Fakharaja 'ala qawmihi mina almihrabi faawha ilayhim an sabbihoo bukratan wa'ashiyyan
अतः वह मेहराब से निकलकर अपने लोगों के पास आया और उनसे संकेतों में कहा, 'प्रातः काल और सन्ध्या समय तसबीह करते रहो।'
Ya yahya khuthi alkitaba biquwwatin waataynahu alhukma sabiyyan
'ऐ यह्याऔ! किताब को मज़बूत थाम ले।' हमने उसे बचपन ही में निर्णय-शक्ति प्रदान की,
Wahananan min ladunna wazakatan wakana taqiyyan
और अपने पास से नरमी और शौक़ और आत्मविश्वास। और वह बड़ा डरनेवाला था
Wabarran biwalidayhi walam yakun jabbaran 'asiyyan
और अपने माँ-बाप का हक़ पहचानेवाला था। और वह सरकश अवज्ञाकारी न था
Wasalamun 'alayhi yawma wulida wayawma yamootu wayawma yub'athu hayyan
'सलाम उस पर, जिस दिन वह पैदा हुआ और जिस दिन उसकी मृत्यु हो और जिस दिन वह जीवित करके उठाया जाए!'
Waothkur fee alkitabi maryama ithi intabathat min ahliha makanan sharqiyyan
और इस किताब में मरयम की चर्चा करो, जबकि वह अपने घरवालों से अलग होकर एक पूर्वी स्थान पर चली गई
Faittakhathat min doonihim hijaban faarsalna ilayha roohana fatamaththala laha basharan sawiyyan
फिर उसने उनसे परदा कर लिया। तब हमने उसके पास अपनी रूह (फ़रिश्तेप) को भेजा और वह उसके सामने एक पूर्ण मनुष्य के रूप में प्रकट हुआ
Qalat innee a'oothu bialrrahmani minka in kunta taqiyyan
वह बोल उठी, 'मैं तुझसे बचने के लिए रहमान की पनाह माँगती हूँ; यदि तू (अल्लाह का) डर रखनेवाला है (तो यहाँ से हट जाएगा) ।'
Qala innama ana rasoolu rabbiki liahaba laki ghulaman zakiyyan
उसने कहा, 'मैं तो केवल तेरे रब का भेजा हुआ हूँ, ताकि तुझे नेकी और भलाई से बढ़ा हुआ लड़का दूँ।'
Qalat anna yakoonu lee ghulamun walam yamsasnee basharun walam aku baghiyyan
वह बोली, 'मेरे कहाँ से लड़का होगा, जबकि मुझे किसी आदमी ने छुआ तक नही और न मैं कोई बदचलन हूँ?'