Tanzeelu alkitabi mina Allahi al'azeezi al'aleemi
इस किताब का अवतरण प्रभुत्वशाली, सर्वज्ञ अल्लाह की ओर से है,
Ghafiri alththanbi waqabili alttawbi shadeedi al'iqabi thee alttawli la ilaha illa huwa ilayhi almaseeru
जो गुनाह क्षमा करनेवाला, तौबा क़बूल करनेवाला, कठोर दंड देनेवाला, शक्तिमान है। उसके अतिरिक्त कोई पूज्य-प्रभु नहीं। अन्ततः उसी की ओर जाना है
Ma yujadilu fee ayati Allahi illa allatheena kafaroo fala yaghrurka taqallubuhum fee albiladi
अल्लाह की आयतों के बारे में बस वही लोग झगड़ते हैं जिन्होंने इनकार किया, तो नगरों में उसकी चलत-फिरत तुम्हें धोखे में न डाले
Kaththabat qablahum qawmu noohin waalahzabu min ba'dihim wahammat kullu ommatin birasoolihim liyakhuthoohu wajadaloo bialbatili liyudhidoo bihi alhaqqa faakhathtuhum fakayfa kana 'iqabi
उनसे पहले नूह की क़ौम ने और उनके पश्चात दूसरों गिरोहों ने भी झुठलाया और हर समुदाय के लोगों ने अपने रसूलों के बारे में इरादा किया कि उन्हें पकड़ लें और वे सत्य का सहारा लेकर झगडे, ताकि उसके द्वारा सत्य को उखाड़ दें। अन्ततः मैंने उन्हें पकड़ लिया। तौ कैसी रही मेरी सज़ा!
Wakathalika haqqat kalimatu rabbika 'ala allatheena kafaroo annahum ashabu alnnari
और (जैसे दुनिया में सज़ा मिली) उसी प्रकार तेरे रब की यह बात भी उन लोगों पर सत्यापित हो गई है, जिन्होंने इनकार किया कि वे आग में पड़नेवाले है;
Allatheena yahmiloona al'arsha waman hawlahu yusabbihoona bihamdi rabbihim wayuminoona bihi wayastaghfiroona lillatheena amanoo rabbana wasi'ta kulla shayin rahmatan wa'ilman faighfir lillatheena taboo waittaba'oo sabeelaka waqihim 'athaba aljaheemi
जो सिंहासन को उठाए हुए है और जो उसके चतुर्दिक हैं, अपने रब का गुणगान करते है और उस पर ईमान रखते है और उन लोगों के लिए क्षमा की प्रार्थना करते है जो ईमान लाए कि 'ऐ हमारे रब! तू हर चीज़ को व्याप्त है। अतः जिन लोगों ने तौबा की और तेरे मार्ग का अनुसरण किया, उन्हें क्षमा कर दे और भड़कती हुई आग की यातना से बचा लें
Rabbana waadkhilhum jannati 'adnin allatee wa'adtahum waman salaha min abaihim waazwajihim wathurriyyatihim innaka anta al'azeezu alhakeemu
ऐ हमारे रब! और उन्हें सदैव रहने के बागों में दाख़िल कर जिनका तूने उनसे वादा किया है और उनके बाप-दादा और उनकी पत्नि यों और उनकी सन्ततियों में से जो योग्य हुए उन्हें भी। निस्संदेह तू प्रभुत्वशाली, अत्यन्त तत्वदर्शी है
Waqihimu alssayyiati waman taqi alssayyiati yawmaithin faqad rahimtahu wathalika huwa alfawzu al'atheemu
और उन्हें अनिष्टों से बचा। जिसे उस दिन तूने अनिष्टों से बचा लिया, तो निश्चय ही उसपर तूने दया की। और वही बड़ी सफलता है।'
Inna allatheena kafaroo yunadawna lamaqtu Allahi akbaru min maqtikum anfusakum ith tud'awna ila aleemani fatakfuroona
निश्चय ही जिन लोगों ने इनकार किया उन्हें पुकारकर कहा जाएगा कि 'अपने आपसे जो तुम्हें विद्वेष एवं क्रोध है, तुम्हारे प्रति अल्लाह का क्रोध एवं द्वेष उससे कहीं बढकर है कि जब तुम्हें ईमान की ओर बुलाया जाता था तो तुम इनकार करते थे।'
القرآن الكريم: | غافر |
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आयत सजदा (سجدة): | - |
सूरा (latin): | Gafir |
सूरा: | 40 |
कुल आयत: | 85 |
कुल शब्द: | 1990 |
कुल वर्ण: | 4960 |
रुकु: | 9 |
वर्गीकरण: | मक्कन सूरा |
Revelation Order: | 60 |
से शुरू आयत: | 4133 |