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أَمِ
क्या
ٱتَّخَذُوٓا۟
उन्होंने बना लिए हैं
ءَالِهَةً
कुछ इलाह
مِّنَ
ज़मीन से
ٱلْأَرْضِ
ज़मीन से
هُمْ
कि वो
يُنشِرُونَ
वो ज़िन्दा करेंगे

Ami ittakhathoo alihatan mina alardi hum yunshiroona

(क्या उन्होंने आकाश से कुछ पूज्य बना लिए है)... या उन्होंने धरती से ऐसे इष्ट -पूज्य बना लिए है, जो पुनर्जीवित करते हों?

Tafseer (तफ़सीर )

لَوْ
अगर
كَانَ
होते
فِيهِمَآ
उन दोनों में
ءَالِهَةٌ
कुछ इलाह
إِلَّا
सिवाए
ٱللَّهُ
अल्लाह के
لَفَسَدَتَاۚ
अलबत्ता वो दोनों बिगड़ जाते
فَسُبْحَٰنَ
पस पाक है
ٱللَّهِ
अल्लाह
رَبِّ
जो रब है
ٱلْعَرْشِ
अर्श का
عَمَّا
उससे जो
يَصِفُونَ
वो बयान करते हैं

Law kana feehima alihatun illa Allahu lafasadata fasubhana Allahi rabbi al'arshi 'amma yasifoona

यदि इन दोनों (आकाश और धरती) में अल्लाह के सिवा दूसरे इष्ट-पूज्य भी होते तो दोनों की व्यवस्था बिगड़ जाती। अतः महान और उच्च है अल्लाह, राजासन का स्वामी, उन बातों से जो ये बयान करते है

Tafseer (तफ़सीर )

لَا
नहीं वो पूछा जाता
يُسْـَٔلُ
नहीं वो पूछा जाता
عَمَّا
उसके बारे में जो
يَفْعَلُ
वो करता है
وَهُمْ
और वो
يُسْـَٔلُونَ
वो पूछे जाऐंगे

La yusalu 'amma yaf'alu wahum yusaloona

जो कुछ वह करता है उससे उसकी कोई पूछ नहीं हो सकती, किन्तु इनसे पूछ होगी

Tafseer (तफ़सीर )

أَمِ
या
ٱتَّخَذُوا۟
उन्होंने बना लिए
مِن
उसके सिवा
دُونِهِۦٓ
उसके सिवा
ءَالِهَةًۖ
कुछ इलाह
قُلْ
कह दीजिए
هَاتُوا۟
लाओ
بُرْهَٰنَكُمْۖ
दलील अपनी
هَٰذَا
ये
ذِكْرُ
ज़िक्र है
مَن
उनका जो
مَّعِىَ
मेरे साथ हैं
وَذِكْرُ
और ज़िक्र है
مَن
उनका भी( जो)
قَبْلِىۗ
मुझसे पहले थे
بَلْ
बल्कि
أَكْثَرُهُمْ
अकसर उनके
لَا
नही वो जानते
يَعْلَمُونَ
नही वो जानते
ٱلْحَقَّۖ
हक़ को
فَهُم
तो वो
مُّعْرِضُونَ
ऐराज़ करने वाले हैं

Ami ittakhathoo min doonihi alihatan qul hatoo burhanakum hatha thikru man ma'iya wathikru man qablee bal aktharuhum la ya'lamoona alhaqqa fahum mu'ridoona

(क्या ये अल्लाह के हक़ को नहीं पहचानते) या उसे छोड़कर इन्होंने दूसरे इष्ट-पूज्य बना लिए है (जिसके लिए इनके पास कुछ प्रमाण है)? कह दो, 'लाओ, अपना प्रमाण! यह अनुस्मृति है उनकी जो मेरे साथ है और अनुस्मृति है उनकी जो मुझसे पहले हुए है, किन्तु बात यह है कि इनमें अधिकतर सत्य को जानते नहीं, इसलिए कतरा रहे है

Tafseer (तफ़सीर )

وَمَآ
और नहीं
أَرْسَلْنَا
भेजा हमने
مِن
आपसे पहले
قَبْلِكَ
आपसे पहले
مِن
कोई रसूल
رَّسُولٍ
कोई रसूल
إِلَّا
मगर
نُوحِىٓ
हमने वही की
إِلَيْهِ
तरफ़ उसके
أَنَّهُۥ
कि बैशक वो
لَآ
नहीं
إِلَٰهَ
कोई इलाह (बरहक़)
إِلَّآ
मगर
أَنَا۠
मैं ही
فَٱعْبُدُونِ
पस इबादत करो मेरी

Wama arsalna min qablika min rasoolin illa noohee ilayhi annahu la ilaha illa ana fao'budooni

हमने तुमसे पहले जो रसूल भी भेजा, उसकी ओर यही प्रकाशना की कि ' 'मेरे सिवा कोई पूज्य-प्रभु नहीं। अतः तुम मेरी ही बन्दगी करो।'

Tafseer (तफ़सीर )

وَقَالُوا۟
और उन्होंने कहा
ٱتَّخَذَ
बना ली है
ٱلرَّحْمَٰنُ
रहमान ने
وَلَدًاۗ
औलाद
سُبْحَٰنَهُۥۚ
पाक है वो
بَلْ
बल्कि
عِبَادٌ
वो बन्दे हैं
مُّكْرَمُونَ
जो इज़्ज़त दिए गए हैं

Waqaloo ittakhatha alrrahmanu waladan subhanahu bal 'ibadun mukramoona

और वे कहते है कि 'रहमान सन्तान रखता है।' महान हो वह! बल्कि वे तो प्रतिष्ठित बन्दे हैं

Tafseer (तफ़सीर )

لَا
नहीं वो आगे बढ़ते उससे
يَسْبِقُونَهُۥ
नहीं वो आगे बढ़ते उससे
بِٱلْقَوْلِ
बात में
وَهُم
और वो
بِأَمْرِهِۦ
उसके हुक्म पर ही
يَعْمَلُونَ
वो अमल करते हैं

La yasbiqoonahu bialqawli wahum biamrihi ya'maloona

उससे आगे बढ़कर नहीं बोलते और उनके आदेश का पालन करते है

Tafseer (तफ़सीर )

يَعْلَمُ
वो जानता है
مَا
जो कुछ
بَيْنَ
उनके आगे है
أَيْدِيهِمْ
उनके आगे है
وَمَا
और जो कुछ
خَلْفَهُمْ
उनके पीछे है
وَلَا
और नहीं
يَشْفَعُونَ
वो शफ़ाअत करेंगे
إِلَّا
मगर
لِمَنِ
जिसके लिए
ٱرْتَضَىٰ
वो राज़ी होजाए
وَهُم
और वो
مِّنْ
उसकी ख़शियत से
خَشْيَتِهِۦ
उसकी ख़शियत से
مُشْفِقُونَ
डरने वाले हैं

Ya'lamu ma bayna aydeehim wama khalfahum wala yashfa'oona illa limani irtada wahum min khashyatihi mushfiqoona

वह जानता है जो कुछ उनके आगे है और जो कुछ उनके पीछे है, और वे किसी की सिफ़ारिश नहीं करते सिवाय उसके जिसके लिए अल्लाह पसन्द करे। और वे उसके भय से डरते रहते है

Tafseer (तफ़सीर )

وَمَن
और जो कोई
يَقُلْ
कहे
مِنْهُمْ
उनमें से
إِنِّىٓ
बेशक मैं
إِلَٰهٌ
इलाह हूँ
مِّن
उसके सिवा
دُونِهِۦ
उसके सिवा
فَذَٰلِكَ
तो एसी सूरत में
نَجْزِيهِ
हम बदले में देंगे उसे
جَهَنَّمَۚ
जहन्नम
كَذَٰلِكَ
इसी तरह
نَجْزِى
हम बदला देते हैं
ٱلظَّٰلِمِينَ
ज़ालिमों को

Waman yaqul minhum innee ilahun min doonihi fathalika najzeehi jahannama kathalika najzee alththalimeena

और जो उनमें से यह कहे कि 'उनके सिवा मैं भी एक इष्ट -पूज्य हूँ।' तो हम उसे बदले में जहन्नम देंगे। ज़ालिमों को हम ऐसा ही बदला दिया करते है

Tafseer (तफ़सीर )

أَوَلَمْ
क्या भला नहीं
يَرَ
देखा
ٱلَّذِينَ
उन लोगों ने जिन्होंने
كَفَرُوٓا۟
कुफ़्र किया
أَنَّ
कि बेशक
ٱلسَّمَٰوَٰتِ
आसमान
وَٱلْأَرْضَ
और ज़मीन
كَانَتَا
थे वो दोनों
رَتْقًا
मिले हुए
فَفَتَقْنَٰهُمَاۖ
तो जुदा-जुदा कर दिया हमने उन दोनों को
وَجَعَلْنَا
और बनाई हमने
مِنَ
पानी से
ٱلْمَآءِ
पानी से
كُلَّ
हर चीज़
شَىْءٍ
हर चीज़
حَىٍّۖ
ज़िन्दा
أَفَلَا
क्या फिर नहीं
يُؤْمِنُونَ
वो ईमान लाते

Awalam yara allatheena kafaroo anna alssamawati waalarda kanata ratqan fafataqnahuma waja'alna mina almai kulla shayin hayyin afala yuminoona

क्या उन लोगों ने जिन्होंने इनकार किया, देखा नहीं कि ये आकाश और धरती बन्द थे। फिर हमने उन्हें खोल दिया। और हमने पानी से हर जीवित चीज़ बनाई, तो क्या वे मानते नहीं?

Tafseer (तफ़सीर )