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بَلْ
बल्कि
إِيَّاهُ
सिर्फ़ उसी को
تَدْعُونَ
तुम पुकारोगे
فَيَكْشِفُ
फिर वो खोल देगा
مَا
उसे जो
تَدْعُونَ
तुम पुकारोगे
إِلَيْهِ
तरफ़ उसके
إِن
अगर
شَآءَ
वो चाहे
وَتَنسَوْنَ
और तुम भूल जाओगे
مَا
जिन्हें
تُشْرِكُونَ
तुम शरीक ठहराते हो

Bal iyyahu tad'oona fayakshifu ma tad'oona ilayhi in shaa watansawna ma tushrikoona

'बल्कि तुम उसी को पुकारते हो - फिर जिसके लिए तुम उसे पुकारते हो, वह चाहता है तो उसे दूर कर देता है - और उन्हें भूल जाते हो जिन्हें साझीदार ठहराते हो।'

Tafseer (तफ़सीर )

وَلَقَدْ
और अलबत्ता तहक़ीक़
أَرْسَلْنَآ
भेजा हमने
إِلَىٰٓ
तरफ़ उम्मतों के
أُمَمٍ
तरफ़ उम्मतों के
مِّن
आप से क़ब्ल
قَبْلِكَ
आप से क़ब्ल
فَأَخَذْنَٰهُم
पस पकड़ लिया हमने उन्हें
بِٱلْبَأْسَآءِ
साथ तंगी
وَٱلضَّرَّآءِ
और तकलीफ़ के
لَعَلَّهُمْ
शायद कि वो
يَتَضَرَّعُونَ
वो आजिज़ी करें

Walaqad arsalna ila omamin min qablika faakhathnahum bialbasai waalddarrai la'allahum yatadarra'oona

तुमसे पहले कितने ही समुदायों की ओर हमने रसूल भेजे कि उन्हें तंगियों और मुसीबतों में डाला, ताकि वे विनम्र हों

Tafseer (तफ़सीर )

فَلَوْلَآ
फिर क्यूँ ना
إِذْ
जब
جَآءَهُم
आया उनके पास
بَأْسُنَا
अज़ाब हमारा
تَضَرَّعُوا۟
उन्होंने आजिज़ी की
وَلَٰكِن
और लेकिन
قَسَتْ
सख़्त हो गए
قُلُوبُهُمْ
दिल उनके
وَزَيَّنَ
और मुज़य्यन कर दिया
لَهُمُ
उनके लिए
ٱلشَّيْطَٰنُ
शैतान ने
مَا
जो
كَانُوا۟
थे वो
يَعْمَلُونَ
वो अमल करते

Falawla ith jaahum basuna tadarra'oo walakin qasat quloobuhum wazayyana lahumu alshshaytanu ma kanoo ya'maloona

जब हमारी ओर से उनपर सख्ती आई तो फिर क्यों न विनम्र हुए? परन्तु उनके हृदय तो कठोर हो गए थे और जो कुछ वे करते थे शैतान ने उसे उनके लिए मोहक बना दिया

Tafseer (तफ़सीर )

فَلَمَّا
फिर जब
نَسُوا۟
वो भूल गए
مَا
जो कुछ
ذُكِّرُوا۟
वो नसीहत किए गए थे
بِهِۦ
जिसकी
فَتَحْنَا
खोल दिए हमने
عَلَيْهِمْ
उन पर
أَبْوَٰبَ
दरवाज़े
كُلِّ
हर
شَىْءٍ
चीज़ के
حَتَّىٰٓ
यहाँ तक कि
إِذَا
जब
فَرِحُوا۟
वो ख़ुश हो गए
بِمَآ
उस पर जो
أُوتُوٓا۟
वो दिए गए थे
أَخَذْنَٰهُم
पकड़ लिया हमने उन्हें
بَغْتَةً
अचानक
فَإِذَا
तो उस वक़्त
هُم
वो
مُّبْلِسُونَ
मायूस होने वाले थे

Falamma nasoo ma thukkiroo bihi fatahna 'alayhim abwaba kulli shayin hatta itha farihoo bima ootoo akhathnahum baghtatan faitha hum mublisoona

फिर जब उसे उन्होंने भुला दिया जो उन्हें याद दिलाई गई थी, तो हमने उनपर हर चीज़ के दरवाज़े खोल दिए; यहाँ तक कि जो कुछ उन्हें मिला था, जब वे उसमें मग्न हो गए तो अचानक हमने उन्हें पकड़ लिया, तो क्या देखते है कि वे बिल्कुल निराश होकर रह गए

Tafseer (तफ़सीर )

فَقُطِعَ
पस काट दी गई
دَابِرُ
जड़
ٱلْقَوْمِ
उस क़ौम की
ٱلَّذِينَ
जिन्होंने
ظَلَمُوا۟ۚ
ज़ुल्म किया
وَٱلْحَمْدُ
और सब तारीफ़
لِلَّهِ
अल्लाह के लिए है
رَبِّ
जो रब है
ٱلْعَٰلَمِينَ
तमाम जहानों का

Faquti'a dabiru alqawmi allatheena thalamoo waalhamdu lillahi rabbi al'alameena

इस प्रकार अत्याचारी लोगों की जड़ काटकर रख दी गई। प्रशंसा अल्लाह ही के लिए है, जो सारे संसार का रब है

Tafseer (तफ़सीर )

قُلْ
कह दीजिए
أَرَءَيْتُمْ
क्या ग़ौर किया तुमने
إِنْ
अगर
أَخَذَ
ले जाए
ٱللَّهُ
अल्लाह
سَمْعَكُمْ
कान तुम्हारे
وَأَبْصَٰرَكُمْ
और आँखें तुम्हारी
وَخَتَمَ
और वो मोहर लगा दे
عَلَىٰ
तुम्हारे दिलों पर
قُلُوبِكُم
तुम्हारे दिलों पर
مَّنْ
कौन है
إِلَٰهٌ
इलाह
غَيْرُ
सिवाय
ٱللَّهِ
अल्लाह के
يَأْتِيكُم
जो लाए तुम्हारे पास
بِهِۗ
उसे
ٱنظُرْ
देखो
كَيْفَ
किस तरह
نُصَرِّفُ
हम फेर-फेर कर लाते हैं
ٱلْءَايَٰتِ
आयात को
ثُمَّ
फिर
هُمْ
वो
يَصْدِفُونَ
वो ऐराज़ करते हैं

Qul araaytum in akhatha Allahu sam'akum waabsarakum wakhatama 'ala quloobikum man ilahun ghayru Allahi yateekum bihi onthur kayfa nusarrifu alayati thumma hum yasdifoona

कहो, 'क्या तुमने यह भी सोचा कि यदि अल्लाह तुम्हारे सुनने की और तुम्हारी देखने की शक्ति छीन ले और तुम्हारे दिलों पर ठप्पा लगा दे, तो अल्लाह के सिवा कौन पूज्य है जो तुम्हें ये चीज़े लाकर दे?' देखो, किस प्रकार हम तरह-तरह से अपनी निशानियाँ बयान करते है! फिर भी वे किनारा ही खींचते जाते है

Tafseer (तफ़सीर )

قُلْ
कह दीजिए
أَرَءَيْتَكُمْ
क्या ग़ौर किया तुमने
إِنْ
अगर
أَتَىٰكُمْ
आए तुम्हारे पास
عَذَابُ
अज़ाब
ٱللَّهِ
अल्लाह का
بَغْتَةً
अचानक
أَوْ
या
جَهْرَةً
ऐलानिया
هَلْ
नहीं
يُهْلَكُ
हलाक किए जाऐंगे
إِلَّا
मगर
ٱلْقَوْمُ
लोग
ٱلظَّٰلِمُونَ
जो ज़ालिम हैं

Qul araaytakum in atakum 'athabu Allahi baghtatan aw jahratan hal yuhlaku illa alqawmu alththalimoona

कहो, 'क्या तुमने यह भी सोचा कि यदि तुमपर अचानक या प्रत्यक्षतः अल्लाह की यातना आ जाए, तो क्या अत्याचारी लोगों के सिवा कोई और विनष्ट होगा?'

Tafseer (तफ़सीर )

وَمَا
और नहीं
نُرْسِلُ
हम भेजते
ٱلْمُرْسَلِينَ
रसूलों को
إِلَّا
मगर
مُبَشِّرِينَ
ख़ुशख़बरी देने वाले
وَمُنذِرِينَۖ
और डराने वाले (बनाकर)
فَمَنْ
पस जो कोई
ءَامَنَ
ईमान लाया
وَأَصْلَحَ
और उसने इस्लाह कर ली
فَلَا
तो ना
خَوْفٌ
कोई ख़ौफ़ होगा
عَلَيْهِمْ
उन पर
وَلَا
और ना
هُمْ
वो
يَحْزَنُونَ
वो ग़मगीन होंगे

Wama nursilu almursaleena illa mubashshireena wamunthireena faman amana waaslaha fala khawfun 'alayhim wala hum yahzanoona

हम रसूलों को केवल शुभ-सूचना देनेवाले और सचेतकर्ता बनाकर भेजते रहे है। फिर जो ईमान लाए और सुधर जाए, तो ऐसे लोगों के लिए न कोई भय है और न वे कभी दुखी होंगे

Tafseer (तफ़सीर )

وَٱلَّذِينَ
और वो जिन्होंने
كَذَّبُوا۟
झुठलाया
بِـَٔايَٰتِنَا
हमारी आयात को
يَمَسُّهُمُ
छुऐगा उन्हें
ٱلْعَذَابُ
अज़ाब
بِمَا
बवजह उसके जो
كَانُوا۟
थे वो
يَفْسُقُونَ
वो नाफ़रमानी करते

Waallatheena kaththaboo biayatina yamassuhumu al'athabu bima kanoo yafsuqoona

रहे वे लोग, जिन्होंने हमारी आयतों को झुठलाया, उन्हें यातना पहुँचकर रहेगी, क्योंकि वे अवज्ञा करते रहे है

Tafseer (तफ़सीर )

قُل
कह दीजिए
لَّآ
नहीं मैं कहता
أَقُولُ
नहीं मैं कहता
لَكُمْ
तुमसे
عِندِى
मेरे पास
خَزَآئِنُ
ख़ज़ाने हैं
ٱللَّهِ
अल्लाह के
وَلَآ
और नहीं
أَعْلَمُ
मै जानता
ٱلْغَيْبَ
ग़ैब को
وَلَآ
और नहीं
أَقُولُ
मैं कहता
لَكُمْ
तुमसे
إِنِّى
बेशक मैं
مَلَكٌۖ
फ़रिश्ता हूँ
إِنْ
नहीं
أَتَّبِعُ
मैं पैरवी करता
إِلَّا
मगर
مَا
उसकी जो
يُوحَىٰٓ
वही की जाती है
إِلَىَّۚ
तरफ़ मेरे
قُلْ
कह दीजिए
هَلْ
क्या
يَسْتَوِى
बराबर हो सकता है
ٱلْأَعْمَىٰ
अँधा
وَٱلْبَصِيرُۚ
और देखने वाला
أَفَلَا
क्या फिर नहीं
تَتَفَكَّرُونَ
तुम ग़ौरो फ़िक्र करते

Qul la aqoolu lakum 'indee khazainu Allahi wala a'lamu alghayba wala aqoolu lakum innee malakun in attabi'u illa ma yooha ilayya qul hal yastawee ala'ma waalbaseeru afala tatafakkaroona

कह दो, 'मैं तुमसे यह नहीं कहता कि मेरे पास अल्लाह के ख़ज़ाने है, और न मैं परोक्ष का ज्ञान रखता हूँ, और न मैं तुमसे कहता हूँ कि मैं कोई फ़रिश्ता हूँ। मैं तो बस उसी का अनुपालन करता हूँ जो मेरी ओर वह्यं की जाती है।' कहो, 'क्या अंधा और आँखोंवाला दोनों बराबर हो जाएँगे? क्या तुम सोच-विचार से काम नहीं लेते?'

Tafseer (तफ़सीर )