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فَمَنْ
तो जो कोई
حَآجَّكَ
झगड़ा करे आपसे
فِيهِ
उसमें
مِنۢ
बाद उसके
بَعْدِ
बाद उसके
مَا
जो
جَآءَكَ
आ गया आपके पास
مِنَ
इल्म में से
ٱلْعِلْمِ
इल्म में से
فَقُلْ
तो कह दीजिए
تَعَالَوْا۟
आओ
نَدْعُ
हम बुलाते हैं
أَبْنَآءَنَا
अपने बेटों को
وَأَبْنَآءَكُمْ
और तुम्हारे बेटों को
وَنِسَآءَنَا
और अपनी औरतों को
وَنِسَآءَكُمْ
और तुम्हारी औरतों को
وَأَنفُسَنَا
और हम ख़ुद
وَأَنفُسَكُمْ
और तुम ख़ुद
ثُمَّ
फिर
نَبْتَهِلْ
हम गिड़-गिड़ा कर दुआ करें
فَنَجْعَل
फिर हम करें
لَّعْنَتَ
लानत
ٱللَّهِ
अल्लाह की
عَلَى
झूठों पर
ٱلْكَٰذِبِينَ
झूठों पर

Faman hajjaka feehi min ba'di ma jaaka mina al'ilmi faqul ta'alaw nad'u abnaana waabnaakum wanisaana wanisaakum waanfusana waanfusakum thumma nabtahil fanaj'al la'nata Allahi 'ala alkathibeena

अब इसके पश्चात कि तुम्हारे पास ज्ञान आ चुका है, कोई तुमसे इस विषय में कुतर्क करे तो कह दो, 'आओ, हम अपने बेटों को बुला लें और तुम भी अपने बेटों को बुला लो, और हम अपनी स्त्रियों को बुला लें और तुम भी अपनी स्त्रियों को बुला लो, और हम अपने को और तुम अपने को ले आओ, फिर मिलकर प्रार्थना करें और झूठों पर अल्लाह की लानत भेजे।'

Tafseer (तफ़सीर )

إِنَّ
बेशक
هَٰذَا
ये
لَهُوَ
अलबत्ता वो
ٱلْقَصَصُ
क़िस्से हैं
ٱلْحَقُّۚ
जो सच्चे हैं
وَمَا
और नहीं
مِنْ
कोई इलाह (बरहक़)
إِلَٰهٍ
कोई इलाह (बरहक़)
إِلَّا
सिवाय
ٱللَّهُۚ
अल्लाह के
وَإِنَّ
और बेशक
ٱللَّهَ
अल्लाह
لَهُوَ
अलबत्ता वो
ٱلْعَزِيزُ
बहुत ज़बरदस्त है
ٱلْحَكِيمُ
ख़ूब हिकमत वाला है

Inna hatha lahuwa alqasasu alhaqqu wama min ilahin illa Allahu wainna Allaha lahuwa al'azeezu alhakeemu

निस्संदेह यही सच्चा बयान है और अल्लाह के अतिरिक्त कोई पूज्य नहीं। और अल्लाह ही प्रभुत्वशाली, तत्वदर्शी है

Tafseer (तफ़सीर )

فَإِن
फिर अगर
تَوَلَّوْا۟
वो मुँह फेर जाऐं
فَإِنَّ
तो बेशक
ٱللَّهَ
अल्लाह
عَلِيمٌۢ
ख़ूब जानने वाला है
بِٱلْمُفْسِدِينَ
फ़साद करने वालों को

Fain tawallaw fainna Allaha 'aleemun bialmufsideena

फिर यदि वे लोग मुँह मोड़े तो अल्लाह फ़सादियों को भली-भाँति जानता है

Tafseer (तफ़सीर )

قُلْ
कह दीजिए
يَٰٓأَهْلَ
ऐ अहले किताब
ٱلْكِتَٰبِ
ऐ अहले किताब
تَعَالَوْا۟
आओ
إِلَىٰ
तरफ़ एक कलमा के
كَلِمَةٍ
तरफ़ एक कलमा के
سَوَآءٍۭ
जो बराबर है
بَيْنَنَا
हमारे दर्मियान
وَبَيْنَكُمْ
और तुम्हारे दर्मियान
أَلَّا
कि ना
نَعْبُدَ
हम इबादत करें
إِلَّا
मगर
ٱللَّهَ
अल्लाह की
وَلَا
और ना
نُشْرِكَ
हम शरीक करें
بِهِۦ
साथ उसके
شَيْـًٔا
किसी चीज़ को
وَلَا
और ना
يَتَّخِذَ
बनाए
بَعْضُنَا
बाज़ तुम्हारा
بَعْضًا
बाज़ को
أَرْبَابًا
रब (मुख़्तलिफ़)
مِّن
सिवाय
دُونِ
सिवाय
ٱللَّهِۚ
अल्लाह के
فَإِن
फिर अगर
تَوَلَّوْا۟
वो मुँह फेर जाऐं
فَقُولُوا۟
तो कह दो
ٱشْهَدُوا۟
गवाह रहो
بِأَنَّا
कि बेशक हम तो
مُسْلِمُونَ
फ़रमाबरदार हैं

Qul ya ahla alkitabi ta'alaw ila kalimatin sawain baynana wabaynakum alla na'buda illa Allaha wala nushrika bihi shayan wala yattakhitha ba'duna ba'dan arbaban min dooni Allahi fain tawallaw faqooloo ishhadoo bianna muslimoona

कहो, 'ऐ किताबवालो! आओ एक ऐसी बात की ओर जिसे हमारे और तुम्हारे बीच समान मान्यता प्राप्त है; यह कि हम अल्लाह के अतिरिक्त किसी की बन्दगी न करें और न उसके साथ किसी चीज़ को साझी ठहराएँ और न परस्पर हममें से कोई एक-दूसरे को अल्लाह से हटकर रब बनाए।' फिर यदि वे मुँह मोड़े तो कह दो, 'गवाह रहो, हम तो मुस्लिम (आज्ञाकारी) है।'

Tafseer (तफ़सीर )

يَٰٓأَهْلَ
ऐ अहले किताब
ٱلْكِتَٰبِ
ऐ अहले किताब
لِمَ
क्यों
تُحَآجُّونَ
तुम झगड़ा करते हो
فِىٓ
इब्राहीम के बारे में
إِبْرَٰهِيمَ
इब्राहीम के बारे में
وَمَآ
हालाँकि नहीं
أُنزِلَتِ
उतारी गई
ٱلتَّوْرَىٰةُ
तौरात
وَٱلْإِنجِيلُ
और इन्जील
إِلَّا
मगर
مِنۢ
बाद उसके
بَعْدِهِۦٓۚ
बाद उसके
أَفَلَا
क्या भला नहीं
تَعْقِلُونَ
तुम अक़्ल रखते

Ya ahla alkitabi lima tuhajjoona fee ibraheema wama onzilati alttawratu waalinjeelu illa min ba'dihi afala ta'qiloona

'ऐ किताबवालो! तुम इबराहीम के विषय में हमसे क्यों झगड़ते हो? जबकि तौरात और इंजील तो उसके पश्चात उतारी गई है, तो क्या तुम समझ से काम नहीं लेते?

Tafseer (तफ़सीर )

هَٰٓأَنتُمْ
हाँ तुम
هَٰٓؤُلَآءِ
वो लोग हो
حَٰجَجْتُمْ
झगड़ा किया तुमने
فِيمَا
उस मामले में जो है
لَكُم
तुम्हारे लिए
بِهِۦ
जिसका
عِلْمٌ
कुछ इल्म
فَلِمَ
तो क्यों
تُحَآجُّونَ
तुम झगड़ते हो
فِيمَا
उस मामले में जो
لَيْسَ
नहीं है
لَكُم
तुम्हारे लिए
بِهِۦ
जिसका
عِلْمٌۚ
कोई इल्म
وَٱللَّهُ
और अल्लाह
يَعْلَمُ
जानता है
وَأَنتُمْ
और तुम
لَا
नहीं तुम जानते
تَعْلَمُونَ
नहीं तुम जानते

Haantum haolai hajajtum feema lakum bihi 'ilmun falima tuhajjoona feema laysa lakum bihi 'ilmun waAllahu ya'lamu waantum la ta'lamoona

'ये तुम लोग हो कि उसके विषय में वाद-विवाद कर चुके जिसका तुम्हें कुछ ज्ञान था। अब उसके विषय में क्यों वाद-विवाद करते हो, जिसके विषय में तुम्हें कुछ भी ज्ञान नहीं? अल्लाह जानता है, तुम नहीं जानते'

Tafseer (तफ़सीर )

مَا
ना
كَانَ
था
إِبْرَٰهِيمُ
इब्राहीम
يَهُودِيًّا
यहूदी
وَلَا
और ना
نَصْرَانِيًّا
नस्रानी
وَلَٰكِن
और लेकिन
كَانَ
था वो
حَنِيفًا
यकसू
مُّسْلِمًا
मुसलमान
وَمَا
और ना
كَانَ
था वो
مِنَ
मुशरिकों में से
ٱلْمُشْرِكِينَ
मुशरिकों में से

Ma kana ibraheemu yahoodiyyan wala nasraniyyan walakin kana haneefan musliman wama kana mina almushrikeena

इबराहीम न यहूदी था और न ईसाई, बल्कि वह तो एक ओर को होकर रहनेवाला मुस्लिम (आज्ञाकारी) था। वह कदापि मुशरिकों में से न था

Tafseer (तफ़सीर )

إِنَّ
बेशक
أَوْلَى
क़रीबतर
ٱلنَّاسِ
लोगों में से
بِإِبْرَٰهِيمَ
इब्राहीम के
لَلَّذِينَ
अलबत्ता वो हैं जिन्होंने
ٱتَّبَعُوهُ
पैरवी की उसकी
وَهَٰذَا
और ये
ٱلنَّبِىُّ
नबी
وَٱلَّذِينَ
और वो जो
ءَامَنُوا۟ۗ
ईमान लाए
وَٱللَّهُ
और अल्लाह
وَلِىُّ
दोस्त है
ٱلْمُؤْمِنِينَ
मोमिनों का

Inna awla alnnasi biibraheema lallatheena ittaba'oohu wahatha alnnabiyyu waallatheena amanoo waAllahu waliyyu almumineena

निस्संदेह इबराहीम से सबसे अधिक निकटता का सम्बन्ध रखनेवाले वे लोग है जिन्होंने उसका अनुसरण किया, और यह नबी और ईमानवाले लोग। और अल्लाह ईमानवालों को समर्थक एवं सहायक है

Tafseer (तफ़सीर )

وَدَّت
चाहा
طَّآئِفَةٌ
एक गिरोह ने
مِّنْ
अहले किताब में से
أَهْلِ
अहले किताब में से
ٱلْكِتَٰبِ
अहले किताब में से
لَوْ
काश
يُضِلُّونَكُمْ
वो गुमराह कर दें तुम्हें
وَمَا
और नहीं
يُضِلُّونَ
वो गुमराह करते
إِلَّآ
मगर
أَنفُسَهُمْ
अपने नफ़्सों को
وَمَا
और नहीं
يَشْعُرُونَ
वो शऊर रखते

Waddat taifatun min ahli alkitabi law yudilloonakum wama yudilloona illa anfusahum wama yash'uroona

किताबवालों में से एक गिरोह के लोगों की कामना है कि काश! वे तुम्हें पथभ्रष्ट कर सकें, जबकि वे केवल अपने-आपकों पथभ्रष्ट कर रहे है! किन्तु उन्हें इसका एहसास नहीं

Tafseer (तफ़सीर )

يَٰٓأَهْلَ
ऐ अहले किताब
ٱلْكِتَٰبِ
ऐ अहले किताब
لِمَ
क्यों
تَكْفُرُونَ
तुम कुफ़्र करते हो
بِـَٔايَٰتِ
अल्लाह की आयात का
ٱللَّهِ
अल्लाह की आयात का
وَأَنتُمْ
हालाँकि तुम
تَشْهَدُونَ
तुम गवाह हो

Ya ahla alkitabi lima takfuroona biayati Allahi waantum tashhadoona

ऐ किताबवालों! तुम अल्लाह की आयतों का इनकार क्यों करते हो, जबकि तुम स्वयं गवाह हो?

Tafseer (तफ़सीर )