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كَلَّا
हरगिज़ नहीं
لَا
नहीं कोई जाएपनाह
وَزَرَ
नहीं कोई जाएपनाह

Kalla la wazara

कुछ नहीं, कोई शरण-स्थल नहीं!

Tafseer (तफ़सीर )

إِلَىٰ
तरफ़ आपके रब के
رَبِّكَ
तरफ़ आपके रब के
يَوْمَئِذٍ
उस दिन
ٱلْمُسْتَقَرُّ
ठिकाना है

Ila rabbika yawmaithin almustaqarru

उस दिन तुम्हारे रब ही ओर जाकर ठहरना है

Tafseer (तफ़सीर )

يُنَبَّؤُا۟
ख़बर दिया जाएगा
ٱلْإِنسَٰنُ
इन्सान
يَوْمَئِذٍۭ
उस दिन
بِمَا
उसकी जो
قَدَّمَ
उसने आगे भेजा
وَأَخَّرَ
और उसने पीछे छोड़ा

Yunabbao alinsanu yawmaithin bima qaddama waakhkhara

उस दिन मनुष्य को बता दिया जाएगा जो कुछ उसने आगे बढाया और पीछे टाला

Tafseer (तफ़सीर )

بَلِ
बल्कि
ٱلْإِنسَٰنُ
इन्सान
عَلَىٰ
अपने नफ़्स पर
نَفْسِهِۦ
अपने नफ़्स पर
بَصِيرَةٌ
ख़ूब नज़र रखने वाला है

Bali alinsanu 'ala nafsihi baseeratun

नहीं, बल्कि मनुष्य स्वयं अपने हाल पर निगाह रखता है,

Tafseer (तफ़सीर )

وَلَوْ
और अगरचे
أَلْقَىٰ
वो डाले
مَعَاذِيرَهُۥ
मआज़रतें अपनी

Walaw alqa ma'atheerahu

यद्यपि उसने अपने कितने ही बहाने पेश किए हो

Tafseer (तफ़सीर )

لَا
ना आप हरकत दीजिए
تُحَرِّكْ
ना आप हरकत दीजिए
بِهِۦ
साथ उसके
لِسَانَكَ
अपनी ज़बान को
لِتَعْجَلَ
ताकि आप जल्दी (याद) करें
بِهِۦٓ
उसको

La tuharrik bihi lisanaka lita'jala bihi

तू उसे शीघ्र पाने के लिए उसके प्रति अपनी ज़बान को न चला

Tafseer (तफ़सीर )

إِنَّ
बेशक
عَلَيْنَا
हम पर ही है
جَمْعَهُۥ
जमा करना उसका
وَقُرْءَانَهُۥ
और पढ़ना उसका

Inna 'alayna jam'ahu waquranahu

हमारे ज़िम्मे है उसे एकत्र करना और उसका पढ़ना,

Tafseer (तफ़सीर )

فَإِذَا
फिर जब
قَرَأْنَٰهُ
पढ़ें हम उसे
فَٱتَّبِعْ
तो पैरवी कीजिए आप
قُرْءَانَهُۥ
उसके पढ़ने की

Faitha qaranahu faittabi' quranahu

अतः जब हम उसे पढ़े तो उसके पठन का अनुसरण कर,

Tafseer (तफ़सीर )

ثُمَّ
फिर
إِنَّ
बेशक
عَلَيْنَا
हमारे ही ज़िम्मे है
بَيَانَهُۥ
उसे बयान करना

Thumma inna 'alayna bayanahu

फिर हमारे ज़िम्मे है उसका स्पष्टीकरण करना

Tafseer (तफ़सीर )

كَلَّا
हरगिज़ नहीं
بَلْ
बल्कि
تُحِبُّونَ
तुम पसंद करते हो
ٱلْعَاجِلَةَ
जल्द मिलने वाली (दुनिया) को

Kalla bal tuhibboona al'ajilata

कुछ नहीं, बल्कि तुम लोग शीघ्र मिलनेवाली चीज़ (दुनिया) से प्रेम रखते हो,

Tafseer (तफ़सीर )