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وَٱذْكُرْ
और ज़िक्र कीजिए
أَخَا
भाई का
عَادٍ
आद के
إِذْ
जब
أَنذَرَ
उसने डराया
قَوْمَهُۥ
अपनी क़ौम को
بِٱلْأَحْقَافِ
अहक़ाफ़ में
وَقَدْ
और तहक़ीक़
خَلَتِ
गुज़र चुके
ٱلنُّذُرُ
कई डराने वाले
مِنۢ
उससे पहले
بَيْنِ
उससे पहले
يَدَيْهِ
उससे पहले
وَمِنْ
और उसके बाद
خَلْفِهِۦٓ
और उसके बाद
أَلَّا
कि ना
تَعْبُدُوٓا۟
तुम इबादत करो
إِلَّا
मगर
ٱللَّهَ
अल्लाह की
إِنِّىٓ
बेशक मैं
أَخَافُ
मैं डरता हूँ
عَلَيْكُمْ
तुम पर
عَذَابَ
अज़ाब से
يَوْمٍ
एक बड़े दिन के
عَظِيمٍ
एक बड़े दिन के

Waothkur akha 'adin ith anthara qawmahu bialahqafi waqad khalati alnnuthuru min bayni yadayhi wamin khalfihi alla ta'budoo illa Allaha innee akhafu 'alaykum 'athaba yawmin 'atheemin

आद के भाई को याद करो, जबकि उसने अपनी क़ौम के लोगों को अहक़ाफ़ में सावधान किया, और उसके आगे और पीछे भी सावधान करनेवाले गुज़र चुके थे - कि, 'अल्लाह के सिवा किसी की बन्दगी न करो। मुझे तुम्हारे बारे में एक बड़े दिन की यातना का भय है।'

Tafseer (तफ़सीर )

قَالُوٓا۟
उन्होंने कहा
أَجِئْتَنَا
क्या आया है तू हमारे पास
لِتَأْفِكَنَا
ताकि तू फेरदे हमें
عَنْ
हमारे इलाहों से
ءَالِهَتِنَا
हमारे इलाहों से
فَأْتِنَا
पस ले आ हमारे पास
بِمَا
जिसकी
تَعِدُنَآ
तू धमकी देता है हमें
إِن
अगर
كُنتَ
है तू
مِنَ
सच्चों में से
ٱلصَّٰدِقِينَ
सच्चों में से

Qaloo ajitana litafikana 'an alihatina fatina bima ta'iduna in kunta mina alssadiqeena

उन्होंने कहा, 'क्या तू हमारे पास इसलिए आया है कि झूठ बोलकर हमको अपने उपास्यों से विमुख कर दे? अच्छा, तो हमपर ले आ, जिसकी तू हमें धमकी देता है, यदि तू सच्चा है।'

Tafseer (तफ़सीर )

قَالَ
उसने कहा
إِنَّمَا
बेशक
ٱلْعِلْمُ
इल्म
عِندَ
पास है
ٱللَّهِ
अल्लाह के
وَأُبَلِّغُكُم
और मैं पहुँचाता हूँ तुम्हें
مَّآ
वो जो
أُرْسِلْتُ
भेजा गया मैं
بِهِۦ
साथ उसके
وَلَٰكِنِّىٓ
और लेकिन मैं
أَرَىٰكُمْ
मैं देखता हूँ तुम्हें
قَوْمًا
ऐसे लोग
تَجْهَلُونَ
तुम जिहालत बरतते हो

Qala innama al'ilmu 'inda Allahi waoballighukum ma orsiltu bihi walakinnee arakum qawman tajhaloona

उसने कहा, 'ज्ञान तो अल्लाह ही के पास है (कि वह कब यातना लाएगा) । और मैं तो तुम्हें वह संदेश पहुँचा रहा हूँ जो मुझे देकर भेजा गया है। किन्तु मैं तुम्हें देख रहा हूँ कि तुम अज्ञानता से काम ले रहे हो।'

Tafseer (तफ़सीर )

فَلَمَّا
तो जब
رَأَوْهُ
उन्होंने देखा उसे
عَارِضًا
एक बादल
مُّسْتَقْبِلَ
सामने आने वाला
أَوْدِيَتِهِمْ
उनकी वादियों के
قَالُوا۟
उन्होंने कहा
هَٰذَا
ये
عَارِضٌ
बादल
مُّمْطِرُنَاۚ
मींह बरसाने वाला है हम पर
بَلْ
बल्कि
هُوَ
ये वो है
مَا
जो
ٱسْتَعْجَلْتُم
जल्दी मचा रहे थे तुम
بِهِۦۖ
उसकी
رِيحٌ
हवा है
فِيهَا
जिसमें
عَذَابٌ
अज़ाब है
أَلِيمٌ
दर्दनाक

Falamma raawhu 'aridan mustaqbila awdiyatihim qaloo hatha 'aridun mumtiruna bal huwa ma ista'jaltum bihi reehun feeha 'athabun aleemun

फिर जब उन्होंने उसे बादल के रूप में देखा, जिसका रुख़ उनकी घाटियों की ओर था, तो वे कहने लगे, 'यह बादल है जो हमपर बरसनेवाला है!' 'नहीं, बल्कि यह तो वही चीज़ है जिसके लिए तुमने जल्दी मचा रखी थी। - यह वायु है जिसमें दुखद यातना है

Tafseer (तफ़सीर )

تُدَمِّرُ
वो तबाह कर देगी
كُلَّ
हर
شَىْءٍۭ
चीज़ को
بِأَمْرِ
हुक्म से
رَبِّهَا
अपने रब के
فَأَصْبَحُوا۟
फिर वो हो गए
لَا
कि ना दिखाई देता था (कुछ भी)
يُرَىٰٓ
कि ना दिखाई देता था (कुछ भी)
إِلَّا
सिवाय
مَسَٰكِنُهُمْۚ
उनके घरों के
كَذَٰلِكَ
इसी तरह
نَجْزِى
हम बदला दिया करते हैं
ٱلْقَوْمَ
उन लोगों को
ٱلْمُجْرِمِينَ
जो मुजरिम हैं

Tudammiru kulla shayin biamri rabbiha faasbahoo la yura illa masakinuhum kathalika najzee alqawma almujrimeena

हर चीज़ को अपने रब के आदेश से विनष्ट- कर देगी।' अन्ततः वे ऐसे हो गए कि उनके रहने की जगहों के सिवा कुछ नज़र न आता था। अपराधी लोगों को हम इसी तरह बदला देते है

Tafseer (तफ़सीर )

وَلَقَدْ
और अलबत्ता तहक़ीक़
مَكَّنَّٰهُمْ
क़ुदरत दी हमने उन्हें
فِيمَآ
उसमें जो
إِن
नहीं
مَّكَّنَّٰكُمْ
क़ुदरत दी थी हमने तुम्हें
فِيهِ
उसमें
وَجَعَلْنَا
और बनाए हमने
لَهُمْ
उनके लिए
سَمْعًا
कान
وَأَبْصَٰرًا
और आँखें
وَأَفْـِٔدَةً
और दिल
فَمَآ
तो ना
أَغْنَىٰ
काम आए
عَنْهُمْ
उन्हें
سَمْعُهُمْ
कान उनके
وَلَآ
और ना
أَبْصَٰرُهُمْ
आँखें उनकी
وَلَآ
और ना
أَفْـِٔدَتُهُم
दिल उनके
مِّن
कुछ भी
شَىْءٍ
कुछ भी
إِذْ
जब
كَانُوا۟
थे वो
يَجْحَدُونَ
वो इन्कार करते
بِـَٔايَٰتِ
आयात का
ٱللَّهِ
अल्लाह की
وَحَاقَ
और घेर लिया
بِهِم
उन्हें
مَّا
उसने जो
كَانُوا۟
थे वो
بِهِۦ
उसका
يَسْتَهْزِءُونَ
वो मज़ाक़ उड़ाते

Walaqad makkannahum feema in makkannakum feehi waja'alna lahum sam'an waabsaran waafidatan fama aghna 'anhum sam'uhum wala absaruhum wala afidatuhum min shayin ith kanoo yajhadoona biayati Allahi wahaqa bihim ma kanoo bihi yastahzioona

हमने उन्हें उन चीज़ों में जमाव और सामर्थ्य प्रदान की थी, जिनमें तुम्हें जमाव और सामर्थ्य नहीं प्रदान की। औऱ हमने उन्हें कान, आँखें और दिल दिए थे। किन्तु न तो उनके कान उनके कुछ काम आए औऱ न उनकी आँखे और न उनके दिल ही। क्योंकि वे अल्लाह की आयतों का इनकार करते थे और जिस चीज़ की वे हँसी उड़ाते थे, उसी ने उन्हें आ घेरा

Tafseer (तफ़सीर )

وَلَقَدْ
और अलबत्ता तहक़ीक़
أَهْلَكْنَا
हलाक कर दिया हमने
مَا
जो
حَوْلَكُم
तुम्हारे इर्द-गिर्द है
مِّنَ
बस्तियों में से
ٱلْقُرَىٰ
बस्तियों में से
وَصَرَّفْنَا
और फेर-फेर कर लाए हैं हम
ٱلْءَايَٰتِ
आयात को
لَعَلَّهُمْ
ताकि वो
يَرْجِعُونَ
वो लौट आऐं

Walaqad ahlakna ma hawlakum mina alqura wasarrafna alayati la'allahum yarji'oona

हम तुम्हारे आस-पास की बस्तियों को विनष्ट कर चुके हैं, हालाँकि हमने तरह-तरह से आयते पेश की थीं, ताकि वे रुजू करें

Tafseer (तफ़सीर )

فَلَوْلَا
तो क्यों ना
نَصَرَهُمُ
मदद की उनकी
ٱلَّذِينَ
उन्होंने जिनको
ٱتَّخَذُوا۟
उन्होंने बनाया
مِن
सिवाए
دُونِ
सिवाए
ٱللَّهِ
अल्लाह के
قُرْبَانًا
तक़र्रूब के लिए
ءَالِهَةًۢۖ
कुछ इलाह
بَلْ
बल्कि
ضَلُّوا۟
वो गुम हो गए
عَنْهُمْۚ
उनसे
وَذَٰلِكَ
और ये
إِفْكُهُمْ
झूठ था उनका
وَمَا
और जो
كَانُوا۟
थे वो
يَفْتَرُونَ
वो गढ़ा करते

Falawla nasarahumu allatheena ittakhathoo min dooni Allahi qurbanan alihatan bal dalloo 'anhum wathalika ifkuhum wama kanoo yaftaroona

फिर क्यों न उन बस्तियों ने उसकी सहायता की जिनको उन्होंने अपने और अल्लाह का बीच माध्यम ठहराकर सामीप्य प्राप्त करने के लिए उपास्य बना लिया था? बल्कि वे उनसे गुम हो गए, और यह था उनका मिथ्यारोपण और वह कुछ जो वे घड़ते थे

Tafseer (तफ़सीर )

وَإِذْ
और जब
صَرَفْنَآ
फेर लाए हम
إِلَيْكَ
तरफ़ आपके
نَفَرًا
एक गिरोह
مِّنَ
जिन्नों में से
ٱلْجِنِّ
जिन्नों में से
يَسْتَمِعُونَ
जो ग़ौर से सुन रहे थे
ٱلْقُرْءَانَ
क़ुरआन
فَلَمَّا
फिर जब
حَضَرُوهُ
वो हाज़िर हुए उसके पास
قَالُوٓا۟
वो कहने लगे
أَنصِتُوا۟ۖ
चुप हो जाओ
فَلَمَّا
तो जब
قُضِىَ
वो पूरा कर दिया गया
وَلَّوْا۟
वो वापस लौटे
إِلَىٰ
तरफ़ अपनी क़ौम के
قَوْمِهِم
तरफ़ अपनी क़ौम के
مُّنذِرِينَ
डराने वाले बन कर

Waith sarafna ilayka nafaran mina aljinni yastami'oona alqurana falamma hadaroohu qaloo ansitoo falamma qudiya wallaw ila qawmihim munthireena

और याद करो (ऐ नबी) जब हमने कुछ जिन्नों को तुम्हारी ओर फेर दिया जो क़ुरआन सुनने लगे थे, तो जब वे वहाँ पहुँचे तो कहने लगे, 'चुप हो जाओ!' फिर जब वह (क़ुरआन का पाठ) पूरा हुआ तो वे अपनी क़ौम की ओर सावधान करनेवाले होकर लौटे

Tafseer (तफ़सीर )

قَالُوا۟
उन्होंने कहा
يَٰقَوْمَنَآ
ऐ हमारी क़ौम
إِنَّا
बेशक हम
سَمِعْنَا
सुना हमने
كِتَٰبًا
एक किताब को
أُنزِلَ
जो नाज़िल की गई
مِنۢ
बाद
بَعْدِ
बाद
مُوسَىٰ
मूसा के
مُصَدِّقًا
तस्दीक़ करने वाली है
لِّمَا
उसकी जो
بَيْنَ
उससे पहले है
يَدَيْهِ
उससे पहले है
يَهْدِىٓ
वो रहनुमाई करती है
إِلَى
तरफ़ हक़ के
ٱلْحَقِّ
तरफ़ हक़ के
وَإِلَىٰ
और तरफ़ रास्ते
طَرِيقٍ
और तरफ़ रास्ते
مُّسْتَقِيمٍ
सीधे के

Qaloo ya qawmana inna sami'na kitaban onzila min ba'di moosa musaddiqan lima bayna yadayhi yahdee ila alhaqqi waila tareeqin mustaqeemin

उन्होंने कहा, 'ऐ मेरी क़ौम के लोगो! हमने एक किताब सुनी है, जो मूसा के पश्चात अवतरित की गई है। उसकी पुष्टि में हैं जो उससे पहले से मौजूद है, सत्य की ओर और सीधे मार्ग की ओर मार्गदर्शन करती है

Tafseer (तफ़सीर )