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قُلْ
कह दीजिए
يَتَوَفَّىٰكُم
फ़ौत करेगा तुम्हें
مَّلَكُ
फ़रिश्ता
ٱلْمَوْتِ
मौत का
ٱلَّذِى
वो जो
وُكِّلَ
मुक़र्रर किया गया
بِكُمْ
तुम पर
ثُمَّ
फिर
إِلَىٰ
तरफ़ अपने रब के
رَبِّكُمْ
तरफ़ अपने रब के
تُرْجَعُونَ
तुम लौटाए जाओगे

Qul yatawaffakum malaku almawti allathee wukkila bikum thumma ila rabbikum turja'oona

कहो, 'मृत्यु का फ़रिश्ता जो तुमपर नियुक्त है, वह तुम्हें पूर्ण रूप से अपने क़ब्जे में ले लेता है। फिर तुम अपने रब की ओर वापस होंगे।'

Tafseer (तफ़सीर )

وَلَوْ
और काश
تَرَىٰٓ
आप देखें
إِذِ
जब
ٱلْمُجْرِمُونَ
मुजरिम
نَاكِسُوا۟
झुकाए हुए होंगे
رُءُوسِهِمْ
अपने सरों को
عِندَ
अपने रब के पास (कहेंगे)
رَبِّهِمْ
अपने रब के पास (कहेंगे)
رَبَّنَآ
ऐ हमारे रब
أَبْصَرْنَا
देख लिया हमनें
وَسَمِعْنَا
और सुन लिया हमनें
فَٱرْجِعْنَا
पस लौटा दे हमें
نَعْمَلْ
हम अमल करेंगे
صَٰلِحًا
नेक
إِنَّا
बेशक हम
مُوقِنُونَ
यक़ीन करने वाले हैं

Walaw tara ithi almujrimoona nakisoo ruoosihim 'inda rabbihim rabbana absarna wasami'na faarji'na na'mal salihan inna mooqinoona

और यदि कहीं तुम देखते जब वे अपराधी अपने रब के सामने अपने सिर झुकाए होंगे कि 'हमारे रब! हमने देख लिया और सुन लिया। अब हमें वापस भेज दे, ताकि हम अच्छे कर्म करें। निस्संदेह अब हमें विश्वास हो गया।'

Tafseer (तफ़सीर )

وَلَوْ
और अगर
شِئْنَا
चाहते हम
لَءَاتَيْنَا
अलबत्ता दे देते हम
كُلَّ
हर
نَفْسٍ
नफ़्स को
هُدَىٰهَا
हिदायत उसकी
وَلَٰكِنْ
और लेकिन
حَقَّ
सच होगई
ٱلْقَوْلُ
बात
مِنِّى
मेरी तरफ़ से
لَأَمْلَأَنَّ
अलबत्ता मैं ज़रूर भर दूँगा
جَهَنَّمَ
जहन्नम को
مِنَ
जिन्नों से
ٱلْجِنَّةِ
जिन्नों से
وَٱلنَّاسِ
और इन्सानों से
أَجْمَعِينَ
सब के सब से

Walaw shina laatayna kulla nafsin hudaha walakin haqqa alqawlu minnee laamlaanna jahannama mina aljinnati waalnnasi ajma'eena

यदि हम चाहते तो प्रत्येक व्यक्ति को उसका अपना संमार्ग दिखा देते, तिन्तु मेरी ओर से बात सत्यापित हो चुकी है कि 'मैं जहन्नम को जिन्नों और मनुष्यों, सबसे भरकर रहूँगा।'

Tafseer (तफ़सीर )

فَذُوقُوا۟
तो चखो
بِمَا
बवजह उसके जो
نَسِيتُمْ
भूल गए तुम
لِقَآءَ
मुलाक़ात को
يَوْمِكُمْ
अपने इस दिन की
هَٰذَآ
अपने इस दिन की
إِنَّا
बेशक हमने
نَسِينَٰكُمْۖ
भुला दिया हमने तुम्हें
وَذُوقُوا۟
और चखो
عَذَابَ
अज़ाब
ٱلْخُلْدِ
हमेशगी का
بِمَا
बवजह उसके जो
كُنتُمْ
थे तुम
تَعْمَلُونَ
तुम अमल करते

Fathooqoo bima naseetum liqaa yawmikum hatha inna naseenakum wathooqoo 'athaba alkhuldi bima kuntum ta'maloona

अतः अब चखो मज़ा, इसका कि तुमने अपने इस दिन के मिलन को भुलाए रखा। तो हमने भी तुम्हें भुला दिया। शाश्वत यातना का रसास्वादन करो, उसके बदले में जो तुम करते रहे हो

Tafseer (तफ़सीर )

إِنَّمَا
बेशक
يُؤْمِنُ
ईमान लाते हैं
بِـَٔايَٰتِنَا
हमारी आयात पर
ٱلَّذِينَ
वो लोग
إِذَا
जब
ذُكِّرُوا۟
वो नसीहत किए जाते हैं
بِهَا
साथ उनके
خَرُّوا۟
वो गिर पड़ते हैं
سُجَّدًا
सजदा करते हुए
وَسَبَّحُوا۟
और वो तस्बीह करते हैं
بِحَمْدِ
साथ हम्द के
رَبِّهِمْ
अपने रब की
وَهُمْ
और वो
لَا
नहीं वो तकब्बुर करते
يَسْتَكْبِرُونَ۩
नहीं वो तकब्बुर करते

Innama yuminu biayatina allatheena itha thukkiroo biha kharroo sujjadan wasabbahoo bihamdi rabbihim wahum la yastakbiroona

हमारी आयतों पर जो बस वही लोग ईमान लाते है, जिन्हें उनके द्वारा जब याद दिलाया जाता है तो सजदे में गिर पड़ते है और अपने रब का गुणगान करते है और घमंड नहीं करते

Tafseer (तफ़सीर )

تَتَجَافَىٰ
अलग रहते हैं
جُنُوبُهُمْ
पहलू उनके
عَنِ
बिस्तरों से
ٱلْمَضَاجِعِ
बिस्तरों से
يَدْعُونَ
वो पुकारते हैं
رَبَّهُمْ
अपने रब को
خَوْفًا
ख़ौफ़
وَطَمَعًا
और उम्मीद से
وَمِمَّا
और उसमें से जो
رَزَقْنَٰهُمْ
रिज़्क़ दिया हमने उन्हें
يُنفِقُونَ
वो ख़र्च करते हैं

Tatajafa junoobuhum 'ani almadaji'i yad'oona rabbahum khawfan watama'an wamimma razaqnahum yunfiqoona

उनके पहलू बिस्तरों से अलग रहते है कि वे अपने रब को भय और लालसा के साथ पुकारते है, और जो कुछ हमने उन्हें दिया है उसमें से ख़र्च करते है

Tafseer (तफ़सीर )

فَلَا
पस नहीं
تَعْلَمُ
जानता
نَفْسٌ
कोई नफ़्स
مَّآ
जो कुछ
أُخْفِىَ
छुपाया गया है
لَهُم
उनके लिए
مِّن
ठंडक से
قُرَّةِ
ठंडक से
أَعْيُنٍ
आँखों की
جَزَآءًۢ
बदला है
بِمَا
उसका जो
كَانُوا۟
थे वो
يَعْمَلُونَ
वो अमल करते

Fala ta'lamu nafsun ma okhfiya lahum min qurrati a'yunin jazaan bima kanoo ya'maloona

फिर कोई प्राणी नहीं जानता आँखों की जो ठंडक उसके लिए छिपा रखी गई है उसके बदले में देने के ध्येय से जो वे करते रहे होंगे

Tafseer (तफ़सीर )

أَفَمَن
क्या भला वो जो
كَانَ
है
مُؤْمِنًا
मोमिन
كَمَن
मानिन्द उसके
كَانَ
हो सकता है
فَاسِقًاۚ
जो फ़ासिक़ है
لَّا
नहीं वो बराबर हो सकते
يَسْتَوُۥنَ
नहीं वो बराबर हो सकते

Afaman kana muminan kaman kana fasiqan la yastawoona

भला जो व्यक्ति ईमानवाला हो वह उस व्यक्ति जैसा हो सकता है जो अवज्ञाकारी हो? वे बराबर नहीं हो सकते

Tafseer (तफ़सीर )

أَمَّا
रहे
ٱلَّذِينَ
वो लोग जो
ءَامَنُوا۟
ईमान लाए
وَعَمِلُوا۟
और उन्होंने अमल किए
ٱلصَّٰلِحَٰتِ
नेक
فَلَهُمْ
तो उनके लिए
جَنَّٰتُ
बाग़ात हैं
ٱلْمَأْوَىٰ
रहने के
نُزُلًۢا
महमानी होगी
بِمَا
बवजह उसके जो
كَانُوا۟
थे वो
يَعْمَلُونَ
वो अमल करते

Amma allatheena amanoo wa'amiloo alssalihati falahum jannatu almawa nuzulan bima kanoo ya'maloona

रहे वे लोग जा ईमान लाए और उन्हें अच्छे कर्म किए, उनके लिए जो कर्म वे करते रहे उसके बदले में आतिथ्य स्वरूप रहने के बाग़ है

Tafseer (तफ़सीर )

وَأَمَّا
और रहे वो
ٱلَّذِينَ
जिन्होंने
فَسَقُوا۟
नाफ़रमानी की
فَمَأْوَىٰهُمُ
पस ठिकाना उनका
ٱلنَّارُۖ
आग है
كُلَّمَآ
जब कभी
أَرَادُوٓا۟
वो इरादा करेंगे
أَن
कि
يَخْرُجُوا۟
वो निकल आऐं
مِنْهَآ
उससे
أُعِيدُوا۟
वो लौटा दिए जाऐंगे
فِيهَا
उसी में
وَقِيلَ
और कह दिया जाएगा
لَهُمْ
उन्हें
ذُوقُوا۟
चखो
عَذَابَ
अज़ाब
ٱلنَّارِ
आग का
ٱلَّذِى
वो जो
كُنتُم
थे तुम
بِهِۦ
जिसे
تُكَذِّبُونَ
तुम झुटलाते

Waamma allatheena fasaqoo famawahumu alnnaru kullama aradoo an yakhrujoo minha o'eedoo feeha waqeela lahum thooqoo 'athaba alnnari allathee kuntum bihi tukaththiboona

रहे वे लोग जिन्होंने सीमा का उल्लंघन किया, उनका ठिकाना आग है। जब कभी भी वे चाहेंगे कि उससे निकल जाएँ तो उसी में लौटा दिए जाएँगे और उनसे कहा जाएगा, 'चखो उस आग की यातना का मज़ा, जिसे तुम झूठ समझते थे।'

Tafseer (तफ़सीर )