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يَٰٓأَيُّهَا
ऐ लोगो जो
ٱلَّذِينَ
ऐ लोगो जो
ءَامَنُوا۟
ईमान लाए हो
ٱذْكُرُوا۟
याद करो
نِعْمَتَ
नेअमत को
ٱللَّهِ
अल्लाह की
عَلَيْكُمْ
जो तुम पर है
إِذْ
जब
هَمَّ
इरादा किया
قَوْمٌ
एक क़ौम ने
أَن
कि
يَبْسُطُوٓا۟
वो बढ़ाऐं
إِلَيْكُمْ
तरफ़ तुम्हारे
أَيْدِيَهُمْ
हाथ अपने
فَكَفَّ
तो उसने रोक दिए
أَيْدِيَهُمْ
हाथ उनके
عَنكُمْۖ
तुमसे
وَٱتَّقُوا۟
और डरो
ٱللَّهَۚ
अल्लाह से
وَعَلَى
और अल्लाह ही पर
ٱللَّهِ
और अल्लाह ही पर
فَلْيَتَوَكَّلِ
पस चाहिए कि तवक्कल करें
ٱلْمُؤْمِنُونَ
ईमान वाले

Ya ayyuha allatheena amanoo othkuroo ni'mata Allahi 'alaykum ith hamma qawmun an yabsutoo ilaykum aydiyahum fakaffa aydiyahum 'ankum waittaqoo Allaha wa'ala Allahi falyatawakkali almuminoona

ऐ ईमान लेनेवालो! अल्लाह के उस अनुग्रह को याद करो जो उसने तुमपर किया है, जबकि कुछ लोगों ने तुम्हारी ओर हाथ बढ़ाने का निश्चय कर लिया था तो उसने उनके हाथ तुमसे रोक दिए। अल्लाह का डर रखो, और ईमानवालों को अल्लाह ही पर भरोसा करना चाहिए

Tafseer (तफ़सीर )

وَلَقَدْ
और अलबत्ता तहक़ीक़
أَخَذَ
लिया
ٱللَّهُ
अल्लाह ने
مِيثَٰقَ
पुख़्ता अहद
بَنِىٓ
बनी इस्राईल से
إِسْرَٰٓءِيلَ
बनी इस्राईल से
وَبَعَثْنَا
और मुक़र्रर किए हमने
مِنْهُمُ
उनमें से
ٱثْنَىْ
बारह
عَشَرَ
बारह
نَقِيبًاۖ
निगरान
وَقَالَ
और कहा
ٱللَّهُ
अल्लाह ने
إِنِّى
बेशक मैं
مَعَكُمْۖ
साथ हूँ तुम्हारे
لَئِنْ
अलबत्ता अगर
أَقَمْتُمُ
क़ायम की तुमने
ٱلصَّلَوٰةَ
नमाज़
وَءَاتَيْتُمُ
और दी तुमने
ٱلزَّكَوٰةَ
ज़कात
وَءَامَنتُم
और ईमान लाए तुम
بِرُسُلِى
मेरे रसूलों पर
وَعَزَّرْتُمُوهُمْ
और मदद की तुमने उनकी
وَأَقْرَضْتُمُ
और क़र्ज़ दिया तुमने
ٱللَّهَ
अल्लाह को
قَرْضًا
क़र्ज़
حَسَنًا
अच्छा
لَّأُكَفِّرَنَّ
अलबत्ता मैं ज़रूर दूर कर दूँगा
عَنكُمْ
तुम से
سَيِّـَٔاتِكُمْ
बुराईयाँ तुम्हारी
وَلَأُدْخِلَنَّكُمْ
और अलबत्ता मैं ज़रूर दाख़िल करुँगा
جَنَّٰتٍ
बाग़ात में
تَجْرِى
बहती हैं
مِن
उनके नीचे से
تَحْتِهَا
उनके नीचे से
ٱلْأَنْهَٰرُۚ
नहरें
فَمَن
तो जिसने
كَفَرَ
कुफ़्र किया
بَعْدَ
बाद
ذَٰلِكَ
इसके
مِنكُمْ
तुम में से
فَقَدْ
तो तहक़ीक़
ضَلَّ
वो भटक गया
سَوَآءَ
सीधे
ٱلسَّبِيلِ
रास्ते से

Walaqad akhatha Allahu meethaqa banee israeela waba'athna minhumu ithnay 'ashara naqeeban waqala Allahu innee ma'akum lain aqamtumu alssalata waataytumu alzzakata waamantum birusulee wa'azzartumoohum waaqradtumu Allaha qardan hasanan laokaffiranna 'ankum sayyiatikum walaodkhilannakum jannatin tajree min tahtiha alanharu faman kafara ba'da thalika minkum faqad dalla sawaa alssabeeli

अल्लाह ने इसराईल की सन्तान से वचन लिया था और हमने उनमें से बारह सरदार नियुक्त किए थे। और अल्लाह ने कहा, 'मैं तुम्हारे साथ हूँ, यदि तुमने नमाज़ क़ायम रखी, ज़कात देते रहे, मेरे रसूलों पर ईमान लाए और उनकी सहायता की और अल्लाह को अच्छा ऋण दिया तो मैं अवश्य तुम्हारी बुराइयाँ तुमसे दूर कर दूँगा और तुम्हें निश्चय ही ऐसे बाग़ों में दाख़िल करूँगा, जिनके नीचे नहरें बह रही होगी। फिर इसके पश्चात तुमनें से जिनसे इनकार किया, तो वास्तव में वह ठीक और सही रास्ते से भटक गया।'

Tafseer (तफ़सीर )

فَبِمَا
तो बवजह
نَقْضِهِم
उनके तोड़ने के
مِّيثَٰقَهُمْ
अपने पुख़्ता अहद को
لَعَنَّٰهُمْ
लानत की हमने उन पर
وَجَعَلْنَا
और कर दिया हमने
قُلُوبَهُمْ
उनके दिलों को
قَٰسِيَةًۖ
सख़्त
يُحَرِّفُونَ
वो तब्दील कर देते हैं
ٱلْكَلِمَ
अलफ़ाज़ को
عَن
उनकी जगहों से
مَّوَاضِعِهِۦۙ
उनकी जगहों से
وَنَسُوا۟
और वो भूल गए हैं
حَظًّا
बड़ा हिस्सा
مِّمَّا
उसमें से जो
ذُكِّرُوا۟
वो नसीहत किए गए थे
بِهِۦۚ
जिसकी
وَلَا
और हमेशा
تَزَالُ
और हमेशा
تَطَّلِعُ
आप इत्तिला पाते रहते हैं
عَلَىٰ
किसी ना किसी ख़यानत पर
خَآئِنَةٍ
किसी ना किसी ख़यानत पर
مِّنْهُمْ
उनकी तरफ़ से
إِلَّا
मगर
قَلِيلًا
बहुत थोड़े
مِّنْهُمْۖ
उनमें से
فَٱعْفُ
पस माफ़ कर दीजिए
عَنْهُمْ
उन्हें
وَٱصْفَحْۚ
और दरगुज़र कीजिए
إِنَّ
बेशक
ٱللَّهَ
अल्लाह
يُحِبُّ
वो मोहब्बत करता है
ٱلْمُحْسِنِينَ
एहसान करने वालों से

Fabima naqdihim meethaqahum la'annahum waja'alna quloobahum qasiyatan yuharrifoona alkalima 'an mawadi'ihi wanasoo haththan mimma thukkiroo bihi wala tazalu tattali'u 'ala khainatin minhum illa qaleelan minhum fao'fu 'anhum waisfah inna Allaha yuhibbu almuhsineena

फिर उनके बार-बार अपने वचन को भंग कर देने के कारण हमने उनपर लानत की और उनके हृदय कठोर कर दिए। वे शब्दों को उनके स्थान से फेरकर कुछ का कुछ कर देते है और जिनके द्वारा उन्हें याद दिलाया गया था, उसका एक बड़ा भाग वे भुला बैठे। और तुम्हें उनके किसी न किसी विश्वासघात का बराबर पता चलता रहेगा। उनमें ऐसा न करनेवाले थोड़े लोग है, तो तुम उन्हें क्षमा कर दो और उन्हें छोड़ो। निश्चय ही अल्लाह को वे लोग प्रिय है जो उत्तमकर्मी है

Tafseer (तफ़सीर )

وَمِنَ
और उनमें से जिन्होंने
ٱلَّذِينَ
और उनमें से जिन्होंने
قَالُوٓا۟
कहा
إِنَّا
बेशक हम
نَصَٰرَىٰٓ
नस्रानी हैं
أَخَذْنَا
लिया हमने
مِيثَٰقَهُمْ
पुख़्ता अहद उनका
فَنَسُوا۟
तो वो भूल गए
حَظًّا
एक हिस्सा
مِّمَّا
उसमें से जो
ذُكِّرُوا۟
वो नसीहत किए गए थे
بِهِۦ
जिसकी
فَأَغْرَيْنَا
तो डाल दिया हमने
بَيْنَهُمُ
दर्मियान उनके
ٱلْعَدَاوَةَ
अदावत
وَٱلْبَغْضَآءَ
और बुग़्ज़ को
إِلَىٰ
क़यामत के दिन तक
يَوْمِ
क़यामत के दिन तक
ٱلْقِيَٰمَةِۚ
क़यामत के दिन तक
وَسَوْفَ
और अनक़रीब
يُنَبِّئُهُمُ
ख़बर देगा उन्हें
ٱللَّهُ
अल्लाह
بِمَا
उसकी जो
كَانُوا۟
थे वो
يَصْنَعُونَ
वो करते/बनाते

Wamina allatheena qaloo inna nasara akhathna meethaqahum fanasoo haththan mimma thukkiroo bihi faaghrayna baynahumu al'adawata waalbaghdaa ila yawmi alqiyamati wasawfa yunabbiohumu Allahu bima kanoo yasna'oona

और हमने उन लोगों से भी दृढ़ वचन लिया था, जिन्होंने कहा था कि हम नसारा (ईसाई) हैं, किन्तु जो कुछ उन्हें जिसके द्वारा याद कराया गया था उसका एक बड़ा भाग भुला बैठे। फिर हमने उनके बीच क़ियामत तक के लिए शत्रुता और द्वेष की आग भड़का दी, और अल्लाह जल्द उन्हें बता देगा, जो कुछ वे बनाते रहे थे

Tafseer (तफ़सीर )

يَٰٓأَهْلَ
ऐ अहले किताब
ٱلْكِتَٰبِ
ऐ अहले किताब
قَدْ
तहक़ीक़
جَآءَكُمْ
आ गया तुम्हारे पास
رَسُولُنَا
रसूल हमारा
يُبَيِّنُ
जो वाज़ेह करता है
لَكُمْ
तुम्हारे लिए
كَثِيرًا
बकसरत
مِّمَّا
उसमें से जो
كُنتُمْ
थे तुम
تُخْفُونَ
तुम छुपाते
مِنَ
किताब में से
ٱلْكِتَٰبِ
किताब में से
وَيَعْفُوا۟
और वो दरगुज़र करता है
عَن
बहुत सी (बातों) से
كَثِيرٍۚ
बहुत सी (बातों) से
قَدْ
तहक़ीक़
جَآءَكُم
आ गया तुम्हारे पास
مِّنَ
अल्लाह की तरफ़ से
ٱللَّهِ
अल्लाह की तरफ़ से
نُورٌ
एक नूर
وَكِتَٰبٌ
और किताब
مُّبِينٌ
वाज़ेह

Ya ahla alkitabi qad jaakum rasooluna yubayyinu lakum katheeran mimma kuntum tukhfoona mina alkitabi waya'foo 'an katheerin qad jaakum mina Allahi noorun wakitabun mubeenun

ऐ किताबवालों! हमारा रसूल तुम्हारे पास आ गया है। किताब की जो बातें तुम छिपाते थे, उसमें से बहुत-सी बातें वह तुम्हारे सामने खोल रहा है और बहुत-सी बातों को छोड़ देता है। तुम्हारे पास अल्लाह की ओर से प्रकाश और एक स्पष्ट किताब आ गई है,

Tafseer (तफ़सीर )

يَهْدِى
हिदायत देता है
بِهِ
साथ उसके
ٱللَّهُ
अल्लाह
مَنِ
उसको जो
ٱتَّبَعَ
पैरवी करे
رِضْوَٰنَهُۥ
उसकी रज़ामन्दी की
سُبُلَ
रास्तों की (तरफ़)
ٱلسَّلَٰمِ
सलामती के
وَيُخْرِجُهُم
और वो निकालता है उन्हें
مِّنَ
अंधेरों से
ٱلظُّلُمَٰتِ
अंधेरों से
إِلَى
तरफ़ रोशनी के
ٱلنُّورِ
तरफ़ रोशनी के
بِإِذْنِهِۦ
अपने इज़्न से
وَيَهْدِيهِمْ
और वो हिदायत देता है उन्हें
إِلَىٰ
तरफ़ रास्ते
صِرَٰطٍ
तरफ़ रास्ते
مُّسْتَقِيمٍ
सीधे के

Yahdee bihi Allahu mani ittaba'a ridwanahu subula alssalami wayukhrijuhum mina alththulumati ila alnnoori biithnihi wayahdeehim ila siratin mustaqeemin

जिसके द्वारा अल्लाह उस व्यक्ति को जो उसकी प्रसन्नता का अनुगामी है, सलामती की राहें दिखा रहा है और अपनी अनुज्ञा से ऐसे लोगों को अँधेरों से निकालकर उजाले की ओर ला रहा है और उन्हें सीधे मार्ग पर चला रहा है

Tafseer (तफ़सीर )

لَّقَدْ
अलबत्ता तहक़ीक़
كَفَرَ
कुफ़्र किया
ٱلَّذِينَ
जिन्होंने
قَالُوٓا۟
कहा
إِنَّ
बेशक
ٱللَّهَ
अल्लाह
هُوَ
वो ही
ٱلْمَسِيحُ
मसीह इब्ने मरियम है
ٱبْنُ
मसीह इब्ने मरियम है
مَرْيَمَۚ
मसीह इब्ने मरियम है
قُلْ
कह दीजिए
فَمَن
तो कौन
يَمْلِكُ
मालिक होगा
مِنَ
अल्लाह से
ٱللَّهِ
अल्लाह से
شَيْـًٔا
किसी चीज़ का
إِنْ
अगर
أَرَادَ
उसने इरादा किया
أَن
कि
يُهْلِكَ
वो हलाक कर दे
ٱلْمَسِيحَ
मसीह इब्ने मरियम को
ٱبْنَ
मसीह इब्ने मरियम को
مَرْيَمَ
मसीह इब्ने मरियम को
وَأُمَّهُۥ
और उसकी माँ को
وَمَن
और जो भी
فِى
ज़मीन में है
ٱلْأَرْضِ
ज़मीन में है
جَمِيعًاۗ
सबके-सबको
وَلِلَّهِ
और अल्लाह ही के लिए है
مُلْكُ
बादशाहत
ٱلسَّمَٰوَٰتِ
आसमानों
وَٱلْأَرْضِ
और ज़मीन की
وَمَا
और जो कुछ
بَيْنَهُمَاۚ
दर्मियान है उन दोनों के
يَخْلُقُ
वो पैदा करता है
مَا
जो
يَشَآءُۚ
वो चाहता है
وَٱللَّهُ
और अल्लाह
عَلَىٰ
ऊपर
كُلِّ
हर
شَىْءٍ
चीज़ के
قَدِيرٌ
ख़ूब क़ादिर है

Laqad kafara allatheena qaloo inna Allaha huwa almaseehu ibnu maryama qul faman yamliku mina Allahi shayan in arada an yuhlika almaseeha ibna maryama waommahu waman fee alardi jamee'an walillahi mulku alssamawati waalardi wama baynahuma yakhluqu ma yashao waAllahu 'ala kulli shayin qadeerun

निश्चय ही उन लोगों ने इनकार किया, जिन्होंने कहा, 'अल्लाह तो वही मरयम का बेटा मसीह है।' कहो, 'अल्लाह के आगे किसका कुछ बस चल सकता है, यदि वह मरयम का पुत्र मसीह को और उसकी माँ (मरयम) को और समस्त धरतीवालो को विनष्ट करना चाहे? और अल्लाह ही के लिए है बादशाही आकाशों और धरती की ओर जो कुछ उनके मध्य है उसकी भी। वह जो चाहता है पैदा करता है। और अल्लाह को हर चीज़ की सामर्थ्य प्राप्त है।'

Tafseer (तफ़सीर )

وَقَالَتِ
और कहा
ٱلْيَهُودُ
यहूद
وَٱلنَّصَٰرَىٰ
और नसारा ने
نَحْنُ
हम
أَبْنَٰٓؤُا۟
बेटे हैं
ٱللَّهِ
अल्लाह के
وَأَحِبَّٰٓؤُهُۥۚ
और उसके प्यारे हैं
قُلْ
कह दीजिए
فَلِمَ
फिर क्यों
يُعَذِّبُكُم
वो अज़ाब देता है तुम्हें
بِذُنُوبِكُمۖ
बवजह तुम्हारे गुनाहों के
بَلْ
बल्कि
أَنتُم
तुम
بَشَرٌ
एक इन्सान हो
مِّمَّنْ
उनमें से जिन्हें
خَلَقَۚ
उसने पैदा किया
يَغْفِرُ
वो बख़्श देगा
لِمَن
जिसे
يَشَآءُ
वो चाहेगा
وَيُعَذِّبُ
और वो अज़ाब देगा
مَن
जिसे
يَشَآءُۚ
वो चाहेगा
وَلِلَّهِ
और अल्लाह ही के लिए है
مُلْكُ
बादशाहत
ٱلسَّمَٰوَٰتِ
आसमानों की
وَٱلْأَرْضِ
और ज़मीन की
وَمَا
और जो
بَيْنَهُمَاۖ
दर्मियान है उन दोनों के
وَإِلَيْهِ
तरफ़ उसी के
ٱلْمَصِيرُ
लौटना है

Waqalati alyahoodu waalnnasara nahnu abnao Allahi waahibbaohu qul falima yu'aththibukum bithunoobikum bal antum basharun mimman khalaqa yaghfiru liman yashao wayu'aththibu man yashao walillahi mulku alssamawati waalardi wama baynahuma wailayhi almaseeru

यहूदी और ईसाई कहते है, 'हम तो अल्लाह के बेटे और उसके चहेते है।' कहो, 'फिर वह तुम्हें तुम्हारे गुनाहों पर दंड क्यों देता है? बात यह नहीं है, बल्कि तुम भी उसके पैदा किए हुए प्राणियों में से एक मनुष्य हो। वह जिसे चाहे क्षमा करे और जिसे चाहे दंड दे।' और अल्लाह ही के लिए है बादशाही आकाशों और धरती को और जो कुछ उनके बीच है वह भी, और जाना भी उसी की ओर है

Tafseer (तफ़सीर )

يَٰٓأَهْلَ
ऐ अहले किताब
ٱلْكِتَٰبِ
ऐ अहले किताब
قَدْ
तहक़ीक़
جَآءَكُمْ
आ गया तुम्हारे पास
رَسُولُنَا
रसूल हमारा
يُبَيِّنُ
वो वाज़ेह करता है
لَكُمْ
तुम्हारे लिए
عَلَىٰ
वक़्फ़े पर
فَتْرَةٍ
वक़्फ़े पर
مِّنَ
रसूलों के
ٱلرُّسُلِ
रसूलों के
أَن
कि
تَقُولُوا۟
तुम कहो (ना)
مَا
नहीं
جَآءَنَا
आया हमारे पास
مِنۢ
कोई ख़ुशखबरी देने वाला
بَشِيرٍ
कोई ख़ुशखबरी देने वाला
وَلَا
और ना
نَذِيرٍۖ
कोई डराने वाला
فَقَدْ
पस तहक़ीक़
جَآءَكُم
आ गया तुम्हारे पास
بَشِيرٌ
ख़ुशख़बरी देने वाला
وَنَذِيرٌۗ
और डराने वाला
وَٱللَّهُ
और अल्लाह
عَلَىٰ
ऊपर
كُلِّ
हर
شَىْءٍ
चीज़ के
قَدِيرٌ
ख़ूब क़ुदरत रखने वाला है

Ya ahla alkitabi qad jaakum rasooluna yubayyinu lakum 'ala fatratin mina alrrusuli an taqooloo ma jaana min basheerin wala natheerin faqad jaakum basheerun wanatheerun waAllahu 'ala kulli shayin qadeerun

ऐ किताबवालो! हमारा रसूल ऐसे समय तुम्हारे पास आया है और तुम्हारे लिए (हमारा आदेश) खोल-खोलकर बयान करता है, जबकि रसूलों के आने का सिलसिला एक मुद्दत से बन्द था, ताकि तुम यह न कह सको कि 'हमारे पास कोई शुभ-समाचार देनेवाला और सचेत करनेवाला नहीं आया।' तो देखो! अब तुम्हारे पास शुभ-समाचार देनेवाला और सचेत करनेवाला आ गया है। अल्लाह को हर चीज़ की सामर्थ्य प्राप्त है

Tafseer (तफ़सीर )

وَإِذْ
और जब
قَالَ
कहा
مُوسَىٰ
मूसा ने
لِقَوْمِهِۦ
अपनी क़ौम से
يَٰقَوْمِ
ऐ मेरी क़ौम
ٱذْكُرُوا۟
याद करो
نِعْمَةَ
नेअमत
ٱللَّهِ
अल्लाह की
عَلَيْكُمْ
जो तुम पर (हुई)
إِذْ
जब
جَعَلَ
उसने बनाए
فِيكُمْ
तुम में
أَنۢبِيَآءَ
अम्बिया
وَجَعَلَكُم
और उसने बनाया तुम्हें
مُّلُوكًا
बादशाह
وَءَاتَىٰكُم
और उसने दिया तुम्हें
مَّا
वो जो
لَمْ
नहीं
يُؤْتِ
उसने दिया
أَحَدًا
किसी एक को
مِّنَ
तमाम जहान वालों में से
ٱلْعَٰلَمِينَ
तमाम जहान वालों में से

Waith qala moosa liqawmihi ya qawmi othkuroo ni'mata Allahi 'alaykum ith ja'ala feekum anbiyaa waja'alakum mulookan waatakum ma lam yuti ahadan mina al'alameena

और याद करो जब मूसा ने अपनी क़ौम के लोगों से कहा था, 'ऐ लोगों! अल्लाह की उस नेमत को याद करो जो उसने तुम्हें प्रदान की है। उसनें तुममें नबी पैदा किए और तुम्हें शासक बनाया और तुमको वह कुछ दिया जो संसार में किसी को नहीं दिया था

Tafseer (तफ़सीर )