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وَٱلَّذِىٓ
और जो
أَوْحَيْنَآ
वही की हमने
إِلَيْكَ
आपकी तरफ़
مِنَ
किताब में से
ٱلْكِتَٰبِ
किताब में से
هُوَ
वो ही
ٱلْحَقُّ
हक़ है
مُصَدِّقًا
तस्दीक़ करने वाली
لِّمَا
उसकी जो
بَيْنَ
उससे पहले है
يَدَيْهِۗ
उससे पहले है
إِنَّ
बेशक
ٱللَّهَ
अल्लाह
بِعِبَادِهِۦ
अपने बन्दों के बारे में
لَخَبِيرٌۢ
अलबत्ता पूरी तरह बाख़बर है
بَصِيرٌ
ख़ूब देखने वाला है

Waallathee awhayna ilayka mina alkitabi huwa alhaqqu musaddiqan lima bayna yadayhi inna Allaha bi'ibadihi lakhabeerun baseerun

जो किताब हमने तुम्हारी ओर प्रकाशना द्वारा भेजी है, वही सत्य है। अपने से पहले (की किताबों) की पुष्टि में है। निश्चय ही अल्लाह अपने बन्दों की ख़बर पूरी रखनेवाला, देखनेवाला है

Tafseer (तफ़सीर )

ثُمَّ
फिर
أَوْرَثْنَا
वारिस बनाया हम ने
ٱلْكِتَٰبَ
किताब का
ٱلَّذِينَ
उनको जिन्हें
ٱصْطَفَيْنَا
चुन लिया हम ने
مِنْ
अपने बन्दों में से
عِبَادِنَاۖ
अपने बन्दों में से
فَمِنْهُمْ
तो उनमें से कोई
ظَالِمٌ
ज़ुल्म करने वाला है
لِّنَفْسِهِۦ
अपनी जान पर
وَمِنْهُم
और उनमें से कोई
مُّقْتَصِدٌ
मयाना रू है
وَمِنْهُمْ
और उनमें से कोई
سَابِقٌۢ
सबक़त ले जाने वाला है
بِٱلْخَيْرَٰتِ
नेकियों में
بِإِذْنِ
अल्लाह के इज़्न
ٱللَّهِۚ
अल्लाह के इज़्न
ذَٰلِكَ
यही है
هُوَ
वो
ٱلْفَضْلُ
फ़ज़ल
ٱلْكَبِيرُ
बहुत बड़ा

Thumma awrathna alkitaba allatheena istafayna min 'ibadina faminhum thalimun linafsihi waminhum muqtasidun waminhum sabiqun bialkhayrati biithni Allahi thalika huwa alfadlu alkabeeru

फिर हमने इस किताब का उत्तराधिकारी उन लोगों को बनाया, जिन्हें हमने अपने बन्दो में से चुन लिया है। अब कोई तो उनमें से अपने आप पर ज़ुल्म करता है और कोई उनमें से मध्य श्रेणी का है और कोई उनमें से अल्लाह के कृपायोग से भलाइयों में अग्रसर है। यही है बड़ी श्रेष्ठता। -

Tafseer (तफ़सीर )

جَنَّٰتُ
बाग़ात हैं
عَدْنٍ
हमेशगी के
يَدْخُلُونَهَا
वो दाख़िल होंगे उनमें
يُحَلَّوْنَ
वो पहनाए जाऐंगे
فِيهَا
उनमें
مِنْ
कंगनों में से
أَسَاوِرَ
कंगनों में से
مِن
सोने के
ذَهَبٍ
सोने के
وَلُؤْلُؤًاۖ
और मोती
وَلِبَاسُهُمْ
और लिबास उनका
فِيهَا
उनमें
حَرِيرٌ
रेशम होगा

Jannatu 'adnin yadkhuloonaha yuhallawna feeha min asawira min thahabin waluluan walibasuhum feeha hareerun

सदैव रहने के बाग है, जिनमें वे प्रवेश करेंगे। वहाँ उन्हें सोने के कंगनों और मोती से आभूषित किया जाएगा। और वहाँ उनका वस्त्र रेशम होगा

Tafseer (तफ़सीर )

وَقَالُوا۟
और वो कहेंगे
ٱلْحَمْدُ
सब तारीफ़
لِلَّهِ
अल्लाह ही के लिए है
ٱلَّذِىٓ
जो
أَذْهَبَ
ले गया
عَنَّا
हम से
ٱلْحَزَنَۖ
ग़म
إِنَّ
बेशक
رَبَّنَا
रब हमारा
لَغَفُورٌ
अलबत्ता बख़शने वाला है
شَكُورٌ
निहायत क़द्रदान है

Waqaloo alhamdu lillahi allathee athhaba 'anna alhazana inna rabbana laghafoorun shakoorun

और वे कहेंगे, 'सब प्रशंसा अल्लाह के लिए है, जिसने हमसे ग़म दूर कर दिया। निश्चय ही हमारा रब अत्यन्त क्षमाशील, बड़ा गुणग्राहक है

Tafseer (तफ़सीर )

ٱلَّذِىٓ
वो जिसने
أَحَلَّنَا
ला उतारा हमें
دَارَ
घर में
ٱلْمُقَامَةِ
दाइमी क़याम के
مِن
अपने फ़ज़ल से
فَضْلِهِۦ
अपने फ़ज़ल से
لَا
नहीं पहुँचती हमें
يَمَسُّنَا
नहीं पहुँचती हमें
فِيهَا
इसमें
نَصَبٌ
कोई मशक़्क़त
وَلَا
और नहीं
يَمَسُّنَا
पहुँचती हमें
فِيهَا
इसमें
لُغُوبٌ
कोई थकावट

Allathee ahallana dara almuqamati min fadlihi la yamassuna feeha nasabun wala yamassuna feeha lughoobun

जिसने हमें अपने उदार अनुग्रह से रहने के ऐसे घर में उतारा जहाँ न हमें कोई मशक़्क़त उठानी पड़ती है और न हमें कोई थकान ही आती है।'

Tafseer (तफ़सीर )

وَٱلَّذِينَ
और वो जिन्होंने
كَفَرُوا۟
कुफ़्र किया
لَهُمْ
उनके लिए
نَارُ
आग है
جَهَنَّمَ
जहन्नम की
لَا
ना काम तमाम किया जाएगा
يُقْضَىٰ
ना काम तमाम किया जाएगा
عَلَيْهِمْ
उनका
فَيَمُوتُوا۟
कि वो मर जाऐं
وَلَا
और ना
يُخَفَّفُ
हल्का किया जाएगा
عَنْهُم
उनसे
مِّنْ
उसके अज़ाब में से
عَذَابِهَاۚ
उसके अज़ाब में से
كَذَٰلِكَ
इसी तरह
نَجْزِى
हम बदला देते हैं
كُلَّ
हर
كَفُورٍ
नाशुक्रे को

Waallatheena kafaroo lahum naru jahannama la yuqda 'alayhim fayamootoo wala yukhaffafu 'anhum min 'athabiha kathalika najzee kulla kafoorin

रहे वे लोग जिन्होंने इनकार किया, उनके लिए जहन्नम की आग है, न उनका काम तमाम किया जाएगा कि मर जाएँ और न उनसे उसकी यातना ही कुछ हल्की की जाएगी। हम ऐसा ही बदला प्रत्येक अकृतज्ञ को देते है

Tafseer (तफ़सीर )

وَهُمْ
और वो
يَصْطَرِخُونَ
वो चिल्लाऐंगे
فِيهَا
उसमें
رَبَّنَآ
ऐ हमारे रब
أَخْرِجْنَا
निकाल हमें
نَعْمَلْ
हम अमल करें
صَٰلِحًا
नेक
غَيْرَ
अलावा
ٱلَّذِى
उसके जो
كُنَّا
थे हम
نَعْمَلُۚ
हम अमल करते
أَوَلَمْ
क्या भला नहीं
نُعَمِّرْكُم
हमने उमर दी तुम्हें
مَّا
कि
يَتَذَكَّرُ
नसीहत पकड़ता
فِيهِ
उसमें
مَن
जो
تَذَكَّرَ
नसीहत पकड़ता
وَجَآءَكُمُ
और आ गया तुम्हारे पास
ٱلنَّذِيرُۖ
डराने वाला
فَذُوقُوا۟
पस चखो
فَمَا
तो नहीं
لِلظَّٰلِمِينَ
ज़ालिमों के लिए
مِن
कोई मददगार
نَّصِيرٍ
कोई मददगार

Wahum yastarikhoona feeha rabbana akhrijna na'mal salihan ghayra allathee kunna na'malu awalam nu'ammirkum ma yatathakkaru feehi man tathakkara wajaakumu alnnatheeru fathooqoo fama lilththalimeena min naseerin

वे वहाँ चिल्लाएँगे कि 'ऐ हमारे रब! हमें निकाल ले। हम अच्छा कर्म करेंगे, उससे भिन्न जो हम करते रहे।' 'क्या हमने तुम्हें इतनी आयु नहीं दी कि जिसमें कोई होश में आना चाहता तो होश में आ जाता? और तुम्हारे पास सचेतकर्ता भी आया था, तो अब मज़ा चखते रहो! ज़ालिमोंं को कोई सहायक नहीं!'

Tafseer (तफ़सीर )

إِنَّ
बेशक
ٱللَّهَ
अल्लाह
عَٰلِمُ
जानने वाला है
غَيْبِ
ग़ैब
ٱلسَّمَٰوَٰتِ
आसमानों
وَٱلْأَرْضِۚ
और ज़मीन का
إِنَّهُۥ
बेशक वो
عَلِيمٌۢ
ख़ूब जानने वाला है
بِذَاتِ
सीनों वाले(भेद)
ٱلصُّدُورِ
सीनों वाले(भेद)

Inna Allaha 'alimu ghaybi alssamawati waalardi innahu 'aleemun bithati alssudoori

निस्संदेह अल्लाह आकाशों और धरती की छिपी बात को जानता है। वह तो सीनो तक की बात जानता है

Tafseer (तफ़सीर )

هُوَ
वो ही है
ٱلَّذِى
जिसने
جَعَلَكُمْ
बनाया तुम्हें
خَلَٰٓئِفَ
जानशीन
فِى
ज़मीन में
ٱلْأَرْضِۚ
ज़मीन में
فَمَن
पस जिसने
كَفَرَ
कुफ़्र किया
فَعَلَيْهِ
तो उसी पर है
كُفْرُهُۥۖ
कुफ़्र उसका
وَلَا
और नहीं
يَزِيدُ
ज़्यादा करता
ٱلْكَٰفِرِينَ
काफ़िरों को
كُفْرُهُمْ
कुफ़्र उनका
عِندَ
नज़दीक
رَبِّهِمْ
उनके रब के
إِلَّا
मगर
مَقْتًاۖ
नाराज़गी में
وَلَا
और नहीं
يَزِيدُ
ज़्यादा करता
ٱلْكَٰفِرِينَ
काफ़िरों को
كُفْرُهُمْ
कुफ़्र उनका
إِلَّا
मगर
خَسَارًا
ख़सारे में

Huwa allathee ja'alakum khalaifa fee alardi faman kafara fa'alayhi kufruhu wala yazeedu alkafireena kufruhum 'inda rabbihim illa maqtan wala yazeedu alkafireena kufruhum illa khasaran

वही तो है जिसने तुम्हे धरती में ख़लीफ़ा बनाया। अब तो कोई इनकार करेगा, उसके इनकार का वबाल उसी पर है। इनकार करनेवालों का इनकार उनके रब के यहाँ केवल प्रकोप ही को बढ़ाता है, और इनकार करनेवालों का इनकार केवल घाटे में ही अभिवृद्धि करता है

Tafseer (तफ़सीर )

قُلْ
कह दीजिए
أَرَءَيْتُمْ
क्या देखा तुमने
شُرَكَآءَكُمُ
अपने शरीकों को
ٱلَّذِينَ
वो जिन्हें
تَدْعُونَ
तुम पुकारते हो
مِن
सिवाए
دُونِ
सिवाए
ٱللَّهِ
अल्लाह के
أَرُونِى
दिखाओ मुझे
مَاذَا
क्या कुछ
خَلَقُوا۟
उन्होंने पैदा किया है
مِنَ
ज़मीन में से
ٱلْأَرْضِ
ज़मीन में से
أَمْ
या
لَهُمْ
उनके लिए है
شِرْكٌ
कोई शिर्कत
فِى
आसमानों में
ٱلسَّمَٰوَٰتِ
आसमानों में
أَمْ
या
ءَاتَيْنَٰهُمْ
दी हमने उन्हें
كِتَٰبًا
कोई किताब
فَهُمْ
तो वो
عَلَىٰ
एक वाज़ेह दलील पर हों
بَيِّنَتٍ
एक वाज़ेह दलील पर हों
مِّنْهُۚ
उससे
بَلْ
बल्कि
إِن
नहीं
يَعِدُ
वादा करते
ٱلظَّٰلِمُونَ
ज़ालिम
بَعْضُهُم
बाज़ उनके
بَعْضًا
बाज़ से
إِلَّا
मगर
غُرُورًا
धोके का

Qul araaytum shurakaakumu allatheena tad'oona min dooni Allahi aroonee matha khalaqoo mina alardi am lahum shirkun fee alssamawati am ataynahum kitaban fahum 'ala bayyinatin minhu bal in ya'idu alththalimoona ba'duhum ba'dan illa ghurooran

कहो, 'क्या तुमने अपने ठहराए हुए साझीदारो का अवलोकन भी किया, जिन्हें तुम अल्लाह को छोड़कर पुकारते हो? मुझे दिखाओ उन्होंने धरती का कौन-सा भाग पैदा किया है या आकाशों में उनकी कोई भागीदारी है?' या हमने उन्हें कोई किताब ही है कि उसका कोई स्पष्ट प्रमाण उनके पक्ष में हो? नहीं, बल्कि वे ज़ालिम आपस में एक-दूसरे से केवल धोखे का वादा कर रहे है

Tafseer (तफ़सीर )