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وَكَيْفَ
और कैसे
تَكْفُرُونَ
तुम कुफ़्र करते हो
وَأَنتُمْ
हालाँकि तुम
تُتْلَىٰ
पढ़ी जाती हैं
عَلَيْكُمْ
तुम पर
ءَايَٰتُ
आयात
ٱللَّهِ
अल्लाह की
وَفِيكُمْ
और तुम में है
رَسُولُهُۥۗ
रसूल उसका
وَمَن
और जो
يَعْتَصِم
थाम ले
بِٱللَّهِ
अल्लाह को
فَقَدْ
तो तहक़ीक़
هُدِىَ
वो हिदायत दे दिया गया
إِلَىٰ
तरफ़ रास्ते
صِرَٰطٍ
तरफ़ रास्ते
مُّسْتَقِيمٍ
सीधे के

Wakayfa takfuroona waantum tutla 'alaykum ayatu Allahi wafeekum rasooluhu waman ya'tasim biAllahi faqad hudiya ila siratin mustaqeemin

अब तुम इनकार कैसे कर सकते हो, जबकि तुम्हें अल्लाह की आयतें पढ़कर सुनाई जा रही है और उसका रसूल तुम्हारे बीच मौजूद है? जो कोई अल्लाह को मज़बूती से पकड़ ले, वह सीधे मार्ग पर आ गया

Tafseer (तफ़सीर )

يَٰٓأَيُّهَا
ऐ लोगो जो
ٱلَّذِينَ
ऐ लोगो जो
ءَامَنُوا۟
ईमान लाए हो
ٱتَّقُوا۟
डरो
ٱللَّهَ
अल्लाह से
حَقَّ
हक़ है (जैसे)
تُقَاتِهِۦ
उससे डरने का
وَلَا
और हरगिज़ ना तुम मरना
تَمُوتُنَّ
और हरगिज़ ना तुम मरना
إِلَّا
मगर
وَأَنتُم
इस हाल में कि तुम
مُّسْلِمُونَ
मुसलमान हो

Ya ayyuha allatheena amanoo ittaqoo Allaha haqqa tuqatihi wala tamootunna illa waantum muslimoona

ऐ ईमान लानेवालो! अल्लाह का डर रखो, जैसाकि उसका डर रखने का हक़ है। और तुम्हारी मृत्यु बस इस दशा में आए कि तुम मुस्लिम (आज्ञाकारी) हो

Tafseer (तफ़सीर )

وَٱعْتَصِمُوا۟
और मज़बूती से पकड़ लो
بِحَبْلِ
अल्लाह की रस्सी को
ٱللَّهِ
अल्लाह की रस्सी को
جَمِيعًا
सबके सब
وَلَا
और ना
تَفَرَّقُوا۟ۚ
तुम फ़िरक़ा-फ़िरका बनो
وَٱذْكُرُوا۟
और याद करो
نِعْمَتَ
नेअमत को
ٱللَّهِ
अल्लाह की
عَلَيْكُمْ
अपने ऊपर
إِذْ
जब
كُنتُمْ
थे तुम
أَعْدَآءً
दुश्मन
فَأَلَّفَ
तो उसने उल्फ़त डाल दी
بَيْنَ
दर्मियान
قُلُوبِكُمْ
तुम्हारे दिलों के
فَأَصْبَحْتُم
तो हो गए तुम
بِنِعْمَتِهِۦٓ
उसकी नेअमत से
إِخْوَٰنًا
भाई-भाई
وَكُنتُمْ
और थे तुम
عَلَىٰ
किनारे पर
شَفَا
किनारे पर
حُفْرَةٍ
गढ़े के
مِّنَ
आग के
ٱلنَّارِ
आग के
فَأَنقَذَكُم
तो उसने बचा लिया तुम्हें
مِّنْهَاۗ
उससे
كَذَٰلِكَ
इसी तरह
يُبَيِّنُ
वाज़ेह करता है
ٱللَّهُ
अल्लाह
لَكُمْ
तुम्हारे लिए
ءَايَٰتِهِۦ
आयात अपनी
لَعَلَّكُمْ
ताकि तुम
تَهْتَدُونَ
तुम हिदायत पाओ

Wai'tasimoo bihabli Allahi jamee'an wala tafarraqoo waothkuroo ni'mata Allahi 'alaykum ith kuntum a'daan faallafa bayna quloobikum faasbahtum bini'matihi ikhwanan wakuntum 'ala shafa hufratin mina alnnari faanqathakum minha kathalika yubayyinu Allahu lakum ayatihi la'allakum tahtadoona

और सब मिलकर अल्लाह की रस्सी को मज़बूती से पकड़ लो और विभेद में न पड़ो। और अल्लाह की उस कृपा को याद करो जो तुमपर हुई। जब तुम आपस में एक-दूसरे के शत्रु थे तो उसने तुम्हारे दिलों को परस्पर जोड़ दिया और तुम उसकी कृपा से भाई-भाई बन गए। तुम आग के एक गड्ढे के किनारे खड़े थे, तो अल्लाह ने उससे तुम्हें बचा लिया। इस प्रकार अल्लाह तुम्हारे लिए अपनी आयते खोल-खोलकर बयान करता है, ताकि तुम मार्ग पा लो

Tafseer (तफ़सीर )

وَلْتَكُن
और ज़रूर हो
مِّنكُمْ
तुम में से
أُمَّةٌ
एक गिरोह (के लोग)
يَدْعُونَ
जो दावत दें
إِلَى
तरफ़ ख़ैर के
ٱلْخَيْرِ
तरफ़ ख़ैर के
وَيَأْمُرُونَ
और जो हुक्म दें
بِٱلْمَعْرُوفِ
नेकी का
وَيَنْهَوْنَ
और जो रोकें
عَنِ
बुराई से
ٱلْمُنكَرِۚ
बुराई से
وَأُو۟لَٰٓئِكَ
और यही लोग हैं
هُمُ
वो
ٱلْمُفْلِحُونَ
जो फ़लाह पाने वाले हैं

Waltakun minkum ommatun yad'oona ila alkhayri wayamuroona bialma'roofi wayanhawna 'ani almunkari waolaika humu almuflihoona

और तुम्हें एक ऐसे समुदाय का रूप धारण कर लेना चाहिए जो नेकी की ओर बुलाए और भलाई का आदेश दे और बुराई से रोके। यही सफलता प्राप्त करनेवाले लोग है

Tafseer (तफ़सीर )

وَلَا
और ना
تَكُونُوا۟
तुम हो जाना
كَٱلَّذِينَ
उनकी तरह जो
تَفَرَّقُوا۟
फ़िरक़ा-फ़िरक़ा बन गए
وَٱخْتَلَفُوا۟
और उन्होंने इख़्तिलाफ़ किया
مِنۢ
बाद इसके
بَعْدِ
बाद इसके
مَا
जो
جَآءَهُمُ
आ गईं उनके पास
ٱلْبَيِّنَٰتُۚ
वाज़ेह निशानियाँ
وَأُو۟لَٰٓئِكَ
और यही लोग हैं
لَهُمْ
उनके लिए
عَذَابٌ
अज़ाब है
عَظِيمٌ
बहुत बड़ा

Wala takoonoo kaallatheena tafarraqoo waikhtalafoo min ba'di ma jaahumu albayyinatu waolaika lahum 'athabun 'atheemun

तुम उन लोगों की तरह न हो जाना जो विभेद में पड़ गए, और इसके पश्चात कि उनके पास खुली निशानियाँ आ चुकी थी, वे विभेद में पड़ गए। ये वही लोग है, जिनके लिए बड़ी (घोर) यातना है। (यह यातना उस दिन होगी)

Tafseer (तफ़सीर )

يَوْمَ
जिस दिन
تَبْيَضُّ
रोशन होंगे
وُجُوهٌ
कुछ चेहरे
وَتَسْوَدُّ
और स्याह होंगे
وُجُوهٌۚ
कुछ चेहरे
فَأَمَّا
तो रहे
ٱلَّذِينَ
वो लोग जो
ٱسْوَدَّتْ
स्याह होंगे
وُجُوهُهُمْ
चेहरे जिनके
أَكَفَرْتُم
क्या कुफ़्र किया तुमने
بَعْدَ
बाद
إِيمَٰنِكُمْ
अपने ईमान के
فَذُوقُوا۟
पस चखो
ٱلْعَذَابَ
अज़ाब को
بِمَا
बवजह उसके जो
كُنتُمْ
थे तुम
تَكْفُرُونَ
तुम कुफ़्र करते

Yawma tabyaddu wujoohun wataswaddu wujoohun faamma allatheena iswaddat wujoohuhum akafartum ba'da eemanikum fathooqoo al'athaba bima kuntum takfuroona

जिस दिन कितने ही चेहरे उज्ज्वल होंगे और कितने ही चेहरे काले पड़ जाएँगे, तो जिनके चेहेर काले पड़ गए होंगे (वे सदा यातना में ग्रस्त रहेंगे। खुली निशानियाँ आने का बाद जिन्होंने विभेद किया) उनसे कहा जाएगा, 'क्या तुमने ईमान के पश्चात इनकार की नीति अपनाई? तो लो अब उस इनकार के बदले में जो तुम करते रहे हो, यातना का मज़ा चखो।'

Tafseer (तफ़सीर )

وَأَمَّا
और रहे
ٱلَّذِينَ
वो जो
ٱبْيَضَّتْ
सफ़ेद होंगे
وُجُوهُهُمْ
चेहरे जिनके
فَفِى
तो रहमत में होंगे
رَحْمَةِ
तो रहमत में होंगे
ٱللَّهِ
अल्लाह की
هُمْ
वो
فِيهَا
उसमें
خَٰلِدُونَ
हमेशा रहने वाले हैं

Waamma allatheena ibyaddat wujoohuhum fafee rahmati Allahi hum feeha khalidoona

रहे वे लोग जिनके चेहरे उज्ज्वल होंगे, वे अल्लाह की दयालुता की छाया में होंगे। वे उसी में सदैव रहेंगे

Tafseer (तफ़सीर )

تِلْكَ
ये
ءَايَٰتُ
आयात हैं
ٱللَّهِ
अल्लाह की
نَتْلُوهَا
हम पढ़ रहे हैं उन्हें
عَلَيْكَ
आप पर
بِٱلْحَقِّۗ
साथ हक़ के
وَمَا
और नहीं
ٱللَّهُ
अल्लाह
يُرِيدُ
इरादा रखता
ظُلْمًا
किसी ज़ुल्म का
لِّلْعَٰلَمِينَ
जहान वालों के लिए

Tilka ayatu Allahi natlooha 'alayka bialhaqqi wama Allahu yureedu thulman lil'alameena

ये अल्लाह की आयतें है, जिन्हें हम हक़ के साथ तुम्हें सुना रहे है। अल्लाह संसारवालों पर किसी प्रकार का अत्याचार नहीं करना चाहता

Tafseer (तफ़सीर )

وَلِلَّهِ
और अल्लाह ही के लिए है
مَا
जो कुछ
فِى
आसमानों में है
ٱلسَّمَٰوَٰتِ
आसमानों में है
وَمَا
और जो कुछ
فِى
ज़मीन में है
ٱلْأَرْضِۚ
ज़मीन में है
وَإِلَى
और तरफ़ अल्लाह ही के
ٱللَّهِ
और तरफ़ अल्लाह ही के
تُرْجَعُ
लौटाए जाते हैं
ٱلْأُمُورُ
सब काम

Walillahi ma fee alssamawati wama fee alardi waila Allahi turja'u alomooru

आकाशों और धरती मे जो कुछ है अल्लाह ही का है, और सारे मामले अल्लाह ही की ओर लौटाए जाते है

Tafseer (तफ़सीर )

كُنتُمْ
हो तुम
خَيْرَ
बेहतरीन
أُمَّةٍ
उम्मत
أُخْرِجَتْ
निकाली गई हो
لِلنَّاسِ
लोगों के लिए
تَأْمُرُونَ
तुम हुक्म देते हो
بِٱلْمَعْرُوفِ
मारूफ़/अच्छाई का
وَتَنْهَوْنَ
और तुम रोकते हो
عَنِ
मुन्कर/बुराई से
ٱلْمُنكَرِ
मुन्कर/बुराई से
وَتُؤْمِنُونَ
और तुम ईमान लाते हो
بِٱللَّهِۗ
अल्लाह पर
وَلَوْ
और अगर
ءَامَنَ
ईमान लाते
أَهْلُ
अहले किताब
ٱلْكِتَٰبِ
अहले किताब
لَكَانَ
अलबत्ता होता
خَيْرًا
बेहतर
لَّهُمۚ
उनके लिए
مِّنْهُمُ
बाज़ उनके
ٱلْمُؤْمِنُونَ
मोमिन हैं
وَأَكْثَرُهُمُ
और अक्सर उनके
ٱلْفَٰسِقُونَ
फ़ासिक़ है

Kuntum khayra ommatin okhrijat lilnnasi tamuroona bialma'roofi watanhawna 'ani almunkari watuminoona biAllahi walaw amana ahlu alkitabi lakana khayran lahum minhumu almuminoona waaktharuhumu alfasiqoona

तुम एक उत्तम समुदाय हो, जो लोगों के समक्ष लाया गया है। तुम नेकी का हुक्म देते हो और बुराई से रोकते हो और अल्लाह पर ईमान रखते हो। और यदि किताबवाले भी ईमान लाते तो उनके लिए यह अच्छा होता। उनमें ईमानवाले भी हैं, किन्तु उनमें अधिकतर लोग अवज्ञाकारी ही हैं

Tafseer (तफ़सीर )