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فَلَمَّا
तो जब
بَلَغَا
वो दोनों पहुँचे
مَجْمَعَ
जमा होने की जगह
بَيْنِهِمَا
दर्मियान उन दो (समुन्दरों) के
نَسِيَا
तो दोनों भूल गए
حُوتَهُمَا
अपनी मछली
فَٱتَّخَذَ
पस उसने बना लिया
سَبِيلَهُۥ
रास्ता अपना
فِى
समुन्दर में
ٱلْبَحْرِ
समुन्दर में
سَرَبًا
सुरंग की तरह

Falamma balagha majma'a baynihima nasiya hootahuma faittakhatha sabeelahu fee albahri saraban

फिर जब वे दोनों संगम पर पहुँचे तो वे अपनी मछली से ग़ाफ़िल हो गए और उस (मछली) ने दरिया में सुरंह बनाती अपनी राह ली

Tafseer (तफ़सीर )

فَلَمَّا
तो जब
جَاوَزَا
वो दोनों आगे बढ़े
قَالَ
उसने कहा
لِفَتَىٰهُ
अपने नौजवान से
ءَاتِنَا
दो हमें
غَدَآءَنَا
खाना हमारा
لَقَدْ
अलबत्ता तहक़ीक़
لَقِينَا
पाई हमने
مِن
अपने इस सफ़र में
سَفَرِنَا
अपने इस सफ़र में
هَٰذَا
अपने इस सफ़र में
نَصَبًا
थकावट

Falamma jawaza qala lifatahu atina ghadaana laqad laqeena min safarina hatha nasaban

फिर जब वे वहाँ से आगे बढ़ गए तो उसने अपने सेवक से कहा, 'लाओ, हमारा नाश्ता। अपने इस सफ़र में तो हमें बड़ी थकान पहुँची है।'

Tafseer (तफ़सीर )

قَالَ
उसने कहा
أَرَءَيْتَ
क्या देखा तुमने
إِذْ
जब
أَوَيْنَآ
पनाह ली थी हमने
إِلَى
तरफ़ चट्टान के
ٱلصَّخْرَةِ
तरफ़ चट्टान के
فَإِنِّى
तो बेशक मैं
نَسِيتُ
भूल गया था मैं
ٱلْحُوتَ
मछली को
وَمَآ
और नहीं
أَنسَىٰنِيهُ
भुलाया मुझे उसको
إِلَّا
मगर
ٱلشَّيْطَٰنُ
शैतान ने
أَنْ
कि
أَذْكُرَهُۥۚ
मैं ज़िक्र करूँ उसका
وَٱتَّخَذَ
और उसने बना लिया था
سَبِيلَهُۥ
रास्ता अपना
فِى
समुन्दर में
ٱلْبَحْرِ
समुन्दर में
عَجَبًا
अजीब तरह से

Qala araayta ith awayna ila alssakhrati fainnee naseetu alhoota wama ansaneehu illa alshshaytanu an athkurahu waittakhatha sabeelahu fee albahri 'ajaban

उसने कहा, 'ज़रा देखिए तो सही, जब हम उस चट्टान के पास ठहरे हुए थे तो मैं मछली को भूल ही गया - और शैतान ही ने उसको याद रखने से मुझे ग़ाफ़िल कर दिया - और उसने आश्चर्य रूप से दरिया में अपनी राह ली।'

Tafseer (तफ़सीर )

قَالَ
कहा
ذَٰلِكَ
यही है
مَا
जो
كُنَّا
थे हम
نَبْغِۚ
हम चाहते
فَٱرْتَدَّا
तो वो दोनों पलटे
عَلَىٰٓ
अपने निशानाते क़दम पर
ءَاثَارِهِمَا
अपने निशानाते क़दम पर
قَصَصًا
इत्तिबा करते हुए

Qala thalika ma kunna nabghi fairtadda 'ala atharihima qasasan

(मूसा ने) कहा, 'यही तो है जिसे हम तलाश कर रहे थे।' फिर वे दोनों अपने पदचिन्हों को देखते हुए वापस हुए

Tafseer (तफ़सीर )

فَوَجَدَا
तो दोनों ने पाया
عَبْدًا
एक बन्दे को
مِّنْ
हमारे बन्दों में से
عِبَادِنَآ
हमारे बन्दों में से
ءَاتَيْنَٰهُ
दी थी हमने उसे
رَحْمَةً
रहमत
مِّنْ
अपने पास से
عِندِنَا
अपने पास से
وَعَلَّمْنَٰهُ
और सिखाया था हमने उसे
مِن
अपने पास से
لَّدُنَّا
अपने पास से
عِلْمًا
एक (ख़ास) इल्म

Fawajada 'abdan min 'ibadina ataynahu rahmatan min 'indina wa'allamnahu min ladunna 'ilman

फिर उन्होंने हमारे बन्दों में से एक बन्दे को पाया, जिसे हमने अपने पास से दयालुता प्रदान की थी और जिसे अपने पास से ज्ञान प्रदान किया था

Tafseer (तफ़सीर )

قَالَ
कहा
لَهُۥ
उसे
مُوسَىٰ
मूसा ने
هَلْ
क्या
أَتَّبِعُكَ
मैं पैरवी करूँ तुम्हारी
عَلَىٰٓ
उस पर
أَن
कि
تُعَلِّمَنِ
तुम सिखाओ मुझे
مِمَّا
उसमें से जो
عُلِّمْتَ
तुम सिखाए गए
رُشْدًا
हिदायत (समझ बूझ)

Qala lahu moosa hal attabi'uka 'ala an tu'allimani mimma 'ullimta rushdan

मूसा ने उससे कहा, 'क्या मैं आपके पीछे चलूँ, ताकि आप मुझे उस ज्ञान औऱ विवेक की शिक्षा दें, जो आपको दी गई है?'

Tafseer (तफ़सीर )

قَالَ
उसने कहा
إِنَّكَ
बेशक तुम
لَن
हरगिज़ ना
تَسْتَطِيعَ
तुम इस्तिताअत रखोगे
مَعِىَ
मेरे साथ
صَبْرًا
सब्र की

Qala innaka lan tastatee'a ma'iya sabran

उसने कहा, 'तुम मेरे साथ धैर्य न रख सकोगे,

Tafseer (तफ़सीर )

وَكَيْفَ
और किस तरह
تَصْبِرُ
तुम सब्र कर सकते हो
عَلَىٰ
उस पर
مَا
जो
لَمْ
नहीं
تُحِطْ
तुमने अहाता किया
بِهِۦ
जिसका
خُبْرًا
इल्म से

Wakayfa tasbiru 'ala ma lam tuhit bihi khubran

और जो चीज़ तुम्हारे ज्ञान-परिधि से बाहर हो, उस पर तुम धैर्य कैसे रख सकते हो?'

Tafseer (तफ़सीर )

قَالَ
उसने कहा
سَتَجِدُنِىٓ
यक़ीनन तुम पाओगे मुझे
إِن
अगर
شَآءَ
चाहा
ٱللَّهُ
अल्लाह ने
صَابِرًا
सब्र करने वाला
وَلَآ
और नहीं
أَعْصِى
मैं नाफ़रमानी करूँगा
لَكَ
तुम्हारी
أَمْرًا
किसी हुक्म में

Qala satajidunee in shaa Allahu sabiran wala a'see laka amran

(मूसा ने) कहा, 'यदि अल्लाह ने चाहा तो आप मुझे धैर्यवान पाएँगे। और मैं किसी मामले में भी आपकी अवज्ञा नहीं करूँगा।'

Tafseer (तफ़सीर )

قَالَ
कहा
فَإِنِ
फिर अगर
ٱتَّبَعْتَنِى
पैरवी करो तुम मेरी
فَلَا
पस ना
تَسْـَٔلْنِى
तुम सवाल करना मुझसे
عَن
किसी चीज़ के बारे में
شَىْءٍ
किसी चीज़ के बारे में
حَتَّىٰٓ
यहाँ तक कि
أُحْدِثَ
मैं बयान करूँ
لَكَ
तुम्हारे लिए
مِنْهُ
उसका
ذِكْرًا
ज़िक्र

Qala faini ittaba'tanee fala tasalnee 'an shayin hatta ohditha laka minhu thikran

उसने कहा, 'अच्छा, यदि तुम मेरे साथ चलते हो तो मुझसे किसी चीज़ के विषय में न पूछना, यहाँ तक कि मैं स्वयं ही तुमसे उसकी चर्चा करूँ।'

Tafseer (तफ़सीर )