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وَلَا
और ना
ٱلظِّلُّ
साया
وَلَا
और ना
ٱلْحَرُورُ
धूप

Wala alththillu wala alharooru

और न छाया और धूप

Tafseer (तफ़सीर )

وَمَا
और नहीं
يَسْتَوِى
बराबर हो सकते
ٱلْأَحْيَآءُ
ज़िन्दा
وَلَا
और ना
ٱلْأَمْوَٰتُۚ
मुर्दे
إِنَّ
बेशक
ٱللَّهَ
अल्लाह
يُسْمِعُ
वो सुनाता है
مَن
जिसे
يَشَآءُۖ
वो चाहता है
وَمَآ
और नहीं
أَنتَ
आप
بِمُسْمِعٍ
सुनाने वाले
مَّن
उन्हें जो
فِى
क़ब्रों में हैं
ٱلْقُبُورِ
क़ब्रों में हैं

Wama yastawee alahyao wala alamwatu inna Allaha yusmi'u man yashao wama anta bimusmi'in man fee alquboori

और न जीवित और मृत बराबर है। निश्चय ही अल्लाह जिसे चाहता है सुनाता है। तुम उन लोगों को नहीं सुना सकते, जो क़ब्रों में हो।

Tafseer (तफ़सीर )

إِنْ
नहीं हैं
أَنتَ
आप
إِلَّا
मगर
نَذِيرٌ
डराने वाले

In anta illa natheerun

तुम तो बस एक सचेतकर्ता हो

Tafseer (तफ़सीर )

إِنَّآ
बेशक हम
أَرْسَلْنَٰكَ
भेजा हमने आपको
بِٱلْحَقِّ
साथ हक़ के
بَشِيرًا
ख़ुशख़बरी देने वाला
وَنَذِيرًاۚ
और डराने वाला(बना कर)
وَإِن
और नहीं
مِّنْ
कोई भी उम्मत
أُمَّةٍ
कोई भी उम्मत
إِلَّا
मगर
خَلَا
गुज़रा है
فِيهَا
उसमें
نَذِيرٌ
एक डराने वाला

Inna arsalnaka bialhaqqi basheeran wanatheeran wain min ommatin illa khala feeha natheerun

हमने तुम्हें सत्य के साथ भेजा है, शुभ-सूचना देनेवाला और सचेतकर्ता बनाकर। और जो भी समुदाय गुज़रा है, उसमें अनिवार्यतः एक सचेतकर्ता हुआ है

Tafseer (तफ़सीर )

وَإِن
और अगर
يُكَذِّبُوكَ
वो झुठलाते हैं आपको
فَقَدْ
तो तहक़ीक़
كَذَّبَ
झुठलाया
ٱلَّذِينَ
उन लोगों ने जो
مِن
उनसे पहले थे
قَبْلِهِمْ
उनसे पहले थे
جَآءَتْهُمْ
आए उनके पास
رُسُلُهُم
रसूल उनके
بِٱلْبَيِّنَٰتِ
साथ वाज़ेह निशानियों के
وَبِٱلزُّبُرِ
और साथ सहीफ़ों के
وَبِٱلْكِتَٰبِ
और साथ किताबे
ٱلْمُنِيرِ
रौशन के

Wain yukaththibooka faqad kaththaba allatheena min qablihim jaathum rusuluhum bialbayyinati wabialzzuburi wabialkitabi almuneeri

यदि वे तुम्हें झुठलाते है तो जो उनसे पहले थे वे भी झुठला चुके है। उनके रसूल उनके पास स्पष्ट और ज़बूरें और प्रकाशमान किताब लेकर आए थे

Tafseer (तफ़सीर )

ثُمَّ
फिर
أَخَذْتُ
मैं ने पकड़ लिया
ٱلَّذِينَ
उन्हें जिन्होंने
كَفَرُوا۟ۖ
कुफ़्र किया
فَكَيْفَ
तो किस तरह
كَانَ
हुई
نَكِيرِ
सज़ा मेरी

Thumma akhathtu allatheena kafaroo fakayfa kana nakeeri

फिर मैं उन लोगों को, जिन्होंने इनकार किया, पकड़ लिया (तो फिर कैसा रहा मेरा इनकार!)

Tafseer (तफ़सीर )

أَلَمْ
क्या नहीं
تَرَ
आपने देखा
أَنَّ
बेशक
ٱللَّهَ
अल्लाह ने
أَنزَلَ
उतारा
مِنَ
आसमान से
ٱلسَّمَآءِ
आसमान से
مَآءً
पानी
فَأَخْرَجْنَا
फिर निकाला हमने
بِهِۦ
साथ उसके
ثَمَرَٰتٍ
फल
مُّخْتَلِفًا
मुख़्तलिफ़ हैं
أَلْوَٰنُهَاۚ
रंग उनके
وَمِنَ
और पहाड़ों में से
ٱلْجِبَالِ
और पहाड़ों में से
جُدَدٌۢ
टुकड़े हैं
بِيضٌ
कुछ सफ़ेद
وَحُمْرٌ
और कुछ सुर्ख़
مُّخْتَلِفٌ
मुख़्तलिफ़ हैं
أَلْوَٰنُهَا
रंग उनके
وَغَرَابِيبُ
और कुछ काले
سُودٌ
सयाह

Alam tara anna Allaha anzala mina alssamai maan faakhrajna bihi thamaratin mukhtalifan alwanuha wamina aljibali judadun beedun wahumrun mukhtalifun alwanuha wagharabeebu soodun

क्या तुमने नहीं देखा कि अल्लाह ने आकाश से पानी बरसाया, फिर उसके द्वारा हमने फल निकाले, जिनके रंग विभिन्न प्रकार के होते है? और पहाड़ो में भी श्वेत और लाल विभिन्न रंगों की धारियाँ पाई जाती है, और भुजंग काली भी

Tafseer (तफ़सीर )

وَمِنَ
और इन्सानों में से
ٱلنَّاسِ
और इन्सानों में से
وَٱلدَّوَآبِّ
और जानवरों
وَٱلْأَنْعَٰمِ
और मवेशियों में से
مُخْتَلِفٌ
मुख़्तलिफ़ हैं
أَلْوَٰنُهُۥ
रंग उनके
كَذَٰلِكَۗ
इसी तरह
إِنَّمَا
बेशक
يَخْشَى
डरते हैं
ٱللَّهَ
अल्लाह से
مِنْ
उसके बन्दों में से
عِبَادِهِ
उसके बन्दों में से
ٱلْعُلَمَٰٓؤُا۟ۗ
उलेमा ही
إِنَّ
बेशक
ٱللَّهَ
अल्लाह
عَزِيزٌ
बहुत ज़बरदस्त है
غَفُورٌ
बहुत बख़श्ने वाला है

Wamina alnnasi waalddawabbi waalan'ami mukhtalifun alwanuhu kathalika innama yakhsha Allaha min 'ibadihi al'ulamao inna Allaha 'azeezun ghafoorun

और मनुष्यों और जानवरों और चौपायों के रंग भी इसी प्रकार भिन्न हैं। अल्लाह से डरते तो उसके वही बन्दे हैं, जो बाख़बर है। निश्चय ही अल्लाह अत्यन्त प्रभुत्वशाली, क्षमाशील है

Tafseer (तफ़सीर )

إِنَّ
बेशक
ٱلَّذِينَ
वो जो
يَتْلُونَ
पढ़ते हैं
كِتَٰبَ
किताब
ٱللَّهِ
अल्लाह की
وَأَقَامُوا۟
और वो क़ायम करते हैं
ٱلصَّلَوٰةَ
नमाज़
وَأَنفَقُوا۟
और वो ख़र्च करते हैं
مِمَّا
उसमें से जो
رَزَقْنَٰهُمْ
रिज़्क़ दिया हमने उन्हें
سِرًّا
पोशीदा
وَعَلَانِيَةً
और अलानिया
يَرْجُونَ
वो उम्मीद रखते हैं
تِجَٰرَةً
ऐसी तिजारत की
لَّن
हरगिज़ ना
تَبُورَ
वो तबाह होगी

Inna allatheena yatloona kitaba Allahi waaqamoo alssalata waanfaqoo mimma razaqnahum sirran wa'alaniyatan yarjoona tijaratan lan taboora

निश्चय ही जो लोग अल्लाह की किताब पढ़ते हैं, इस हाल मे कि नमाज़ के पाबन्द हैं, और जो कुछ हमने उन्हें दिया है, उसमें से छिपे और खुले ख़र्च किया है, वे एक ऐसे व्यापार की आशा रखते है जो कभी तबाह न होगा

Tafseer (तफ़सीर )

لِيُوَفِّيَهُمْ
ताकि वो पूरे-पूरे दे उन्हें
أُجُورَهُمْ
अजर उनके
وَيَزِيدَهُم
और ज़्यादा दे उन्हें
مِّن
अपने फ़ज़ल से
فَضْلِهِۦٓۚ
अपने फ़ज़ल से
إِنَّهُۥ
बेशक वो
غَفُورٌ
बहुत बख़्शने वाला है
شَكُورٌ
निहायत क़द्रदान है

Liyuwaffiyahum ojoorahum wayazeedahum min fadlihi innahu ghafoorun shakoorun

परिणामस्वरूप वह उन्हें उनके प्रतिदान पूरे-पूरे दे और अपने उदार अनुग्रह से उन्हें और अधिक भी प्रदान करे। निस्संदेह वह बहुत क्षमाशील, अत्यन्त गुणग्राहक है

Tafseer (तफ़सीर )