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وَإِذَا
और जब
بَدَّلْنَآ
बदल देते हैं हम
ءَايَةً
किसी आयत को
مَّكَانَ
जगह
ءَايَةٍۙ
आयत के
وَٱللَّهُ
और अल्लाह
أَعْلَمُ
ख़ूब जानता है
بِمَا
उसको जो
يُنَزِّلُ
वो नाज़िल करता है
قَالُوٓا۟
वो कहते हैं
إِنَّمَآ
बेशक
أَنتَ
तू
مُفْتَرٍۭۚ
गढ़ने वाला है
بَلْ
बल्कि
أَكْثَرُهُمْ
अक्सर उनके
لَا
नहीं वो जानते
يَعْلَمُونَ
नहीं वो जानते

Waitha baddalna ayatan makana ayatin waAllahu a'lamu bima yunazzilu qaloo innama anta muftarin bal aktharuhum la ya'lamoona

जब हम किसी आयत की जगह दूसरी आयत बदलकर लाते है - और अल्लाह भली-भाँति जानता है जो कुछ वह अवतरित करता है - तो वे कहते है, 'तुम स्वयं ही घड़ लेते हो!' नहीं, बल्कि उनमें से अधिकतर लोग नहीं जानते

Tafseer (तफ़सीर )

قُلْ
कह दीजिए
نَزَّلَهُۥ
नाज़िल किया है उसे
رُوحُ
रूहल क़ुदुस ने
ٱلْقُدُسِ
रूहल क़ुदुस ने
مِن
आपके रब की तरफ़ से
رَّبِّكَ
आपके रब की तरफ़ से
بِٱلْحَقِّ
साथ हक़ के
لِيُثَبِّتَ
ताकि वो साबित क़दम रखे
ٱلَّذِينَ
उन्हें जो
ءَامَنُوا۟
ईमान लाए
وَهُدًى
और हिदायत
وَبُشْرَىٰ
और ख़ुशख़बरी
لِلْمُسْلِمِينَ
मुसलमानों के लिए

Qul nazzalahu roohu alqudusi min rabbika bialhaqqi liyuthabbita allatheena amanoo wahudan wabushra lilmuslimeena

कह दो, 'इसे ता पवित्र आत्मा ने तुम्हारे रब की ओर क्रमशः सत्य के साथ उतारा है, ताकि ईमान लानेवालों को जमाव प्रदान करे और आज्ञाकारियों के लिए मार्गदर्शन और शुभ सूचना हो

Tafseer (तफ़सीर )

وَلَقَدْ
और अलबत्ता तहक़ीक़
نَعْلَمُ
हम जानते हैं
أَنَّهُمْ
बेशक वो
يَقُولُونَ
वो कहते हैं
إِنَّمَا
बेशक
يُعَلِّمُهُۥ
सिखाता है उसे
بَشَرٌۗ
एक इन्सान
لِّسَانُ
ज़बान
ٱلَّذِى
उसकी
يُلْحِدُونَ
वो ग़लत निस्बत करते हैं
إِلَيْهِ
तरफ़ जिसके
أَعْجَمِىٌّ
अजमी है
وَهَٰذَا
और ये
لِسَانٌ
ज़बान है
عَرَبِىٌّ
अरबी
مُّبِينٌ
वाज़ेह

Walaqad na'lamu annahum yaqooloona innama yu'allimuhu basharun lisanu allathee yulhidoona ilayhi a'jamiyyun wahatha lisanun 'arabiyyun mubeenun

हमें मालूम है कि वे कहते है, 'उसको तो बस एक आदमी सिखाता पढ़ाता है।' हालाँकि जिसकी ओर वे संकेत करते है उसकी भाषा विदेशी है और यह स्पष्ट अरबी भाषा है

Tafseer (तफ़सीर )

إِنَّ
बेशक
ٱلَّذِينَ
वो लोग जो
لَا
नहीं ईमान लाते
يُؤْمِنُونَ
नहीं ईमान लाते
بِـَٔايَٰتِ
साथ अल्लाह की आयात के
ٱللَّهِ
साथ अल्लाह की आयात के
لَا
नहीं हिदायत देता उन्हें
يَهْدِيهِمُ
नहीं हिदायत देता उन्हें
ٱللَّهُ
अल्लाह
وَلَهُمْ
और उनके लिए है
عَذَابٌ
अज़ाब
أَلِيمٌ
दर्दनाक

Inna allatheena la yuminoona biayati Allahi la yahdeehimu Allahu walahum 'athabun aleemun

सच्ची बात यह है कि जो लोग अल्लाह की आयतों को नहीं मानते, अल्लाह उनका मार्गदर्शन नहीं करता। उनके लिए तो एक दुखद यातना है

Tafseer (तफ़सीर )

إِنَّمَا
बेशक
يَفْتَرِى
गढ़ लेते हैं
ٱلْكَذِبَ
झूठ को
ٱلَّذِينَ
वो लोग जो
لَا
नहीं ईमान लाते
يُؤْمِنُونَ
नहीं ईमान लाते
بِـَٔايَٰتِ
साथ आयात के
ٱللَّهِۖ
अल्लाह की
وَأُو۟لَٰٓئِكَ
और यही लोग हैं
هُمُ
वो
ٱلْكَٰذِبُونَ
जो झूठे हैं

Innama yaftaree alkathiba allatheena la yuminoona biayati Allahi waolaika humu alkathiboona

झूठ तो बस वही लोग घड़ते है जो अल्लाह की आयतों को मानते नहीं और वही है जो झूठे है

Tafseer (तफ़सीर )

مَن
जो कोई
كَفَرَ
कुफ़्र करे
بِٱللَّهِ
साथ अल्लाह के
مِنۢ
बाद
بَعْدِ
बाद
إِيمَٰنِهِۦٓ
अपने ईमान लाने के
إِلَّا
सिवाय
مَنْ
उसके जो
أُكْرِهَ
मजबूर किया गया
وَقَلْبُهُۥ
और दिल उसका
مُطْمَئِنٌّۢ
मुत्मइन है
بِٱلْإِيمَٰنِ
ईमान पर
وَلَٰكِن
और लेकिन
مَّن
जो कोई
شَرَحَ
खोल दे
بِٱلْكُفْرِ
कुफ़्र के लिए
صَدْرًا
सीना
فَعَلَيْهِمْ
तो उन पर
غَضَبٌ
ग़ज़ब है
مِّنَ
अल्लाह की तरफ़ से
ٱللَّهِ
अल्लाह की तरफ़ से
وَلَهُمْ
और उनके लिए है
عَذَابٌ
अज़ाब
عَظِيمٌ
बहुत बड़ा

Man kafara biAllahi min ba'di eemanihi illa man okriha waqalbuhu mutmainnun bialeemani walakin man sharaha bialkufri sadran fa'alayhim ghadabun mina Allahi walahum 'athabun 'atheemun

जिस किसी ने अपने ईमान के पश्चात अल्लाह के साथ कुफ़्र किया -सिवाय उसके जो इसके लिए विवश कर दिया गया हो और दिल उसका ईमान पर सन्तुष्ट हो - बल्कि वह जिसने सीना कुफ़्र के लिए खोल दिया हो, तो ऐसे लोगो पर अल्लाह का प्रकोप है और उनके लिए बड़ी यातना है

Tafseer (तफ़सीर )

ذَٰلِكَ
ये
بِأَنَّهُمُ
बवजह उसके कि वो
ٱسْتَحَبُّوا۟
उन्होंने तरजीह दी
ٱلْحَيَوٰةَ
ज़िन्दगी को
ٱلدُّنْيَا
दुनिया की
عَلَى
आख़िरत पर
ٱلْءَاخِرَةِ
आख़िरत पर
وَأَنَّ
और बेशक
ٱللَّهَ
अल्लाह
لَا
नहीं हिदायत देता
يَهْدِى
नहीं हिदायत देता
ٱلْقَوْمَ
उन लोगों को
ٱلْكَٰفِرِينَ
जो काफ़िर हैं

Thalika biannahumu istahabboo alhayata alddunya 'ala alakhirati waanna Allaha la yahdee alqawma alkafireena

यह इसलिए कि उन्होंने आख़िरत की अपेक्षा सांसारिक जीवन को पसन्द किया और यह कि अल्लाह कुफ़्र करनेवालो लोगों का मार्गदर्शन नहीं करता

Tafseer (तफ़सीर )

أُو۟لَٰٓئِكَ
यही लोग हैं
ٱلَّذِينَ
वो जो
طَبَعَ
मोहर लगादी
ٱللَّهُ
अल्लाह ने
عَلَىٰ
ऊपर
قُلُوبِهِمْ
उनके दिलों के
وَسَمْعِهِمْ
और उनके कानों के
وَأَبْصَٰرِهِمْۖ
और उनकी आँखों के
وَأُو۟لَٰٓئِكَ
और यही लोग हैं
هُمُ
वो
ٱلْغَٰفِلُونَ
जो ग़ाफ़िल हैं

Olaika allatheena taba'a Allahu 'ala quloobihim wasam'ihim waabsarihim waolaika humu alghafiloona

वही लोग है जिनके दिलों और जिनके कानों और जिनकी आँखों पर अल्लाह ने मुहर लगा दी है; और वही है जो ग़फ़लत में पड़े हुए है

Tafseer (तफ़सीर )

لَا
नहीं कोई शक
جَرَمَ
नहीं कोई शक
أَنَّهُمْ
यक़ीनन वो
فِى
आख़िरत में
ٱلْءَاخِرَةِ
आख़िरत में
هُمُ
वो ही
ٱلْخَٰسِرُونَ
ख़सारा पाने वाले हैं

La jarama annahum fee alakhirati humu alkhasiroona

निश्चय ही आख़िरत में वही घाटे में रहेंगे

Tafseer (तफ़सीर )

ثُمَّ
फिर
إِنَّ
बेशक
رَبَّكَ
रब आपका
لِلَّذِينَ
उनके लिए जिन्होंने
هَاجَرُوا۟
हिजरत की
مِنۢ
बाद इसके
بَعْدِ
बाद इसके
مَا
जो
فُتِنُوا۟
वो आज़माइश में डाले गए
ثُمَّ
फिर
جَٰهَدُوا۟
उन्होंने जिहाद किया
وَصَبَرُوٓا۟
और उन्होंने सबर किया
إِنَّ
बेशक
رَبَّكَ
रब आपका
مِنۢ
बाद इसके
بَعْدِهَا
बाद इसके
لَغَفُورٌ
अलबत्ता बहुत बख़्शने वाला है
رَّحِيمٌ
निहायत रहम करने वाला है

Thumma inna rabbaka lillatheena hajaroo min ba'di ma futinoo thumma jahadoo wasabaroo inna rabbaka min ba'diha laghafoorun raheemun

फिर तुम्हारा रब उन लोगों के लिए जिन्होंने इसके उपरान्त कि वे आज़माइश में पड़ चुके थे घर-बार छोड़ा, फिर जिहाद (संघर्ष) किया और जमे रहे तो इन बातों के पश्चात तो निश्चय ही तुम्हारा रब बड़ा क्षमाशील, अत्यन्त दयावान है

Tafseer (तफ़सीर )