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وَٱلَّذِينَ
और वो जिन्होंने
هَاجَرُوا۟
हिजरत की
فِى
अल्लाह की राह में
ٱللَّهِ
अल्लाह की राह में
مِنۢ
बाद इसके
بَعْدِ
बाद इसके
مَا
जो
ظُلِمُوا۟
वो ज़ुल्म किए गए
لَنُبَوِّئَنَّهُمْ
अलबत्ता ज़रूर ठिकाना देंगे उन्हें
فِى
दुनिया में
ٱلدُّنْيَا
दुनिया में
حَسَنَةًۖ
अच्छा
وَلَأَجْرُ
और यक़ीनन अज्र
ٱلْءَاخِرَةِ
आख़िरत का
أَكْبَرُۚ
सबसे बड़ा है
لَوْ
काश
كَانُوا۟
होते वो
يَعْلَمُونَ
वो जानते

Waallatheena hajaroo fee Allahi min ba'di ma thulimoo lanubawwiannahum fee alddunya hasanatan walaajru alakhirati akbaru law kanoo ya'lamoona

और जिन लोगों ने इसके पश्चात कि उनपर ज़ुल्म ढाया गया था अल्लाह के लिए घर-बार छोड़ा उन्हें हम दुनिया में भी अच्छा ठिकाना देंगे और आख़िरत का प्रतिदान तो बहुत बड़ा है। क्या ही अच्छा होता कि वे जानते

Tafseer (तफ़सीर )

ٱلَّذِينَ
वो जिन्होंने
صَبَرُوا۟
सब्र किया
وَعَلَىٰ
और अपने रब पर ही
رَبِّهِمْ
और अपने रब पर ही
يَتَوَكَّلُونَ
वो भरोसा करते हैं

Allatheena sabaroo wa'ala rabbihim yatawakkaloona

ये वे लोग है जो जमे रहे और वे अपने रब पर भरोसा रखते है

Tafseer (तफ़सीर )

وَمَآ
और नहीं
أَرْسَلْنَا
भेजा हमने
مِن
आपसे पहले
قَبْلِكَ
आपसे पहले
إِلَّا
मगर
رِجَالًا
मर्दों को
نُّوحِىٓ
हम वही करते थे
إِلَيْهِمْۚ
तरफ़ उनके
فَسْـَٔلُوٓا۟
पस पूछलो
أَهْلَ
अहले इल्म से
ٱلذِّكْرِ
अहले इल्म से
إِن
अगर
كُنتُمْ
हो तुम
لَا
नहीं तुम जानते
تَعْلَمُونَ
नहीं तुम जानते

Wama arsalna min qablika illa rijalan noohee ilayhim faisaloo ahla alththikri in kuntum la ta'lamoona

हमने तुमसे पहले भी पुरुषों ही को रसूल बनाकर भेजा था - जिनकी ओर हम प्रकाशना करते रहे है। यदि तुम नहीं जानते तो अनुस्मृतिवालों से पूछ लो

Tafseer (तफ़सीर )

بِٱلْبَيِّنَٰتِ
साथ वाज़ेह दलाइल
وَٱلزُّبُرِۗ
और सहीफ़ों के
وَأَنزَلْنَآ
और नाज़िल किया हमने
إِلَيْكَ
तरफ़ आपके
ٱلذِّكْرَ
ज़िक्र को
لِتُبَيِّنَ
ताकि आप वाज़ेह करें
لِلنَّاسِ
लोंगों के लिए
مَا
जो कुछ
نُزِّلَ
नाज़िल किया गया
إِلَيْهِمْ
तरफ़ उनके
وَلَعَلَّهُمْ
और ताकि वो
يَتَفَكَّرُونَ
वो ग़ौरो फ़िक्र करें

Bialbayyinati waalzzuburi waanzalna ilayka alththikra litubayyina lilnnasi ma nuzzila ilayhim wala'allahum yatafakkaroona

स्पष्ट प्रमाणों और ज़बूरों (किताबों) के साथ। और अब यह अनुस्मृति तुम्हारी ओर हमने अवतरित की, ताकि तुम लोगों के समक्ष खोल-खोलकर बयान कर दो जो कुछ उनकी ओर उतारा गया है और ताकि वे सोच-विचार करें

Tafseer (तफ़सीर )

أَفَأَمِنَ
क्या फिर बेख़ौफ़ होगए
ٱلَّذِينَ
वो जिन्होंने
مَكَرُوا۟
चालें चलीं
ٱلسَّيِّـَٔاتِ
बुरी
أَن
कि
يَخْسِفَ
धंसादे
ٱللَّهُ
अल्लाह
بِهِمُ
उन्हें
ٱلْأَرْضَ
ज़मीन में
أَوْ
या
يَأْتِيَهُمُ
आजाए उनके पास
ٱلْعَذَابُ
अज़ाब
مِنْ
जहाँ से
حَيْثُ
जहाँ से
لَا
नहीं वो शऊर रखते
يَشْعُرُونَ
नहीं वो शऊर रखते

Afaamina allatheena makaroo alssayyiati an yakhsifa Allahu bihimu alarda aw yatiyahumu al'athabu min haythu la yash'uroona

फिर क्या वे लोग जो ऐसी बुरी-बुरी चालें चल रहे है, इस बात से निश्चिन्त हो गए है कि अल्लाह उन्हें धरती में धँसा दे या ऐसे मौके से उनपर यातना आ जाए जिसका उन्हें एहसास तक न हो?

Tafseer (तफ़सीर )

أَوْ
या
يَأْخُذَهُمْ
वो पकड़ ले उन्हें
فِى
उनके चलने-फिरने में
تَقَلُّبِهِمْ
उनके चलने-फिरने में
فَمَا
तो नहीं
هُم
वो
بِمُعْجِزِينَ
आजिज़ करने वाले

Aw yakhuthahum fee taqallubihim fama hum bimu'jizeena

या उन्हें चलते-फिरते ही पकड़ ले, वे क़ाबू से बाहर निकल जानेवाले तो है नहीं?

Tafseer (तफ़सीर )

أَوْ
या
يَأْخُذَهُمْ
वो पकड़ले उन्हें
عَلَىٰ
ख़ौफ़ज़दा होने पर
تَخَوُّفٍ
ख़ौफ़ज़दा होने पर
فَإِنَّ
तो बेशक
رَبَّكُمْ
रब तुम्हारा
لَرَءُوفٌ
अलबत्ता शफ़क़त करने वाला है
رَّحِيمٌ
निहायत रहम करने वाला है

Aw yakhuthahum 'ala takhawwufin fainna rabbakum laraoofun raheemun

क्या अल्लाह की पैदा की हुई किसी चीज़ को उन्होंने देखा नहीं कि किस प्रकार उसकी परछाइयाँ अल्लाह को सजदा करती और विनम्रता दिखाती हुई दाएँ और बाएँ ढलती है?

Tafseer (तफ़सीर )

أَوَلَمْ
क्या भला नहीं
يَرَوْا۟
वो देखते
إِلَىٰ
तरफ़ उसके जो
مَا
तरफ़ उसके जो
خَلَقَ
पैदा की
ٱللَّهُ
अल्लाह ने
مِن
कोई भी चीज़
شَىْءٍ
कोई भी चीज़
يَتَفَيَّؤُا۟
झुकते हैं
ظِلَٰلُهُۥ
साए उसके
عَنِ
दाऐं से
ٱلْيَمِينِ
दाऐं से
وَٱلشَّمَآئِلِ
और बाऐं से
سُجَّدًا
सजदा करते हुए
لِّلَّهِ
अल्लाह के लिए
وَهُمْ
इस हाल में कि वो
دَٰخِرُونَ
आजिज़ करने वाले हैं

Awa lam yaraw ila ma khalaqa Allahu min shayin yatafayyao thilaluhu 'ani alyameeni waalshshamaili sujjadan lillahi wahum dakhiroona

या वह उन्हें त्रस्त अवस्था में पकड़ ले? किन्तु तुम्हारा रब तो बड़ा ही करुणामय, दयावान है

Tafseer (तफ़सीर )

وَلِلَّهِ
और अल्लाह ही के लिए
يَسْجُدُ
सजदा करते हैं
مَا
जो
فِى
आसमानों में है
ٱلسَّمَٰوَٰتِ
आसमानों में है
وَمَا
और जो
فِى
ज़मीन में हैं
ٱلْأَرْضِ
ज़मीन में हैं
مِن
जानदारों में से
دَآبَّةٍ
जानदारों में से
وَٱلْمَلَٰٓئِكَةُ
और फ़रिशते
وَهُمْ
और वो
لَا
नहीं वो तकब्बुर करते
يَسْتَكْبِرُونَ
नहीं वो तकब्बुर करते

Walillahi yasjudu ma fee alssamawati wama fee alardi min dabbatin waalmalaikatu wahum la yastakbiroona

और आकाशों और धरती में जितने भी जीवधारी है वे सब अल्लाह ही को सजदा करते है और फ़रिश्ते भी और वे घमंड बिलकुल नहीं करते

Tafseer (तफ़सीर )

يَخَافُونَ
वो डरते हैं
رَبَّهُم
अपने रब से
مِّن
अपने ऊपर से
فَوْقِهِمْ
अपने ऊपर से
وَيَفْعَلُونَ
और वो करते हैं
مَا
जो
يُؤْمَرُونَ۩
वो हुक्म दिए जाते हैं

Yakhafoona rabbahum min fawqihim wayaf'aloona ma yumaroona

अपने ऊपर से अपने रब का डर रखते है और जो उन्हें आदेश होता है, वही करते है

Tafseer (तफ़सीर )