayhi sayajzeehim bima kanoo yaftaroona

और वे कहते है, 'ये जानवर और खेती वर्जित और सुरक्षित है। इन्हें तो केवल वही खा सकता है, जिसे हम चाहें।' - ऐसा वे स्वयं अपने ख़याल से कहते है - और कुछ चौपाए ऐसे है, जिनकी पीठों को (सवारी के लिए) हराम ठहरा लिया है और कुछ जानवर ऐसे है जिनपर अल्लाह का नाम नहीं लेते। यह यह उन्होंने अल्लाह पर झूठ घड़ा है, और वह शीघ्र ही उन्हें उनके झूठ घड़ने का बदला देगा

Tafseer (तफ़सीर )

وَقَالُوا۟
और उन्होंने कहा
مَا
जो कुछ
فِى
पेटों में है
بُطُونِ
पेटों में है
هَٰذِهِ
उन
ٱلْأَنْعَٰمِ
मवेशियों के
خَالِصَةٌ
ख़ालिस है (वो)
لِّذُكُورِنَا
हमारे मर्दों के लिए
وَمُحَرَّمٌ
और हराम किया गया है
عَلَىٰٓ
हमारी बीवियों पर
أَزْوَٰجِنَاۖ
हमारी बीवियों पर
وَإِن
और अगर
يَكُن
हो वो
مَّيْتَةً
मुरदार
فَهُمْ
तो वो
فِيهِ
उसमें
شُرَكَآءُۚ
सब शरीक हैं
سَيَجْزِيهِمْ
अनक़रीब वो बदला देगा उन्हें
وَصْفَهُمْۚ
उनके बयान का
إِنَّهُۥ
बेशक वो
حَكِيمٌ
बहुत हिकमत वाला है
عَلِيمٌ
ख़ूब इल्म वाला है

Waqaloo ma fee butooni hathihi alan'ami khalisatun lithukoorina wamuharramun 'ala azwajina wain yakun maytatan fahum feehi shurakao sayajzeehim wasfahum innahu hakeemun 'aleemun

और वे कहते है, 'जो कुछ इन जानवरों के पेट में है वह बिल्कुल हमारे पुरुषों ही के लिए है और वह हमारी पत्नियों के लिए वर्जित है। परन्तु यदि वह मुर्दा हो, तो वे सब उसमें शरीक है।' शीघ्र ही वह उन्हें उनके ऐसा कहने का बदला देगा। निस्संदेह वह तत्वदर्शी, सर्वज्ञ है

Tafseer (तफ़सीर )

قَدْ
तहक़ीक़
خَسِرَ
ख़सारे में रहे
ٱلَّذِينَ
वो जिन्होंने
قَتَلُوٓا۟
क़त्ल किया
أَوْلَٰدَهُمْ
अपनी औलाद को
سَفَهًۢا
नादानी से
بِغَيْرِ
बग़ैर
عِلْمٍ
इल्म के
وَحَرَّمُوا۟
और हराम क़रार दिया
مَا
उसको जो
رَزَقَهُمُ
रिज़्क़ दिया उनको
ٱللَّهُ
अल्लाह ने
ٱفْتِرَآءً
झूठ गढ़ते हुए
عَلَى
अल्लाह पर
ٱللَّهِۚ
अल्लाह पर
قَدْ
तहक़ीक़
ضَلُّوا۟
वो भटक गए
وَمَا
और ना
كَانُوا۟
थे वो
مُهْتَدِينَ
हिदायत पाने वाले

Qad khasira allatheena qataloo awladahum safahan bighayri 'ilmin waharramoo ma razaqahumu Allahu iftiraan 'ala Allahi qad dalloo wama kanoo muhtadeena

वे लोग कुछ जाने-बूझे बिना घाटे में रहे, जिन्होंने मूर्खता के कारण अपनी सन्तान की हत्या की और जो कुछ अल्लाह ने उन्हें प्रदान किया था, उसे अल्लाह पर झूठ घड़कर हराम ठहरा दिया। वास्तव में वे भटक गए और वे सीधा मार्ग पानेवाले न हुए

Tafseer (तफ़सीर )