Alhamdu lillahi allathee khalaqa alssamawati waalarda waja'ala alththulumati waalnnoora thumma allatheena kafaroo birabbihim ya'diloona
प्रशंसा अल्लाह के लिए है, जिसने आकाशों और धरती को पैदा किया और अँधरों और उजाले का विधान किया; फिर भी इनकार करनेवाले लोग दूसरों को अपने रब के समकक्ष ठहराते है
Huwa allathee khalaqakum min teenin thumma qada ajalan waajalun musamman 'indahu thumma antum tamtaroona
वही है जिसने तुम्हें मिट्टी से पैदा किया, फिर (जीवन की) एक अवधि निश्चित कर दी और उसके यहाँ (क़ियामत की) एक अवधि और निश्चित है; फिर भी तुम संदेह करते हो!
Wahuwa Allahu fee alssamawati wafee alardi ya'lamu sirrakum wajahrakum waya'lamu ma taksiboona
वही अल्लाह है, आकाशों में भी और धरती में भी। वह तुम्हारी छिपी और तुम्हारी खुली बातों को जानता है, और जो कुछ तुम कमाते हो, वह उससे भी अवगत है
Wama tateehim min ayatin min ayati rabbihim illa kanoo 'anha mu'rideena
हाल यह है कि उनके रब की निशानियों में से कोई निशानी भी उनके पास ऐसी नहीं आई, जिससे उन्होंने मुँह न मोड़ लिया हो
Faqad kaththaboo bialhaqqi lamma jaahum fasawfa yateehim anbao ma kanoo bihi yastahzioona
उन्होंने सत्य को झुठला दिया, जबकि वह उनके पास आया। अतः जिस चीज़ को वे हँसी उड़ाते रहे हैं, जल्द ही उसके सम्बन्ध में उन्हें ख़बरे मिल जाएगी
Alam yaraw kam ahlakna min qablihim min qarnin makkannahum fee alardi ma lam numakkin lakum waarsalna alssamaa 'alayhim midraran waja'alna alanhara tajree min tahtihim faahlaknahum bithunoobihim waanshana min ba'dihim qarnan akhareena
क्या उन्होंने नहीं देखा कि उनसे पहले कितने ही गिरोहों को हम विनष्ट कर चुके है। उन्हें हमने धरती में ऐसा जमाव प्रदान किया था, जो तुम्हें नहीं प्रदान किया। और उनपर हमने आकाश को ख़ूब बरसता छोड़ दिया और उनके नीचे नहरें बहाई। फिर हमने आकाश को ख़ूब बरसता छोड़ दिया और उनके नीचे नहरें बहाई। फिर हमने उन्हें उनके गुनाहों के कारण विनष्ट़ कर दिया और उनके पश्चात दूसरे गिरोहों को उठाया
Walaw nazzalna 'alayka kitaban fee qirtasin falamasoohu biaydeehim laqala allatheena kafaroo in hatha illa sihrun mubeenun
और यदि हम तुम्हारे ऊपर काग़ज़ में लिखी-लिखाई किताब भी उतार देते और उसे लोग अपने हाथों से छू भी लेते तब भी, जिन्होंने इनकार किया है, वे यही कहते, 'यह तो बस एक खुला जादू हैं।'
Waqaloo lawla onzila 'alayhi malakun walaw anzalna malakan laqudiya alamru thumma la yuntharoona
उनका तो कहना है, 'इस (नबी) पर कोई फ़रिश्ता (खुले रूप में) क्यों नहीं उतारा गया?' हालाँकि यदि हम फ़रिश्ता उतारते तो फ़ैसला हो चुका होता। फिर उन्हें कोई मुहल्लत न मिलती
Walaw ja'alnahu malakan laja'alnahu rajulan walalabasna 'alayhim ma yalbisoona
यह बात भी है कि यदि हम उसे (नबी को) फ़रिश्ता बना देते तो उसे आदमी ही (के रूप का) बनाते। इस प्रकार उन्हें उसी सन्देह में डाल देते, जिस सन्देह में वे इस समय पड़े हुए है
Walaqadi istuhzia birusulin min qablika fahaqa biallatheena sakhiroo minhum ma kanoo bihi yastahzioona
तुमसे पहले कितने ही रसूलों की हँसी उड़ाई जा चुकी है। अन्ततः जिन लोगों ने उनकी हँसी उड़ाई थी, उन्हें उसी न आ घेरा जिस बात पर वे हँसी उड़ाते थे
القرآن الكريم: | الأنعام |
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आयत सजदा (سجدة): | - |
सूरा (latin): | Al-An'am |
सूरा: | 6 |
कुल आयत: | 165 |
कुल शब्द: | 3100 |
कुल वर्ण: | 12935 |
रुकु: | 20 |
वर्गीकरण: | मक्कन सूरा |
Revelation Order: | 55 |
से शुरू आयत: | 789 |