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وَلِلَّهِ
और अल्लाह ही के लिए है
مَا
जो कुछ
فِى
आसमानों में है
ٱلسَّمَٰوَٰتِ
आसमानों में है
وَمَا
और जो कुछ
فِى
ज़मीन में है
ٱلْأَرْضِۗ
ज़मीन में है
وَلَقَدْ
और अलबत्ता तहक़ीक़
وَصَّيْنَا
ताकीद की हमने
ٱلَّذِينَ
उन्हें जो
أُوتُوا۟
दिए गए
ٱلْكِتَٰبَ
किताब
مِن
तुमसे पहले
قَبْلِكُمْ
तुमसे पहले
وَإِيَّاكُمْ
और तुम्हें भी
أَنِ
कि
ٱتَّقُوا۟
डरो
ٱللَّهَۚ
अल्लाह से
وَإِن
और अगर
تَكْفُرُوا۟
तुम कुफ़्र करोगे
فَإِنَّ
तो बेशक
لِلَّهِ
अल्लाह ही के लिए है
مَا
जो कुछ
فِى
आसमानों में है
ٱلسَّمَٰوَٰتِ
आसमानों में है
وَمَا
और जो कुछ
فِى
ज़मीन में है
ٱلْأَرْضِۚ
ज़मीन में है
وَكَانَ
और है
ٱللَّهُ
अल्लाह
غَنِيًّا
बहुत बेनियाज़
حَمِيدًا
बहुत तारीफ़ वाला

Walillahi ma fee alssamawati wama fee alardi walaqad wassayna allatheena ootoo alkitaba min qablikum waiyyakum ani ittaqoo Allaha wain takfuroo fainna lillahi ma fee alssamawati wama fee alardi wakana Allahu ghaniyyan hameedan

आकाशों और धरती में जो कुछ है, सब अल्लाह ही का है। तुमसे पहले जिन्हें किताब दी गई थी, उन्हें और तुम्हें भी हमने ताकीद की है कि 'अल्लाह का डर रखो।' यदि तुम इनकार करते हो, तो इससे क्या होने का? आकाशों और धरती में जो कुछ है, सब अल्लाह ही का रहेगा। अल्लाह तो निस्पृह, प्रशंसनीय है

Tafseer (तफ़सीर )

وَلِلَّهِ
और अल्लाह ही के लिए है
مَا
जो कुछ
فِى
आसमानों में है
ٱلسَّمَٰوَٰتِ
आसमानों में है
وَمَا
और जो कुछ
فِى
ज़मीन में है
ٱلْأَرْضِۚ
ज़मीन में है
وَكَفَىٰ
और काफ़ी है
بِٱللَّهِ
अल्लाह
وَكِيلًا
कारसाज़

Walillahi ma fee alssamawati wama fee alardi wakafa biAllahi wakeelan

हाँ, आकाशों और धरती में जो कुछ है, अल्लाह ही का है और अल्लाह कार्यसाधक की हैसियत से काफ़ी है

Tafseer (तफ़सीर )

إِن
अगर
يَشَأْ
वो चाहे
يُذْهِبْكُمْ
वो ले जाए तुम्हें
أَيُّهَا
ٱلنَّاسُ
लोगो
وَيَأْتِ
और वो ले आए
بِـَٔاخَرِينَۚ
दूसरों को
وَكَانَ
और है
ٱللَّهُ
अल्लाह
عَلَىٰ
ऊपर
ذَٰلِكَ
उसके
قَدِيرًا
बहुत क़ुदरत रखने वाला

In yasha yuthhibkum ayyuha alnnasu wayati biakhareena wakana Allahu 'ala thalika qadeeran

ऐ लोगों! यदि वह चाहे तो तुम्हें हटा दे और तुम्हारी जगह दूसरों को ले आए। अल्लाह को इसकी पूरी सामर्थ्य है

Tafseer (तफ़सीर )

مَّن
जो कोई
كَانَ
है
يُرِيدُ
चाहता
ثَوَابَ
सवाब
ٱلدُّنْيَا
दुनिया का
فَعِندَ
तो पास है
ٱللَّهِ
अल्लाह के
ثَوَابُ
सवाब
ٱلدُّنْيَا
दुनिया का
وَٱلْءَاخِرَةِۚ
और आख़िरत का
وَكَانَ
और है
ٱللَّهُ
अल्लाह
سَمِيعًۢا
बहुत सुनने वाला
بَصِيرًا
बहुत देखने वाला

Man kana yureedu thawaba alddunya fa'inda Allahi thawabu alddunya waalakhirati wakana Allahu samee'an baseeran

जो कोई दुनिया का बदला चाहता है, तो अल्लाह के पास दुनिया का बदला भी है और आख़िरत का भी। अल्लाह सब कुछ सुनता, देखता है

Tafseer (तफ़सीर )

يَٰٓأَيُّهَا
ऐ लोगो जो
ٱلَّذِينَ
ऐ लोगो जो
ءَامَنُوا۟
ईमान लाए हो
كُونُوا۟
हो जाओ
قَوَّٰمِينَ
क़ायम रहने वाले
بِٱلْقِسْطِ
इन्साफ़ पर
شُهَدَآءَ
गवाही देने वाले
لِلَّهِ
अल्लाह के लिए
وَلَوْ
और अगरचे
عَلَىٰٓ
ख़िलाफ़ हो तुम्हारे अपने
أَنفُسِكُمْ
ख़िलाफ़ हो तुम्हारे अपने
أَوِ
या वालिदैन के
ٱلْوَٰلِدَيْنِ
या वालिदैन के
وَٱلْأَقْرَبِينَۚ
और क़राबतदारों के
إِن
अगर
يَكُنْ
वो होंगे
غَنِيًّا
ग़नी
أَوْ
या
فَقِيرًا
फ़क़ीर
فَٱللَّهُ
तो अल्लाह
أَوْلَىٰ
ज़्यादा ख़ैरख़्वाह है
بِهِمَاۖ
उन दोनों का
فَلَا
तो ना
تَتَّبِعُوا۟
तुम पैरवी करो
ٱلْهَوَىٰٓ
ख़्वाहिशात की
أَن
कि
تَعْدِلُوا۟ۚ
तुम अदल करो (ना)
وَإِن
और अगर
تَلْوُۥٓا۟
तुम मोड़ दोगे (ज़बान)
أَوْ
या
تُعْرِضُوا۟
तुम ऐराज़ करोगे
فَإِنَّ
तो बेशक
ٱللَّهَ
अल्लाह
كَانَ
है
بِمَا
उसकी जो
تَعْمَلُونَ
तुम अमल करते हो
خَبِيرًا
ख़ूब ख़बर रखने वाला

Ya ayyuha allatheena amanoo koonoo qawwameena bialqisti shuhadaa lillahi walaw 'ala anfusikum awi alwalidayni waalaqrabeena in yakun ghaniyyan aw faqeeran faAllahu awla bihima fala tattabi'oo alhawa an ta'diloo wain talwoo aw tu'ridoo fainna Allaha kana bima ta'maloona khabeeran

ऐ ईमान लानेवालो! अल्लाह के लिए गवाही देते हुए इनसाफ़ पर मज़बूती के साथ जमे रहो, चाहे वह स्वयं तुम्हारे अपने या माँ-बाप और नातेदारों के विरुद्ध ही क्यों न हो। कोई धनवान हो या निर्धन (जिसके विरुद्ध तुम्हें गवाही देनी पड़े) अल्लाह को उनसे (तुमसे कहीं बढ़कर) निकटता का सम्बन्ध है, तो तुम अपनी इच्छा के अनुपालन में न्याय से न हटो, क्योंकि यदि तुम हेर-फेर करोगे या कतराओगे, तो जो कुछ तुम करते हो अल्लाह को उसकी ख़बर रहेगी

Tafseer (तफ़सीर )

يَٰٓأَيُّهَا
ऐ लोगो जो
ٱلَّذِينَ
ऐ लोगो जो
ءَامَنُوٓا۟
ईमान लाए हो
ءَامِنُوا۟
ईमान ले आओ
بِٱللَّهِ
अल्लाह पर
وَرَسُولِهِۦ
और उसके रसूल पर
وَٱلْكِتَٰبِ
और उस किताब पर
ٱلَّذِى
जो
نَزَّلَ
उसने नाज़िल की
عَلَىٰ
अपने रसूल पर
رَسُولِهِۦ
अपने रसूल पर
وَٱلْكِتَٰبِ
और वो किताब
ٱلَّذِىٓ
जो
أَنزَلَ
उसने नाज़िल की
مِن
इससे पहले
قَبْلُۚ
इससे पहले
وَمَن
और जो कोई
يَكْفُرْ
कुफ़्र करे
بِٱللَّهِ
अल्लाह का
وَمَلَٰٓئِكَتِهِۦ
और उसके फ़रिश्तों का
وَكُتُبِهِۦ
और उसकी किताबों का
وَرُسُلِهِۦ
और उसके रसूलों का
وَٱلْيَوْمِ
और आख़िरी दिन का
ٱلْءَاخِرِ
और आख़िरी दिन का
فَقَدْ
पस तहक़ीक़
ضَلَّ
वो भटक गया
ضَلَٰلًۢا
भटक जाना
بَعِيدًا
बहुत दूर का

Ya ayyuha allatheena amanoo aminoo biAllahi warasoolihi waalkitabi allathee nazzala 'ala rasoolihi waalkitabi allathee anzala min qablu waman yakfur biAllahi wamalaikatihi wakutubihi warusulihi waalyawmi alakhiri faqad dalla dalalan ba'eedan

ऐ ईमान लानेवालो! अल्लाह पर ईमान लाओ और उसके रसूल पर और उस किताब पर जो उसने अपने रसूल पर उतारी है और उस किताब पर भी, जिसको वह इसके पहले उतार चुका है। और जिस किसी ने भी अल्लाह और उसके फ़रिश्तों और उसकी किताबों और उसके रसूलों और अन्तिम दिन का इनकार किया, तो वह भटककर बहुत दूर जा पड़ा

Tafseer (तफ़सीर )

إِنَّ
बेशक
ٱلَّذِينَ
वो लोग जो
ءَامَنُوا۟
ईमान लाए
ثُمَّ
फिर
كَفَرُوا۟
उन्होंने कुफ़्र किया
ثُمَّ
फिर
ءَامَنُوا۟
वो ईमान लाए
ثُمَّ
फिर
كَفَرُوا۟
उन्होंने कुफ़्र किया
ثُمَّ
फिर
ٱزْدَادُوا۟
वो बढ़ गए
كُفْرًا
कुफ़्र में
لَّمْ
नहीं
يَكُنِ
है
ٱللَّهُ
अल्लाह
لِيَغْفِرَ
कि वो बख़्श दे
لَهُمْ
उन्हें
وَلَا
और ना
لِيَهْدِيَهُمْ
ये कि हिदायत दे उन्हें
سَبِيلًۢا
रास्ते की

Inna allatheena amanoo thumma kafaroo thumma amanoo thumma kafaroo thumma izdadoo kufran lam yakuni Allahu liyaghfira lahum wala liyahdiyahum sabeelan

रहे वे लोग जो ईमान लाए, फिर इनकार किया; फिर ईमान लाए, फिर इनकार किया; फिर इनकार की दशा में बढते चले गए तो अल्लाह उन्हें कदापि क्षमा नहीं करेगा और न उन्हें राह दिखाएगा

Tafseer (तफ़सीर )

بَشِّرِ
ख़ुशख़बरी दे दीजिए
ٱلْمُنَٰفِقِينَ
मुनाफ़िक़ों को
بِأَنَّ
कि बेशक
لَهُمْ
उनके लिए
عَذَابًا
अज़ाब है
أَلِيمًا
दर्दनाक

Bashshiri almunafiqeena bianna lahum 'athaban aleeman

मुनाफ़िको (कपटाचारियों) को मंगल-सूचना दे दो कि उनके लिए दुखद यातना है;

Tafseer (तफ़सीर )

ٱلَّذِينَ
वो जो
يَتَّخِذُونَ
बना लेते हैं
ٱلْكَٰفِرِينَ
काफ़िरों को
أَوْلِيَآءَ
दोस्त
مِن
सिवाय
دُونِ
सिवाय
ٱلْمُؤْمِنِينَۚ
मोमिनों के
أَيَبْتَغُونَ
क्या वो चाहते हैं
عِندَهُمُ
पास उनके
ٱلْعِزَّةَ
इज़्ज़त
فَإِنَّ
तो बेशक
ٱلْعِزَّةَ
इज़्ज़त
لِلَّهِ
अल्लाह ही के लिए है
جَمِيعًا
सारी की सारी

Allatheena yattakhithoona alkafireena awliyaa min dooni almumineena ayabtaghoona 'indahumu al'izzata fainna al'izzata lillahi jamee'an

जो ईमानवालों को छोड़कर इनकार करनेवालों को अपना मित्र बनाते है। क्या उन्हें उनके पास प्रतिष्ठा की तलाश है? प्रतिष्ठा तो सारी की सारी अल्लाह ही के लिए है

Tafseer (तफ़सीर )

وَقَدْ
हालाँकि तहक़ीक़
نَزَّلَ
उसने नाज़िल किया
عَلَيْكُمْ
तुम पर
فِى
किताब में
ٱلْكِتَٰبِ
किताब में
أَنْ
कि
إِذَا
जब
سَمِعْتُمْ
सुनो तुम
ءَايَٰتِ
अल्लाह की आयात को
ٱللَّهِ
अल्लाह की आयात को
يُكْفَرُ
कुफ़्र किया जाता है
بِهَا
उनका
وَيُسْتَهْزَأُ
और मज़ाक़ उड़ाया जाता है
بِهَا
उनका
فَلَا
तो ना
تَقْعُدُوا۟
तुम बैठो
مَعَهُمْ
साथ उनके
حَتَّىٰ
यहाँ तक कि
يَخُوضُوا۟
वो मशग़ूल हो जाऐं
فِى
किसी बात में
حَدِيثٍ
किसी बात में
غَيْرِهِۦٓۚ
अलावा उसके
إِنَّكُمْ
बेशक तुम (वरना)
إِذًا
तब
مِّثْلُهُمْۗ
उन जैसे (होगे)
إِنَّ
बेशक
ٱللَّهَ
अल्लाह
جَامِعُ
जमा करने वाला है
ٱلْمُنَٰفِقِينَ
मुनाफ़िक़ों को
وَٱلْكَٰفِرِينَ
और काफ़िरों को
فِى
जहन्नम में
جَهَنَّمَ
जहन्नम में
جَمِيعًا
सबके-सबको

Waqad nazzala 'alaykum fee alkitabi an itha sami'tum ayati Allahi yukfaru biha wayustahzao biha fala taq'udoo ma'ahum hatta yakhoodoo fee hadeethin ghayrihi innakum ithan mithluhum inna Allaha jami'u almunafiqeena waalkafireena fee jahannama jamee'an

वह 'किताब' में तुमपर यह हुक्म उतार चुका है कि जब तुम सुनो कि अल्लाह की आयतों का इनकार किया जा रहा है और उसका उपहास किया जा रहा है, तो जब तब वे किसी दूसरी बात में न लगा जाएँ, उनके साथ न बैठो, अन्यथा तुम भी उन्हीं के जैसे होगे; निश्चय ही अल्लाह कपटाचारियों और इनकार करनेवालों - सबको जहन्नम में एकत्र करनेवाला है

Tafseer (तफ़सीर )