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قَالَ
कहा
رَبِّ
ऐ मेरे रब
ٱغْفِرْ
बख़्श दे
لِى
मुझे
وَلِأَخِى
और मेरे भाई को
وَأَدْخِلْنَا
और दाख़िल कर हमें
فِى
अपनी रहमत में
رَحْمَتِكَۖ
अपनी रहमत में
وَأَنتَ
और तू
أَرْحَمُ
सबसे ज़्यादा रहम वाला है
ٱلرَّٰحِمِينَ
सब रहम करने वालों से

Qala rabbi ighfir lee waliakhee waadkhilna fee rahmatika waanta arhamu alrrahimeena

उसने कहा, 'मेरे रब! मुझे और मेरे भाई को क्षमा कर दे और हमें अपनी दयालुता में दाख़िल कर ले। तू तो सबसे बढ़कर दयावान हैं।'

Tafseer (तफ़सीर )

إِنَّ
बेशक
ٱلَّذِينَ
वो लोग जिन्होंने
ٱتَّخَذُوا۟
बना लिया
ٱلْعِجْلَ
बछड़े को (माबूद)
سَيَنَالُهُمْ
अनक़रीब पहुँचेगा उन्हें
غَضَبٌ
ग़ज़ब
مِّن
उनके रब की तरफ़ से
رَّبِّهِمْ
उनके रब की तरफ़ से
وَذِلَّةٌ
और रुसवाई
فِى
ज़िन्दगी में
ٱلْحَيَوٰةِ
ज़िन्दगी में
ٱلدُّنْيَاۚ
दुनिया की
وَكَذَٰلِكَ
और इसी तरह
نَجْزِى
हम बदला देते हैं
ٱلْمُفْتَرِينَ
झूठ बाँधने वालों को

Inna allatheena ittakhathoo al'ijla sayanaluhum ghadabun min rabbihim wathillatun fee alhayati alddunya wakathalika najzee almuftareena

जिन लोगों ने बछड़े को अपना उपास्य बनाया, वे अपने रब की ओर से प्रकोप और सांसारिक जीवन में अपमान से ग्रस्त होकर रहेंगे; और झूठ घड़नेवालों को हम ऐसा ही बदला देते है

Tafseer (तफ़सीर )

وَٱلَّذِينَ
और वो लोग
عَمِلُوا۟
जिन्होंने अमल किए
ٱلسَّيِّـَٔاتِ
बुरे
ثُمَّ
फिर
تَابُوا۟
तौबा कर ली
مِنۢ
बाद उसके
بَعْدِهَا
बाद उसके
وَءَامَنُوٓا۟
और वो ईमान ले आए
إِنَّ
बेशक
رَبَّكَ
रब आपका
مِنۢ
बाद उसके
بَعْدِهَا
बाद उसके
لَغَفُورٌ
अलबत्ता बहुत बख़्शने वाला है
رَّحِيمٌ
निहायत रहम करने वाला है

Waallatheena 'amiloo alssayyiati thumma taboo min ba'diha waamanoo inna rabbaka min ba'diha laghafoorun raheemun

रहे वे लोग जिन्होंने बुरे कर्म किए फिर उसके पश्चात तौबा कर ली और ईमान ले आए, तो इसके बाद तो तुम्हारा रब बड़ा ही क्षमाशील, दयाशील है

Tafseer (तफ़सीर )

وَلَمَّا
और जब
سَكَتَ
थम गया
عَن
मूसा से
مُّوسَى
मूसा से
ٱلْغَضَبُ
ग़ज़ब
أَخَذَ
उसने ले लीं
ٱلْأَلْوَاحَۖ
तख़्तियाँ
وَفِى
और उनकी तहरीर में
نُسْخَتِهَا
और उनकी तहरीर में
هُدًى
हिदायत
وَرَحْمَةٌ
और रहमत थी
لِّلَّذِينَ
उन लोगों के लिए
هُمْ
वो जो
لِرَبِّهِمْ
अपने रब से
يَرْهَبُونَ
वो डरते थे

Walamma sakata 'an moosa alghadabu akhatha alalwaha wafee nuskhatiha hudan warahmatun lillatheena hum lirabbihim yarhaboona

और जब मूसा का क्रोध शान्त हुआ तो उसने तख़्तियों को उठा लिया। उनके लेख में उन लोगों के लिए मार्गदर्शन और दयालुता थी जो अपने रब से डरते है

Tafseer (तफ़सीर )

وَٱخْتَارَ
और मुन्तख़िब कर लिए
مُوسَىٰ
मूसा ने
قَوْمَهُۥ
अपनी क़ौम से
سَبْعِينَ
सत्तर
رَجُلًا
आदमी
لِّمِيقَٰتِنَاۖ
हमारे मुक़र्रर वक़्त के लिए
فَلَمَّآ
फिर जब
أَخَذَتْهُمُ
पकड़ लिया उन्हें
ٱلرَّجْفَةُ
ज़लज़ले ने
قَالَ
उसने कहा
رَبِّ
ऐ मेरे रब
لَوْ
अगर
شِئْتَ
चाहता तू
أَهْلَكْتَهُم
हलाक कर देता तू इन्हें
مِّن
इससे पहले
قَبْلُ
इससे पहले
وَإِيَّٰىَۖ
और मुझे भी
أَتُهْلِكُنَا
क्या तू हलाक करता है हमें
بِمَا
बवजह उसके जो
فَعَلَ
किया
ٱلسُّفَهَآءُ
कुछ नादानों ने
مِنَّآۖ
हम में से
إِنْ
नहीं है
هِىَ
ये
إِلَّا
मगर
فِتْنَتُكَ
आज़माइश तेरी
تُضِلُّ
तू गुमराह करता है
بِهَا
साथ इसके
مَن
जिसे
تَشَآءُ
तू चाहता है
وَتَهْدِى
और तू हिदायत देता है
مَن
जिसे
تَشَآءُۖ
तू चाहता है
أَنتَ
तू ही
وَلِيُّنَا
दोस्त है हमारा
فَٱغْفِرْ
पस बख़्श दे
لَنَا
हमें
وَٱرْحَمْنَاۖ
और रहम फ़रमा हम पर
وَأَنتَ
और तू
خَيْرُ
बेहतर है
ٱلْغَٰفِرِينَ
सब बख़्शने वालों से

Waikhtara moosa qawmahu sab'eena rajulan limeeqatina falamma akhathathumu alrrajfatu qala rabbi law shita ahlaktahum min qablu waiyyaya atuhlikuna bima fa'ala alssufahao minna in hiya illa fitnatuka tudillu biha man tashao watahdee man tashao anta waliyyuna faighfir lana wairhamna waanta khayru alghafireena

मूसा ने अपनी क़ौम के सत्तर आदमियों को हमारे नियत किए हुए समय के लिए चुना। फिर जब उन लोगों को एक भूकम्प ने आ पकड़ा तो उसने कहा, 'मेर रब! यदि तू चाहता तो पहले ही इनको और मुझको विनष्ट़ कर देता। जो कुछ हमारे नादानों ने किया है, क्या उसके कारण तू हमें विनष्ट करेगा? यह तो बस तेरी ओर से एक परीक्षा है। इसके द्वारा तू जिसको चाहे पथभ्रष्ट कर दे और जिसे चाहे मार्ग दिखा दे। तू ही हमारा संरक्षक है। अतः तू हमें क्षमा कर दे और हम पर दया कर, और तू ही सबसे बढ़कर क्षमा करनेवाला है

Tafseer (तफ़सीर )

وَٱكْتُبْ
और लिख दे
لَنَا
हमारे लिए
فِى
इस दुनिया में
هَٰذِهِ
इस दुनिया में
ٱلدُّنْيَا
इस दुनिया में
حَسَنَةً
भलाई
وَفِى
और आख़िरत में
ٱلْءَاخِرَةِ
और आख़िरत में
إِنَّا
बेशक हम
هُدْنَآ
रुजूअ किया हमने
إِلَيْكَۚ
तेरी तरफ़
قَالَ
फ़रमाया
عَذَابِىٓ
अज़ाब मेरा
أُصِيبُ
मैं पहुँचाता हूँ
بِهِۦ
उसको
مَنْ
जिसे
أَشَآءُۖ
मैं चाहता हूँ
وَرَحْمَتِى
और रहमत मेरी
وَسِعَتْ
छाई हुई है
كُلَّ
हर
شَىْءٍۚ
चीज़ पर
فَسَأَكْتُبُهَا
पस ज़रूर मैं लिख दूँगा उसे
لِلَّذِينَ
उन लोगों के लिए जो
يَتَّقُونَ
डरते हैं
وَيُؤْتُونَ
और वो अदा करते हैं
ٱلزَّكَوٰةَ
ज़कात
وَٱلَّذِينَ
और वो जो
هُم
वो
بِـَٔايَٰتِنَا
हमारी आयात पर
يُؤْمِنُونَ
वो ईमान लाते हैं

Waoktub lana fee hathihi alddunya hasanatan wafee alakhirati inna hudna ilayka qala 'athabee oseebu bihi man ashao warahmatee wasi'at kulla shayin fasaaktubuha lillatheena yattaqoona wayutoona alzzakata waallatheena hum biayatina yuminoona

'और हमारे लिए इस संसार में भलाई लिख दे और आख़िरत में भी। हम तेरी ही ओर उन्मुख हुए।' उसने कहा, 'अपनी यातना में मैं तो उसी को ग्रस्त करता हूँ, जिसे चाहता हूँ, किन्तु मेरी दयालुता से हर चीज़ आच्छादित है। उसे तो मैं उन लोगों के हक़ में लिखूँगा जो डर रखते और ज़कात देते है और जो हमारी आयतों पर ईमान लाते है

Tafseer (तफ़सीर )

ٱلَّذِينَ
वो लोग जो
يَتَّبِعُونَ
पैरवी करेंगे
ٱلرَّسُولَ
इस रसूल
ٱلنَّبِىَّ
नबी की
ٱلْأُمِّىَّ
जो उम्मी है
ٱلَّذِى
वो जो
يَجِدُونَهُۥ
वो पाते हैं उसे
مَكْتُوبًا
लिखा हुआ
عِندَهُمْ
अपने पास
فِى
तौरात में
ٱلتَّوْرَىٰةِ
तौरात में
وَٱلْإِنجِيلِ
और इंजील में
يَأْمُرُهُم
वो हुक्म देता है
بِٱلْمَعْرُوفِ
नेकी का
وَيَنْهَىٰهُمْ
और वो रोकता है उन्हें
عَنِ
मुन्कर/बुराई से
ٱلْمُنكَرِ
मुन्कर/बुराई से
وَيُحِلُّ
और वो हलाल करता है
لَهُمُ
उनके लिए
ٱلطَّيِّبَٰتِ
पाकीज़ा चीज़ें
وَيُحَرِّمُ
और वो हराम करता है
عَلَيْهِمُ
उन पर
ٱلْخَبَٰٓئِثَ
नापाक चीज़ें
وَيَضَعُ
और वो उतारता है
عَنْهُمْ
उनसे
إِصْرَهُمْ
बोझ उनके
وَٱلْأَغْلَٰلَ
और वो तौक़
ٱلَّتِى
वो जो
كَانَتْ
थे वो
عَلَيْهِمْۚ
उन पर
فَٱلَّذِينَ
पस वो जो
ءَامَنُوا۟
ईमान लाए
بِهِۦ
उस पर
وَعَزَّرُوهُ
और उन्होंने क़ुव्वत दी उसे
وَنَصَرُوهُ
और उन्होंने मदद की उसकी
وَٱتَّبَعُوا۟
और उन्होंने पैरवी की
ٱلنُّورَ
उस नूर की
ٱلَّذِىٓ
वो जो
أُنزِلَ
नाज़िल किया गया
مَعَهُۥٓۙ
साथ उसके
أُو۟لَٰٓئِكَ
यही लोग हैं
هُمُ
वो
ٱلْمُفْلِحُونَ
जो फ़लाह पाने वाले हैं

Allatheena yattabi'oona alrrasoola alnnabiyya alommiyya allathee yajidoonahu maktooban 'indahum fee alttawrati waalinjeeli yamuruhum bialma'roofi wayanhahum 'ani almunkari wayuhillu lahumu alttayyibati wayuharrimu 'alayhimu alkhabaitha wayada'u 'anhum israhum waalaghlala allatee kanat 'alayhim faallatheena amanoo bihi wa'azzaroohu wanasaroohu waittaba'oo alnnoora allathee onzila ma'ahu olaika humu almuflihoona

'(तो आज इस दयालुता के अधिकारी वे लोग है) जो उस रसूल, उम्मी नबी का अनुसरण करते है, जिसे वे अपने यहाँ तौरात और इंजील में लिखा पाते है। और जो उन्हें भलाई का हुक्म देता और बुराई से रोकता है। उनके लिए अच्छी-स्वच्छ चीज़ों का हलाल और बुरी-अस्वच्छ चीज़ों का हराम ठहराता है और उनपर से उनके वह बोझ उतारता है, जो अब तक उनपर लदे हुए थे और उन बन्धनों को खोलता है, जिनमें वे जकड़े हुए थे। अतः जो लोग उसपर ईमान लाए, उसका सम्मान किया और उसकी सहायता की और उस प्रकाश के अनुगत हुए, जो उसके साथ अवतरित हुआ है, वही सफलता प्राप्त करनेवाले है।'

Tafseer (तफ़सीर )

قُلْ
कह दीजिए
يَٰٓأَيُّهَا
ٱلنَّاسُ
लोगो
إِنِّى
बेशक मैं
رَسُولُ
रसूल हूँ
ٱللَّهِ
अल्लाह का
إِلَيْكُمْ
तरफ़ तुम्हारे
جَمِيعًا
सब के
ٱلَّذِى
वो ही है
لَهُۥ
जिसके लिए
مُلْكُ
बादशाहत है
ٱلسَّمَٰوَٰتِ
आसमानों की
وَٱلْأَرْضِۖ
और ज़मीन की
لَآ
नहीं
إِلَٰهَ
कोई इलाह (बरहक़)
إِلَّا
मगर
هُوَ
वो ही
يُحْىِۦ
वो ज़िन्दा करता है
وَيُمِيتُۖ
और वो मौत देता है
فَـَٔامِنُوا۟
पस ईमान लाओ
بِٱللَّهِ
अल्लाह पर
وَرَسُولِهِ
और उसके रसूल पर
ٱلنَّبِىِّ
जो नबी
ٱلْأُمِّىِّ
उम्मी है
ٱلَّذِى
वो जो
يُؤْمِنُ
ईमान रखता है
بِٱللَّهِ
अल्लाह पर
وَكَلِمَٰتِهِۦ
और उसके कलिमात पर
وَٱتَّبِعُوهُ
और इत्तिबा करो उसका
لَعَلَّكُمْ
ताकि तुम
تَهْتَدُونَ
तुम हिदायत पा जाओ

Qul ya ayyuha alnnasu innee rasoolu Allahi ilaykum jamee'an allathee lahu mulku alssamawati waalardi la ilaha illa huwa yuhyee wayumeetu faaminoo biAllahi warasoolihi alnnabiyyi alommiyyi allathee yuminu biAllahi wakalimatihi waittabi'oohu la'allakum tahtadoona

कहो, 'ऐ लोगो! मैं तुम सबकी ओर उस अल्लाह का रसूल हूँ, जो आकाशों और धरती के राज्य का स्वामी है उसके सिवा कोई पूज्य नहीं, वही जीवन प्रदान करता और वही मृत्यु देता है। अतः जीवन प्रदान करता और वही मृत्यु देता है। अतः अल्लाह और उसके रसूल, उस उम्मी नबी, पर ईमान लाओ जो स्वयं अल्लाह पर और उसके शब्दों (वाणी) पर ईमान रखता है और उनका अनुसरण करो, ताकि तुम मार्ग पा लो।'

Tafseer (तफ़सीर )

وَمِن
और मूसा की क़ौम में से
قَوْمِ
और मूसा की क़ौम में से
مُوسَىٰٓ
और मूसा की क़ौम में से
أُمَّةٌ
एक गिरोह था
يَهْدُونَ
वो रहनुमाई करते
بِٱلْحَقِّ
साथ हक़ के
وَبِهِۦ
और साथ उसी के
يَعْدِلُونَ
वो अदल करते

Wamin qawmi moosa ommatun yahdoona bialhaqqi wabihi ya'diloona

मूसा की क़ौम में से एक गिरोह ऐसे लोगों का भी हुआ जो हक़ के अनुसार मार्ग दिखाते और उसी के अनुसार न्याय करते

Tafseer (तफ़सीर )

وَقَطَّعْنَٰهُمُ
और अलग-अलग कर दिया हमने उन्हें
ٱثْنَتَىْ
बारह
عَشْرَةَ
बारह
أَسْبَاطًا
क़बीलों में
أُمَمًاۚ
जमाअतें बनाकर
وَأَوْحَيْنَآ
और वही की हमने
إِلَىٰ
तरफ़ मूसा के
مُوسَىٰٓ
तरफ़ मूसा के
إِذِ
जब
ٱسْتَسْقَىٰهُ
पानी माँगा उससे
قَوْمُهُۥٓ
उसकी क़ौम ने
أَنِ
कि
ٱضْرِب
मार
بِّعَصَاكَ
असा अपना
ٱلْحَجَرَۖ
पत्थर पर
فَٱنۢبَجَسَتْ
पस फूट निकले
مِنْهُ
उससे
ٱثْنَتَا
बारह
عَشْرَةَ
बारह
عَيْنًاۖ
चश्मे
قَدْ
तहक़ीक़
عَلِمَ
जान लिया
كُلُّ
हर
أُنَاسٍ
गिरोह ने
مَّشْرَبَهُمْۚ
घाट अपना
وَظَلَّلْنَا
और साया किया हमने
عَلَيْهِمُ
उन पर
ٱلْغَمَٰمَ
बादलों का
وَأَنزَلْنَا
और नाज़िल किया हमने
عَلَيْهِمُ
उन पर
ٱلْمَنَّ
मन्न
وَٱلسَّلْوَىٰۖ
और सलवा
كُلُوا۟
खाओ
مِن
पाकीज़ा चीज़ों में से
طَيِّبَٰتِ
पाकीज़ा चीज़ों में से
مَا
जो
رَزَقْنَٰكُمْۚ
अता कीं हमने तुम्हें
وَمَا
और नहीं
ظَلَمُونَا
उन्होंने ज़ुल्म किया हम पर
وَلَٰكِن
और लेकिन
كَانُوٓا۟
थे वो
أَنفُسَهُمْ
अपनी ही जानों पर
يَظْلِمُونَ
वो ज़ुल्म करते

Waqatta'nahumu ithnatay 'ashrata asbatan omaman waawhayna ila moosa ithi istasqahu qawmuhu ani idrib bi'asaka alhajara fainbajasat minhu ithnata 'ashrata 'aynan qad 'alima kullu onasin mashrabahum wathallalna 'alayhimu alghamama waanzalna 'alayhimu almanna waalssalwa kuloo min tayyibati ma razaqnakum wama thalamoona walakin kanoo anfusahum yathlimoona

और हमने उन्हें बारह ख़ानदानों में विभक्त करके अलग-अलग समुदाय बना दिया। जब उसकी क़ौम के लोगों ने पानी माँगा तो हमने मूसा की ओर प्रकाशना की, 'अपनी लाठी अमुक चट्टान पर मारो।' अतएव उससे बारह स्रोत फूट निकले और हर गिरोह ने अपना-अपना घाट मालूम कर लिया। और हमने उनपर बादल की छाया की और उन पर 'मन्न' और 'सलवा' उतारा, 'हमनें तुम्हें जो अच्छी-स्वच्छ चीज़े प्रदान की है, उन्हें खाओ।' उन्होंने हम पर कोई ज़ुल्म नहीं किया, बल्कि वास्तव में वे स्वयं अपने ऊपर ही ज़ुल्म करते रहे

Tafseer (तफ़सीर )