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وَءَامِنُوا۟
और ईमान लाओ
بِمَآ
उस पर जो
أَنزَلْتُ
नाज़िल किया मैंने
مُصَدِّقًا
तसदीक़ करने वाला
لِّمَا
उसके लिए जो
مَعَكُمْ
तुम्हारे पास है
وَلَا
और ना
تَكُونُوٓا۟
तुम हो जाओ
أَوَّلَ
सबसे पहला (गिरोह)
كَافِرٍۭ
इन्कार करने वाला
بِهِۦۖ
उसका
وَلَا
और ना
تَشْتَرُوا۟
तुम लो
بِـَٔايَٰتِى
मेरी आयात के बदले
ثَمَنًا
क़ीमत
قَلِيلًا
थोड़ी
وَإِيَّٰىَ
और सिर्फ़ मुझ ही से
فَٱتَّقُونِ
पस डरो मुझ से

Waaminoo bima anzaltu musaddiqan lima ma'akum wala takoonoo awwala kafirin bihi wala tashtaroo biayatee thamanan qaleelan waiyyaya faittaqooni

और ईमान लाओ उस चीज़ पर जो मैंने उतारी है, जो उसकी पुष्टि में है, जो तुम्हारे पास है, और सबसे पहले तुम ही उसके इनकार करनेवाले न बनो। और मेरी आयतों को थोड़ा मूल्य प्राप्त करने का साधन न बनाओ, मुझसे ही तुम डरो

Tafseer (तफ़सीर )

وَلَا
और ना
تَلْبِسُوا۟
तुम मिलाओ
ٱلْحَقَّ
हक़ को
بِٱلْبَٰطِلِ
साथ बातिल के
وَتَكْتُمُوا۟
और (ना) तुम छुपाओ
ٱلْحَقَّ
हक़ को
وَأَنتُمْ
हालाँकि तुम
تَعْلَمُونَ
तुम इल्म रखते हो

Wala talbisoo alhaqqa bialbatili wataktumoo alhaqqa waantum ta'lamoona

और सत्य में असत्य का घाल-मेल न करो और जानते-बुझते सत्य को छिपाओ मत

Tafseer (तफ़सीर )

وَأَقِيمُوا۟
और क़ायम करो
ٱلصَّلَوٰةَ
नमाज़
وَءَاتُوا۟
और अदा करो
ٱلزَّكَوٰةَ
ज़कात
وَٱرْكَعُوا۟
और रुकू करो
مَعَ
साथ
ٱلرَّٰكِعِينَ
रुकू करने वालों के

Waaqeemoo alssalata waatoo alzzakata wairka'oo ma'a alrraki'eena

और नमाज़ क़ायम करो और ज़कात दो और (मेरे समक्ष) झुकनेवालों के साथ झुको

Tafseer (तफ़सीर )

أَتَأْمُرُونَ
क्या तुम हुक्म देते हो
ٱلنَّاسَ
लोगों को
بِٱلْبِرِّ
नेकी का
وَتَنسَوْنَ
और तुम भूल जाते हो
أَنفُسَكُمْ
अपने नफ़्सों को
وَأَنتُمْ
हालाँकि तुम
تَتْلُونَ
तुम तिलावत करते हो
ٱلْكِتَٰبَۚ
किताब की
أَفَلَا
क्या फिर नहीं
تَعْقِلُونَ
तुम अक़्ल से काम लेते

Atamuroona alnnasa bialbirri watansawna anfusakum waantum tatloona alkitaba afala ta'qiloona

क्या तुम लोगों को तो नेकी और एहसान का उपदेश देते हो और अपने आपको भूल जाते हो, हालाँकि तुम किताब भी पढ़ते हो? फिर क्या तुम बुद्धि से काम नहीं लेते?

Tafseer (तफ़सीर )

وَٱسْتَعِينُوا۟
और मदद तलब करो
بِٱلصَّبْرِ
साथ सब्र
وَٱلصَّلَوٰةِۚ
और नमाज़ के
وَإِنَّهَا
और बेशक वो
لَكَبِيرَةٌ
अलबत्ता बड़ी (भारी) है
إِلَّا
मगर
عَلَى
ऊपर
ٱلْخَٰشِعِينَ
ख़ुशू करने वालों के

Waista'eenoo bialssabri waalssalati wainnaha lakabeeratun illa 'ala alkhashi'eena

धैर्य और नमाज़ से मदद लो, और निस्संदेह यह (नमाज) बहुत कठिन है, किन्तु उन लोगों के लिए नहीं जिनके दिल पिघले हुए हो;

Tafseer (तफ़सीर )

ٱلَّذِينَ
वो जो
يَظُنُّونَ
यक़ीन रखते हैं
أَنَّهُم
बेशक वो
مُّلَٰقُوا۟
मुलाक़ात करने वाले हैं
رَبِّهِمْ
अपने रब से
وَأَنَّهُمْ
और बेशक वो
إِلَيْهِ
तरफ़ उसके
رَٰجِعُونَ
लौटने वाले हैं

Allatheena yathunnoona annahum mulaqoo rabbihim waannahum ilayhi raji'oona

जो समझते है कि उन्हें अपने रब से मिलना हैं और उसी की ओर उन्हें पलटकर जाना है

Tafseer (तफ़सीर )

يَٰبَنِىٓ
ऐ बनी इस्राईल
إِسْرَٰٓءِيلَ
ऐ बनी इस्राईल
ٱذْكُرُوا۟
याद करो
نِعْمَتِىَ
मेरी नेअमत
ٱلَّتِىٓ
वो जो
أَنْعَمْتُ
इनाम की मैंने
عَلَيْكُمْ
तुम पर
وَأَنِّى
और बेशक मैं
فَضَّلْتُكُمْ
फ़ज़ीलत दी मैंने तुम्हें
عَلَى
तमाम जहानों पर
ٱلْعَٰلَمِينَ
तमाम जहानों पर

Ya banee israeela othkuroo ni'matiya allatee an'amtu 'alaykum waannee faddaltukum 'ala al'alameena

ऐ इसराईल की सन्तान! याद करो मेरे उस अनुग्रह को जो मैंने तुमपर किया और इसे भी कि मैंने तुम्हें सारे संसार पर श्रेष्ठता प्रदान की थी;

Tafseer (तफ़सीर )

وَٱتَّقُوا۟
और डरो
يَوْمًا
उस दिन से
لَّا
ना काम आएगा
تَجْزِى
ना काम आएगा
نَفْسٌ
कोई नफ़्स
عَن
किसी नफ़्स के
نَّفْسٍ
किसी नफ़्स के
شَيْـًٔا
कुछ भी
وَلَا
और ना
يُقْبَلُ
क़ुबूल की जाएगी
مِنْهَا
उससे
شَفَٰعَةٌ
कोई सिफ़ारिश
وَلَا
और ना
يُؤْخَذُ
लिया जाएगा
مِنْهَا
उससे
عَدْلٌ
कोई बदला
وَلَا
और ना
هُمْ
वो
يُنصَرُونَ
वो मदद किए जाऐंगे

Waittaqoo yawman la tajzee nafsun 'an nafsin shayan wala yuqbalu minha shafa'atun wala yukhathu minha 'adlun wala hum yunsaroona

और डरो उस दिन से जब न कोई किसी भी ओर से कुछ तावान भरेगा और न किसी की ओर से कोई सिफ़ारिश ही क़बूल की जाएगी और न किसी की ओर से कोई फ़िद्‌या (अर्थदंड) लिया जाएगा और न वे सहायता ही पा सकेंगे।

Tafseer (तफ़सीर )

وَإِذْ
और जब
نَجَّيْنَٰكُم
निजात दी हमने तुम्हें
مِّنْ
आले फ़िरऔन से
ءَالِ
आले फ़िरऔन से
فِرْعَوْنَ
आले फ़िरऔन से
يَسُومُونَكُمْ
वो तकलीफ़ देते थे तुम्हें
سُوٓءَ
बुरे
ٱلْعَذَابِ
अज़ाब की
يُذَبِّحُونَ
वो ख़ूब ज़िबाह करते थे
أَبْنَآءَكُمْ
तुम्हारे बेटों को
وَيَسْتَحْيُونَ
और वो ज़िन्दा छोड़ देते थे
نِسَآءَكُمْۚ
तुम्हारी औरतों को
وَفِى
और इसमें
ذَٰلِكُم
और इसमें
بَلَآءٌ
आज़माइश थी
مِّن
तुम्हारे रब की तरफ़ से
رَّبِّكُمْ
तुम्हारे रब की तरफ़ से
عَظِيمٌ
बहुत बड़ी

Waith najjaynakum min ali fir'awna yasoomoonakum sooa al'athabi yuthabbihoona abnaakum wayastahyoona nisaakum wafee thalikum balaon min rabbikum 'atheemun

और याद करो जब हमने तुम्हें फ़िरऔनियों से छुटकारा दिलाया जो तुम्हें अत्यन्त बुरी यातना देते थे, तुम्हारे बेटों को मार डालते थे और तुम्हारी स्त्रियों को जीवित रहने देते थे; और इसमं तुम्हारे रब की ओर से बड़ी परीक्षा थी

Tafseer (तफ़सीर )

وَإِذْ
और जब
فَرَقْنَا
फाड़ा हमने
بِكُمُ
तुम्हारे लिए
ٱلْبَحْرَ
समुन्दर को
فَأَنجَيْنَٰكُمْ
फिर निजात दी हमने तुम्हें
وَأَغْرَقْنَآ
और ग़र्क़ कर दिया हमने
ءَالَ
आले फ़िरऔन को
فِرْعَوْنَ
आले फ़िरऔन को
وَأَنتُمْ
और तुम
تَنظُرُونَ
तुम देख रहे थे

Waith faraqna bikumu albahra faanjaynakum waaghraqna ala fir'awna waantum tanthuroona

याद करो जब हमने तुम्हें सागर में अलग-अलग चौड़े रास्ते से ले जाकर छुटकारा दिया और फ़िरऔनियों को तुम्हारी आँखों के सामने डूबो दिया

Tafseer (तफ़सीर )