Ayushrikoona ma la yakhluqu shayan wahum yukhlaqoona
क्या वे उसको साझी ठहराते है जो कोई चीज़ भी पैदा नहीं करता, बल्कि ऐसे उनके ठहराए हुए साझीदार तो स्वयं पैदा किए जाते हैं
Wala yastatee'oona lahum nasran wala anfusahum yansuroona
और वे न तो उनकी सहायता करने की सामर्थ्य रखते है और न स्वयं अपनी ही सहायता कर सकते है?
Wain tad'oohum ila alhuda la yattabi'ookum sawaon 'alaykum ada'awtumoohum am antum samitoona
यदि तुम उन्हें सीधे मार्ग की ओर बुलाओ तो वे तुम्हारे पीछे न आएँगे। तुम्हारे लिए बराबर है - उन्हें पुकारो या तुम चुप रहो
Inna allatheena tad'oona min dooni Allahi 'ibadun amthalukum faod'oohum falyastajeeboo lakum in kuntum sadiqeena
तुम अल्लाह को छोड़कर जिन्हें पुकारते हो वे तो तुम्हारे ही जैसे बन्दे है, अतः पुकार लो उनको, यदि तुम सच्चे हो, तो उन्हें चाहिए कि वे तुम्हें उत्तर दे!
Alahum arjulun yamshoona biha am lahum aydin yabtishoona biha am lahum a'yunun yubsiroona biha am lahum athanun yasma'oona biha quli od'oo shurakaakum thumma keedooni fala tunthirooni
क्या उनके पाँव हैं जिनसे वे चलते हों या उनके हाथ हैं जिनसे वे पकड़ते हों या उनके पास आँखें हीं जिनसे वे देखते हों या उनके कान हैं जिनसे वे सुनते हों? कहों, 'तुम अपने ठहराए हु सहभागियों को बुला लो, फिर मेरे विरुद्ध चालें न चलो, इस प्रकार कि मुझे मुहलत न दो
Inna waliyyiya Allahu allathee nazzala alkitaba wahuwa yatawalla alssaliheena
निश्चय ही मेरा संरक्षक मित्र अल्लाह है, जिसने यह किताब उतारी और वह अच्छे लोगों का संरक्षण करता है
Waallatheena tad'oona min doonihi la yastatee'oona nasrakum wala anfusahum yansuroona
रहे वे जिन्हें तुम उसको छोड़कर पुकारते हो, वे तो तुम्हारी, सहायता करने की सामर्थ्य रखते है और न स्वयं अपनी ही सहायता कर सकते है
Wain tad'oohum ila alhuda la yasma'oo watarahum yanthuroona ilayka wahum la yubsiroona
और यदि तुम उन्हें सीधे मार्ग की ओर बुलाओ तो वे न सुनेंगे। वे तुम्हें ऐसे दीख पड़ते हैं जैसे वे तुम्हारी ओर ताक रहे हैं, हालाँकि वे कुछ भी नहीं देखते
Khuthi al'afwa wamur bial'urfi waa'rid 'ani aljahileena
क्षमा की नीति अपनाओ और भलाई का हुक्म देते रहो और अज्ञानियों से किनारा खींचो
Waimma yanzaghannaka mina alshshaytani nazghun faista'ith biAllahi innahu samee'un 'aleemun
और यदि शैतान तुम्हें उकसाए तो अल्लाह की शरण माँगो। निश्चय ही, वह सब कुछ सुनता जानता है