Olaika mawahum jahannamu wala yajidoona 'anha maheesan
वही लोग है जिनका ठिकाना जहन्नम है और वे उससे अलग होने की कोई जगह न पाएँगे
Waallatheena amanoo wa'amiloo alssalihati sanudkhiluhum jannatin tajree min tahtiha alanharu khalideena feeha abadan wa'da Allahi haqqan waman asdaqu mina Allahi qeelan
रहे वे लोग जो ईमान लाए और उन्होंने अच्छे कर्म किए, उन्हें हम जल्द ही ऐसे बाग़ों में दाख़िल करेंगे, जिनके नीचे नहरें बह रही होंगी, जहाँ वे सदैव रहेंगे। अल्लाह का वादा सच्चा है, और अल्लाह से बढ़कर बात का सच्चा कौन हो सकता है?
Laysa biamaniyyikum wala amaniyyi ahli alkitabi man ya'mal sooan yujza bihi wala yajid lahu min dooni Allahi waliyyan wala naseeran
बात न तुम्हारी कामनाओं की है और न किताबवालों की कामनाओं की। जो भी बुराई करेगा उसे उसका फल मिलेगा और वह अल्लाह से हटकर न तो कोई मित्र पाएगा और न ही सहायक
Waman ya'mal mina alssalihati min thakarin aw ontha wahuwa muminun faolaika yadkhuloona aljannata wala yuthlamoona naqeeran
किन्तु जो अच्छे कर्म करेगा, चाहे पुरुष हो या स्त्री, यदि वह ईमानवाला है तो ऐसे लोग जन्नत में दाख़िल होंगे। और उनका हक़ रत्ती भर भी मारा नहीं जाएगा
Waman ahsanu deenan mimman aslama wajhahu lillahi wahuwa muhsinun waittaba'a millata ibraheema haneefan waittakhatha Allahu ibraheema khaleelan
और दीन (धर्म) की स्पष्ट से उस व्यक्ति से अच्छा कौन हो सकता है, जिसने अपने आपको अल्लाह के आगे झुका दिया और इबराहीम के तरीक़े का अनुसरण करे, जो सबसे कटकर एक का हो गया था? अल्लाह ने इबराहीम को अपना घनिष्ठ मित्र बनाया था
Walillahi ma fee alssamawati wama fee alardi wakana Allahu bikulli shayin muheetan
जो कुछ आकाशों में और जो कुछ धरती में है, वह अल्लाह ही का है और अल्लाह हर चीज़ को घेरे हुए है
Wayastaftoonaka fee alnnisai quli Allahu yufteekum feehinna wama yutla 'alaykum fee alkitabi fee yatama alnnisai allatee la tutoonahunna ma kutiba lahunna watarghaboona an tankihoohunna waalmustad'afeena mina alwildani waan taqoomoo lilyatama bialqisti wama taf'aloo min khayrin fainna Allaha kana bihi 'aleeman
लोग तुमसे स्त्रियों के विषय में पूछते है, कहो, 'अल्लाह तुम्हें उनके विषय में हुक्म देता है और जो आयतें तुमको इस किताब में पढ़कर सुनाई जाती है, वे उन स्त्रियों के, अनाथों के विषय में भी है, जिनके हक़ तुम अदा नहीं करते। और चाहते हो कि तुम उनके साथ विवाह कर लो और कमज़ोर यतीम बच्चों के बारे में भी यही आदेश है। और इस विषय में भी कि तुम अनाथों के विषय में इनसाफ़ पर क़ायम रहो। जो भलाई भी तुम करोगे तो निश्चय ही, अल्लाह उसे भली-भाँति जानता होगा।'
Waini imraatun khafat min ba'liha nushoozan aw i'radan fala junaha 'alayhima an yusliha baynahuma sulhan waalssulhu khayrun waohdirati alanfusu alshshuhha wain tuhsinoo watattaqoo fainna Allaha kana bima ta'maloona khabeeran
यदि किसी स्त्री को अपने पति की और से दुर्व्यवहार या बेरुख़ी का भय हो, तो इसमें उनके लिए कोई दोष नहीं कि वे दोनों आपस में मेल-मिलाप की कोई राह निकाल ले। और मेल-मिलाव अच्छी चीज़ है। और मन तो लोभ एवं कृपणता के लिए उद्यत रहता है। परन्तु यदि तुम अच्छा व्यवहार करो और (अल्लाह का) भय रखो, तो अल्लाह को निश्चय ही जो कुछ तुम करोगे उसकी खबर रहेगी
Walan tastatee'oo an ta'diloo bayna alnnisai walaw harastum fala tameeloo kulla almayli fatatharooha kaalmu'allaqati wain tuslihoo watattaqoo fainna Allaha kana ghafooran raheeman
और चाहे तुम कितना ही चाहो, तुममें इसकी सामर्थ्य नहीं हो सकती कि औरतों के बीच पूर्ण रूप से न्याय कर सको। तो ऐसा भी न करो कि किसी से पूर्णरूप से फिर जाओ, जिसके परिणामस्वरूप वह ऐसी हो जाए, जैसे उसका पति खो गया हो। परन्तु यदि तुम अपना व्यवहार ठीक रखो और (अल्लाह से) डरते रहो, तो निस्संदेह अल्लाह भी बड़ा क्षमाशील, दयावान है
Wain yatafarraqa yughni Allahu kullan min sa'atihi wakana Allahu wasi'an hakeeman
और यदि दोनों अलग ही हो जाएँ तो अल्लाह अपनी समाई से एक को दूसरे से बेपररवाह कर देगा। अल्लाह बड़ी समाईवाला, तत्वदर्शी है