Qaf waalqurani almajeedi
क़ाफ़॰; गवाह है क़ुरआन मजीद! -
Bal 'ajiboo an jaahum munthirun minhum faqala alkafiroona hatha shayon 'ajeebun
बल्कि उन्हें तो इस बात पर आश्चर्य हुआ कि उनके पास उन्हीं में से एक सावधान करनेवाला आ गया। फिर इनकार करनेवाले कहने लगे, 'यह तो आश्चर्य की बात है
Aitha mitna wakunna turaban thalika raj'un ba'eedun
'क्या जब हम मर जाएँगे और मिट्टी हो जाएँगे (तो फिर हम जीवि होकर पलटेंगे)? यह पलटना तो बहुत दूर की बात है!'
Qad 'alimna ma tanqusu alardu minhum wa'indana kitabun hafeethun
हम जानते है कि धरती उनमें जो कुछ कमी करती है और हमारे पास सुरक्षित रखनेवाली एक किताब भी है
Bal kaththaboo bialhaqqi lamma jaahum fahum fee amrin mareejin
बल्कि उन्होंने सत्य को झुठला दिया जब वह उनके पास आया। अतः वे एक उलझन भी बात में पड़े हुए है
Afalam yanthuroo ila alssamai fawqahum kayfa banaynaha wazayyannaha wama laha min furoojin
अच्छा तो क्या उन्होंने अपने ऊपर आकाश को नहीं देखा, हमने उसे कैसा बनाया और उसे सजाया। और उसमें कोई दरार नहीं
Waalarda madadnaha waalqayna feeha rawasiya waanbatna feeha min kulli zawjin baheejin
और धरती को हमने फैलाया और उसमे अटल पहाड़ डाल दिए। और हमने उसमें हर प्रकार की सुन्दर चीज़े उगाई,
Tabsiratan wathikra likulli 'abdin muneebin
आँखें खोलने और याद दिलाने के उद्देश्य से, हर बन्दे के लिए जो रुजू करनेवाला हो
Wanazzalna mina alssamai maan mubarakan faanbatna bihi jannatin wahabba alhaseedi
और हमने आकाश से बरकतवाला पानी उतारा, फिर उससे बाग़ और फ़सल के अनाज।
Waalnnakhla basiqatin laha tal'un nadeedun
और ऊँचे-ऊँचे खजूर के वृक्ष उगाए जिनके गुच्छे तह पर तह होते है,
القرآن الكريم: | ق |
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आयत सजदा (سجدة): | - |
सूरा (latin): | Qaf |
सूरा: | 50 |
कुल आयत: | 45 |
कुल शब्द: | 357 |
कुल वर्ण: | 1494 |
रुकु: | 3 |
वर्गीकरण: | मक्कन सूरा |
Revelation Order: | 34 |
से शुरू आयत: | 4630 |