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bismillah

قٓۚ
ق
وَٱلْقُرْءَانِ
क़सम है क़ुरआन की
ٱلْمَجِيدِ
जो बड़ी शान वाला है

Qaf waalqurani almajeedi

क़ाफ़॰; गवाह है क़ुरआन मजीद! -

Tafseer (तफ़सीर )

بَلْ
बल्कि
عَجِبُوٓا۟
उन्हें ताअज्जुब हुआ
أَن
कि
جَآءَهُم
आ गया उनके पास
مُّنذِرٌ
एक डराने वाला
مِّنْهُمْ
उन्हीं में से
فَقَالَ
तो कहा
ٱلْكَٰفِرُونَ
काफ़िरों ने
هَٰذَا
ये
شَىْءٌ
एक चीज़ है
عَجِيبٌ
अजीब

Bal 'ajiboo an jaahum munthirun minhum faqala alkafiroona hatha shayon 'ajeebun

बल्कि उन्हें तो इस बात पर आश्चर्य हुआ कि उनके पास उन्हीं में से एक सावधान करनेवाला आ गया। फिर इनकार करनेवाले कहने लगे, 'यह तो आश्चर्य की बात है

Tafseer (तफ़सीर )

أَءِذَا
क्या जब
مِتْنَا
मर जाऐंगे हम
وَكُنَّا
और हो जाऐंगे हम
تُرَابًاۖ
मिट्टी
ذَٰلِكَ
ये
رَجْعٌۢ
पलटना है
بَعِيدٌ
बहुत दूर का

Aitha mitna wakunna turaban thalika raj'un ba'eedun

'क्या जब हम मर जाएँगे और मिट्टी हो जाएँगे (तो फिर हम जीवि होकर पलटेंगे)? यह पलटना तो बहुत दूर की बात है!'

Tafseer (तफ़सीर )

قَدْ
तहक़ीक़
عَلِمْنَا
जान लिया हमने
مَا
जो
تَنقُصُ
कम करती है
ٱلْأَرْضُ
ज़मीन
مِنْهُمْۖ
उनमें से
وَعِندَنَا
और हमारे पास
كِتَٰبٌ
एक किताब है
حَفِيظٌۢ
ख़ूब हिफ़ाज़त करने वाली

Qad 'alimna ma tanqusu alardu minhum wa'indana kitabun hafeethun

हम जानते है कि धरती उनमें जो कुछ कमी करती है और हमारे पास सुरक्षित रखनेवाली एक किताब भी है

Tafseer (तफ़सीर )

بَلْ
बल्कि
كَذَّبُوا۟
उन्होंने झुठलाया
بِٱلْحَقِّ
हक़ को
لَمَّا
जब
جَآءَهُمْ
वो आ गया उनके पास
فَهُمْ
तो वो
فِىٓ
एक मामले में है
أَمْرٍ
एक मामले में है
مَّرِيجٍ
उलझे हुए

Bal kaththaboo bialhaqqi lamma jaahum fahum fee amrin mareejin

बल्कि उन्होंने सत्य को झुठला दिया जब वह उनके पास आया। अतः वे एक उलझन भी बात में पड़े हुए है

Tafseer (तफ़सीर )

أَفَلَمْ
क्या भला नहीं
يَنظُرُوٓا۟
उन्होंने देखा
إِلَى
तरफ़ आसमान के
ٱلسَّمَآءِ
तरफ़ आसमान के
فَوْقَهُمْ
अपने ऊपर
كَيْفَ
किस तरह
بَنَيْنَٰهَا
बनाया हमने उसे
وَزَيَّنَّٰهَا
और मुज़य्यन किया हमने उसे
وَمَا
और नहीं है
لَهَا
उसमें
مِن
कोई शगाफ़
فُرُوجٍ
कोई शगाफ़

Afalam yanthuroo ila alssamai fawqahum kayfa banaynaha wazayyannaha wama laha min furoojin

अच्छा तो क्या उन्होंने अपने ऊपर आकाश को नहीं देखा, हमने उसे कैसा बनाया और उसे सजाया। और उसमें कोई दरार नहीं

Tafseer (तफ़सीर )

وَٱلْأَرْضَ
और ज़मीन
مَدَدْنَٰهَا
फैलाया हमने उसे
وَأَلْقَيْنَا
और डाले हमने
فِيهَا
उसमें
رَوَٰسِىَ
पहाड़
وَأَنۢبَتْنَا
और उगाए हमने
فِيهَا
उसमें
مِن
हर क़िस्म के
كُلِّ
हर क़िस्म के
زَوْجٍۭ
जोड़े
بَهِيجٍ
बारौनक़

Waalarda madadnaha waalqayna feeha rawasiya waanbatna feeha min kulli zawjin baheejin

और धरती को हमने फैलाया और उसमे अटल पहाड़ डाल दिए। और हमने उसमें हर प्रकार की सुन्दर चीज़े उगाई,

Tafseer (तफ़सीर )

تَبْصِرَةً
बतौर बसीरत
وَذِكْرَىٰ
और नसीहत
لِكُلِّ
वास्ते हर बन्दे
عَبْدٍ
वास्ते हर बन्दे
مُّنِيبٍ
रुजूअ करने वाले के

Tabsiratan wathikra likulli 'abdin muneebin

आँखें खोलने और याद दिलाने के उद्देश्य से, हर बन्दे के लिए जो रुजू करनेवाला हो

Tafseer (तफ़सीर )

وَنَزَّلْنَا
और उतारा हमने
مِنَ
आसमान से
ٱلسَّمَآءِ
आसमान से
مَآءً
पानी
مُّبَٰرَكًا
बरकत वाला
فَأَنۢبَتْنَا
फिर उगाए हमने
بِهِۦ
साथ उसके
جَنَّٰتٍ
बाग़ात
وَحَبَّ
और अनाज
ٱلْحَصِيدِ
कटी हुई खेती के

Wanazzalna mina alssamai maan mubarakan faanbatna bihi jannatin wahabba alhaseedi

और हमने आकाश से बरकतवाला पानी उतारा, फिर उससे बाग़ और फ़सल के अनाज।

Tafseer (तफ़सीर )

وَٱلنَّخْلَ
और खजूर के दरख़्त
بَاسِقَٰتٍ
बुलन्द व बाला
لَّهَا
उनके लिए
طَلْعٌ
ख़ोशे हैं
نَّضِيدٌ
तह ब तह/ऊपर नीचे

Waalnnakhla basiqatin laha tal'un nadeedun

और ऊँचे-ऊँचे खजूर के वृक्ष उगाए जिनके गुच्छे तह पर तह होते है,

Tafseer (तफ़सीर )
कुरान की जानकारी :
काफ
القرآن الكريم:ق
आयत सजदा (سجدة):-
सूरा (latin):Qaf
सूरा:50
कुल आयत:45
कुल शब्द:357
कुल वर्ण:1494
रुकु:3
वर्गीकरण:मक्कन सूरा
Revelation Order:34
से शुरू आयत:4630